खुले स्थान पर चुदाई की कहानियाँ

खुले स्थान पर जैसे छत पर, समुद्र तट या बाग बगीचे में चुदाई की कहानियाँ

Khuli jagah par jaise garden, beech, road side, chhat par chudai ki kahaniyan

Stroies about sex fucking in the garden, at the beech, or on the roof

मेरी दीदी के कारनामे

मेरा नाम विकी है, और मेरी उमर 23 साल। मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव में हुआ जहाँ से शहर का रास्ता कम से कम 2 घंटे की दूरी पर था। यह कहानी मेरी बड़ी बहन समीरा के कारनामों की है, जिनका रंग आप आने हिसाब से तय कर सकते हैं। वो […]

हुई चौड़ी चने के खेत में -5

मैं चाह रही थी कि काश वक्त रुक जाए और जगन इसी तरह मुझे चोदता रहे। पर मेरे चाहने से क्या होता आखिर शरीर की भी कुछ सीमा होती है। मैंने अपनी चूत का संकोचन किया

हुई चौड़ी चने के खेत में -3

मैंने अपनी छमिया की फांकों पर पहनी दोनों बालियों को पकड़ कर चौड़ा किया और मूतने लगी। फिच्च सीईईई.... के मधुर संगीत के साथ पतली धार दूर तक चली गई। आपको बता दूं मैं धारा प्रवाह नहीं मूतती। बीच बीच में कई बार उसे रोक कर मूतती हूँ।

हुई चौड़ी चने के खेत में -2

मेरा मन बुरी तरह उस मोटे लंड के लिए कुनमुनाने लगा था। काश एक ही झटके में जगन अपना पूरा लंड मेरी चूत में उतार दे तो यह जिंदगी धन्य हो जाए। मेरी छमिया ने तो इस ख्याल से ही एक बार फिर पानी छोड़ दिया।

मेरी दीदी लैला -1

बात तब की है जब लैला दीदी 18 साल की नवयौवना हो चुकी थी। बला की खूबसूरत तो लैला दीदी थी ही, ऊपर से कुदरत ने दीदी को यौवन के कटाव और उठान भी भरपूर दिये थे, मतलब दीदी की छाती और कूल्हे अपनी हमजोलियों के मुकाबले ज्यादा ही बड़े थे। लैला दीदी उन दिनों दो ही जगह मिलती थी, या तो शीशे के सामने या घर के मेन गेट पर।

रेलगाड़ी का मज़ेदार सफ़र -2

मेरा लंड पूरी तरह उसकी गांड में चला गया और वो जोर से चिल्लाई तो वो बोलने लगी- मुझे यह नहीं करना, बस निकाल लो। मैंने उसे बहुत समझाया कि जो दर्द होना था वो हो गया, अब तो मजा आएगा बस थोड़ा सा और। और फिर मैं अपने लंड को धीरे धीरे अंदर-बाहर करने लगा।

जोधपुर की यात्रा-3

जोधपुर की यात्रा-1 जोधपुर की यात्रा-2 अब अनवर बोला- मैडम, मुझसे नहीं रुका जाता ! अब बस मुझे अपनी चूत के दर्शन करने दो ! मैंने खड़े होते हुए कहा- तुम्हें किसने रोका है ? दिखा अपना बल ! तुमने ही तो कहा था कि देखते हैं कौन नाजुक है और कौन कठोर ! और […]

जोधपुर की यात्रा-2

जोधपुर की यात्रा-1 तो अनवर ने मुझसे कहा- वो तो ठीक है, लेकिन आपको जाना कहाँ है? तो मैंने कहा- जहाँ पहले तुम गए थे ! यह सुनकर वो हंस दिया और मुझे गाड़ी के पीछे ना ले जाकर गाड़ी के आगे ले गया जैसा कि मैं भी चाहती थी। ताकि ये दोनों मुझे नग्न […]

जोधपुर की यात्रा-1

मेरा नाम सोनिया है और मेरी उम्र 28 साल है मैं एक घरेलू महिला हूँ। मेरा फिगर 34-28-34 हैं मेरा एक दो साल का बेटा है, मेरे पति एक कम्पनी में मार्केटिंग मेनेजर हैं जो अक्सर टूर पर जाते रहते हैं। मैं बहुत कामुक हूँ, मेरी शादी को 5 साल हो चुके, जिसमें मैं कई […]

लंड की करतूत-3

रेखा ने मुझे लेटने को कहा, उसने लंड पर जैम लगाकर चाटना शुरू किया, दूसरी तरफ से मैं उसकी चूत चाट रहा था। अब रेखा ने मेरे ऊपर बैठ लंड को अपनी चूत में डाल लिया

लण्ड राज

जंगल की वीरानियों को चीरता हुआ एक रथ बहुत तेजी से भागा जा रहा था। उस रथ पर सवार वीर्यपुर की महारानी चूतनन्दा सवार थी। उन्हें शिकार का बहुत शौक था। इस समय भी उनके हाथ में धनुष था और निशाना एक सुन्दर हिरण था। चूतनन्दा गज़ब की सुन्दर स्त्री थी। उसके लाल लाल होंठ […]

सीढ़ियों में पटा कर छत पे चोदा

मेरे अपार्टमेंट बिल्डिंग में एक नई लड़की दिखी, अच्छी लगी, उसके पीछे गया, बात की, मस्का लगाया. तभी मैं उसे बिल्डिंग की सीढ़ियों में ले गया और फिर...

सहपाठिका को बाज़ार में चोदा

नमस्कार दोस्तो, मैं हूँ अभिषेक और मैं 18 साल का लंबा, हट्टा-कट्टा पंजाबी लड़का हूँ। मैंने यहाँ काफ़ी कहानियाँ पढ़ीं हैं, पर अपना अनुभव आज पहली बार लिखने जा रहा हूँ। वैसे मैं कोई चुद्दकड़ तो नहीं हूँ… पर लड़कियाँ मुझ पर काफ़ी लट्टू रहती हैं… आगे बढ़ते हैं, मैं अपने स्कूल में सबसे फिट […]

राजा का फ़रमान-2

यह कहते ही राजा ने मेरी चूचियों पर से कपड़ा नीचे सरका दिया। मैंने बिन कंधे का टॉप पहना था और ब्रा तो रास्ते में ही खुल चुकी थी, सो चूचियाँ उसके सामने झूलने लगी और राजा की आँखों में लालच आने लगा...

राजा का फ़रमान-1

नमस्कार दोस्तो! मैं वृंदा पहली बार अन्तर्वासना पर अपना एक स्वप्न प्रस्तुत कर रही हूँ, मुझे अक्सर इस तरह के स्वप्न आते हैं! और मैंने आज तक किसी को इनके बारे में नहीं बताया है, आज पहली बार बहुत हिम्मत करके लिखने का प्रयास कर रही हूँ! इस स्वप्न में मैं एक ऐसे देश में […]

मुझे रण्डी बनना है-7

मैं इनके लिए कस्टमर लाता हूँ और बदले में चाहे तो पैसे नहीं तो चोदने को मिलता है। सबको चोद चुका हूँ। सिर्फ जूली बाकी है, वो भी आज मेरे लौड़े के नीचे आ जायेगी।

मुझे रण्डी बनना है-2

वो मेरे गोद में बैठ गई और उसने मुझे चूम लिया। उसने एक एक करके मेरे सारे कपड़े उतार दिए और खुद कपड़ों में मेरी गोद में बैठ गई। उसने मेरे लौड़े पर हाथ पहुंचा दिया।

रेलगाड़ी का मज़ेदार सफ़र -1

जब मैं उसकी चूचियों को देखता तो वो मुस्कुरा देती, इससे मेरा हौसला और बढ़ रहा था। मैंने फिर अपना पैर कम्बल के अंदर उसके पैर से धीरे से सटाया तो वो कुछ नहीं बोली और मुस्कुरा दी।

ट्रेन में देवरानी-जेठानी की चुदाई

प्रेषक : मयंक यह सत्य घटना है चूँकि मैं सेल्स प्रोफेशन से हूँ, कई बार जल्दी में बिना रिजरवेशन के भी यात्रा करनी पड़ती है। इसी तरह मुझे ठंड के दिनों में कटनी जाना था, मैं सारनाथ एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल कोच में बैठ गया। मेरे बाजू में दो औरतें बैठी थी। ट्रेन चलने के […]

सोनू से ननदोई तक-6

जैसे मैंने अन्तर्वासना पर पिछले भाग में बताया : रात को मेरी खाट पर मेरी रजाई में मैंने किसी को पाया। उसने दबी आवाज़ से कहा- मैं हूँ काला ! चुप रह ! यहाँ क्यूँ आये हो? मैं धीरे से बोली। रात के दो बज रहे हैं, घोड़े बेच सो रहे हैं सभी ! उसने […]

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