भाभी की चूत चुदाई उनके मायके में -3
भाभी और मैं अकेले घर में नंगे होकर मस्ती कर रहे थे, भाभी की झांटें, बगलें साफ़ करके मैंने उन्हें चोदा। दूसरी बार की चूत चुदाई मैंने मालिश से शुरु की लेकिन…
खुले स्थान पर जैसे छत पर, समुद्र तट या बाग बगीचे में चुदाई की कहानियाँ
Khuli jagah par jaise garden, beech, road side, chhat par chudai ki kahaniyan
Stroies about sex fucking in the garden, at the beech, or on the roof
भाभी और मैं अकेले घर में नंगे होकर मस्ती कर रहे थे, भाभी की झांटें, बगलें साफ़ करके मैंने उन्हें चोदा। दूसरी बार की चूत चुदाई मैंने मालिश से शुरु की लेकिन…
मुनिया ने अर्जुन की पैन्ट उतार दी पर वो तो अब खेली खाई थी, अन्तर्वासना के वशीभूत उसने अर्जुन के लन्ड पर नजर डाली तो वो उसे बहुत बड़ा लगा, मुनिया का मन ललच गया।
मेरी विधवा सलहज अक्सर मेरी बाइक पर बैठ कर आती थी तो भारी बदन की होने के कारण वो मेरे से चिपकी हुई रहती थीं। जब कहीं गड्डा आता.. तो उसके मम्मे मेरे से टकराते। मेरा मन तो बहुत करता पर करूँ क्या..
आगरा से लाए गिफ्ट कम्मो पारो को देकर कहा कि आज रात उनकी गान्ड मारूँगा मैं.. दोनों ने हां कर दी. रात को कम्मो को लेकर मैं गार्डन में आया और वहां उसकी गान्ड मारने की सोचने लगा.
मेरे पापा मुझे और मेरे पड़ोसी लड़के को शहर से पेपर दिला कर गाँव वापिस आ रहे थे बाइक पर.. वो लड़का मेरा यार था. मैं बीच में, वो मेरे पीछे बैठा था, मुझे छेड़ने लगा.
मैंने चुदाई का भरपूर मजा लिया कि पीछे से बारटैण्डर ने मेरी गाण्ड में लण्ड घुसा दिया। तभी उसका एक दोस्त मुझे आगे से चोदने लगा। पूछने पर पता लगा कि मेरी सहेली भी खूब चुदी है।
दिन भर घूमने के बाद शाम को कमरे में आये तो पूनम आ गई, उसे खुश किया और जेनी के बारे में बता कर रात कार्यक्रम का तय किया. रात को जेनी का नम्बर पहले लगा.
मेरी बात सुन कर आरती भय से काम्पने लगी। उसकी चूत और चूचियों को मसलते हुए मैंने कहा- तू मेरी बात माने तो तेरे पापा को कुछ नहीं बताऊँगा।वो मेरी बात मान गई और अगले दिन बगीचे में आ गई !
दिल्ली से आगरा वाली बस में मेरे साथ एक लड़की बैठी थी. मुझे झपकी लगी तो मुझे लगा कि मेरी जांघों पर कुछ है... देखा तो उस लड़की का हाथ था. कहानी पढ़ें, मज़ा लें!
पड़ोसन भाभी को मैं अक्सर चोदा करता था लेकिन उसके पति को शक होने की वजह से काफी दिन से भाभी की चूत चुदाई नहीं हुई थी. इस बार जब चुदाई का मौका मिला तो वो अपनी सहेली को साथ लाई थी.
मैं गाँव की एक शादी में गया तो रात को बहुत से लोग एक साथ जमीन पर सोए थे. मेरी बगल में मौसी की नवविवाहिता ननद सोई हुई थी. बीच रात में मैंने उसे गर्म करके चोदा.
बुलबुल रानी ने लंड पूरा का पूरा मुंह में घुसा लिया, वह ब़ड़े प्यार से अंडों को सहला रही थी और तेज़ तेज़ सिर को आगे पीछे करती हुई लंड को मुंह में अंदर बाहर, अंदर बाहर, अंदर बाहर कर रही थी, उसके घने बाल इधर उधर लहरा रहे थे।
छत पर पानी की टंकी के ऊपर मैं रात को बैठा दारू पी रहा था कि एक लड़की और उसकी भाभी छत पर आई. उन्हें दारू की गंध आ गई तो मुझे बताना पड़ा कि मैं ऊपर हूँ.
होली पर घर जाते वक्त ट्रेन में मैं अपने दोस्त की युवा बेटी की मेरे द्वारा चूत चुदाई को याद कर रहा था. पहली बार मैंने उसे गाँव की कुछ लड़कियों संग नंगी देखा था.
डिनर के बाद हम झील के डेक पर आ गए शैम्पेन लेकर ! बुलबुल की ख्वाहिश पूरी करने को मैंने उसे तारों की छांव में जो जोरदार चुदाई की कि वो मज़े से पागल हो गई…
ट्रिप से पहले दिन एक और लड़की हमारे ग्रुप में शामिल हुई, उसे सारी बात बतादी और वो तैयार थी. ट्रेन में चारों लड़कियों को एक कूपे में बैठा कर खेल शुरू हुआ.. नई लड़की कुछ शरमा रही थी..
मेरे अंकल अस्पताल में थे, मैं उनकी सेवा कर रहा था कि वहीं मेरी टक्कर एक हसीं लड़की से हो गई जो अपनी मरीज की देखभाल कर रही थी. यह टक्कर उसकी कुंवारी चूत चुदाई में कैसे बदली... इस कहानी में पढ़िये!
अपनी पुरानी सहेली से पूछ कर मैंने अपनी नई सहेली का नया नाम बुल्बुल रखा और उसे लेकर एक मोटेल में गया।
मैं अपने भाई के साथ मूवी देखने गई, पीछे कोने वाली सीट ली, रागिनी एम एम एस 2 में सनी लियोनी के बदन से हम दोनों गर्म होकर चूमाचाटी करने लगे, मेरी जींस खुल गई.
ट्रेन में मुझे एक आंटी के साथ बर्थ शेयर करनी पड़ी. वो आंटी तो शुरू हो गई, पहले बातचीत हुई फिर कम्बल में पैर से मुझे छेड़ने लगी. फिर मुझे टॉयलेट में ले जाकर...