फ़ेसबुक पे पटा कर चंडीगढ़ में चोदा-2
फेसबुक पर मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई, बात आगे बढ़ी और मिलने तक पहुंची, मिलने के बाद सेक्स तक पहुंची और आखिर हम दोनों पहुँच गए होटल के कमरे में! वहां क्या क्या कैसे कैसे हुआ, पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
कामवासना मतलब सेक्स की तलब, चुदाई की इच्छा. यहाँ आप देसी भाभी, लड़कियों आंटी की कामुकता भरी सेक्सी स्टोरीज हिंदी में पढ़ कर मजा लें!
Kamvasna means sexual desire.
फेसबुक पर मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई, बात आगे बढ़ी और मिलने तक पहुंची, मिलने के बाद सेक्स तक पहुंची और आखिर हम दोनों पहुँच गए होटल के कमरे में! वहां क्या क्या कैसे कैसे हुआ, पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
काजल की हालत ऐसी हो चुकी थी, बाल कहीं जा रहे थे, आंखों का काजल भी फैल गया, होंटों से पानी बाहर आ चुका और आंखें बन्द। इसके अलावा चूत की जड़ तक जाते झटकों से अब काजल का सर भी पीछे दीवार से टकराने लगा था।
मैं अपने मामा के घर गया था, एक सुबह मेरा उस्ताद अपनी मस्ती में खड़ा था, मैं नींद में उसे मसल रहा था। मुझे पता नहीं था कि मेरे मामा के बेटे की पत्नी यानि भाभी वहीं बाजू में खड़ी खड़ी मेरी हरकतें देख रही थी.
काजल पूरे मूड में थी और अपने चूतड़ और चूत को चुदवा चुदवा कर मानो फड़वान चाहती थी रत्नेश भैया से, क्योंकि रत्नेश भैया ने सुबह ही अपनी मस्त जवानी और ताकतवर चुदाई का ट्रेलर दिखा दिया था।
मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टरनी से मेरी दोस्ती हुई और हमने दो साल तक पति पत्नी की भांति चुत चुदाई का सुख भोगा. जब उसकी शादी होने लगी तो उसने मुझे होटल रूम में दो दिन तक अपने साथ रखा. पढ़ कर मजा लें!
मैं अपने एक दोस्त की शादी में गया, वहां दोस्त की बुआ की बहू यानि दोस्त की भाभी मेरे दोस्त से मजाक कर रही थी. उस भाभी से मेरी दोस्ती कैसे हुयी एयर मैंने कैसे चुदाई सुख का मजा दिया. पढ़ें भाभी की चुदाई कहानी में!
मैं मेल एस्कोर्ट यानि जिगोलो हूँ. एक बार मुझे एक नवविवाहिता लड़की ने अपने लिए बुक किया. मैंने उसके तन की प्यास को कैसे बुझाया, पढ़ें मेरी इस सेक्स कहानी में!
यह कहानी मेरे और पड़ोस में रहने वाली नवविवाहिता भाभी के बीच हुए पहले संसर्ग की है। पड़ोसी भैया की नई नई शादी हुई थी और उनकी नाईट ड्यूटी लगती थी. मुझे मौक़ा मिल गया. कैसे?
मैं आंटी के पीछे पीछे बाहर जा कर उनसे कहा- मुझे मालूम है कि आपके पास मेरे प्रश्नों का कोई उत्तर नहीं है क्योंकि मैं यह वीडियो के ऐसे दृश्य देखते ही समझ गया था कि आप मेरे पापा के साथ रंगरेलियाँ मनाती हो। अगर अंकल को इस बात का पता चल गया तो आपके […]
वो एक बिजनेस वुमेन थी लेकिन उसका पति उसे चुदाई का पूरा मजा नहीं देता था. एक सहेली के माध्यम से उसने मुझसे सम्पर्क किया और वो बिजनेस मीटिंग के लिए मुझे अपने साथ ले गई. वहां क्या और कैसे हुआ?
मेरे पापा की सेक्रेटरी ने मेरे पापा से सेक्स सम्बन्ध बना कर उन्हें गर्भ की झूठी बात बता कर शादी कर ली. अब उसने अपना खेल शुरू किया. उसने अपने बेटे और मुझे भी सेक्स के खेल में शामिल करने की कोशिश जारी रखी.
दोस्तो, अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज.कॉम पर मेरी यह पहली कहानी है. मेरा नाम समीर है, मैं जोधपुर का रहने वाला हूँ. मेरा लंड 6.5 इंच लम्बा और 2.4 मोटा है. मैं बीकॉम की पढ़ाई कर रहा हूँ. मेरे घर में मैं और मेरे पापा मम्मी रहते हैं. यह बात करीब 6 महीने पहले की है. मेरी […]
मैं अपने बॉयफ्रेंड से गांड मरवा चुकी थी और एक शाम रेस्तरां में मैं अपने यार के साथ बैठी थी तो उसके दो दोस्त मिल गए. उनकी बातों से मुझे लगा गया कि वे दोनों बहुत चालू हैं. उनकी बातें मुझे अच्छी लगने लगी. फिर क्या हुआ... यह जानने के लिए मेरी पूरी कहानी पढ़ें!
इतने समय से मेरी प्राणप्यारी पत्नी की गांड मारते हुए आर्थर ने अभी तक अपनी गति कम नहीं की थी, और मेरी देवी जैसी पत्नी भी पूरे मनोयोग से उसके गधे जैसे लंड को अपनी गांड में घुसवाते हुए नहीं थकी थी. अब आर्थर अपेक्षाकृत आरामदायक पोज़ में संसार की सबसे सुन्दर लड़की की गांड […]
औरत को भी सेक्स की उतनी ही प्यास और ज़रूरत होती है जितनी कि हम मर्दों को होती है और उसको पाने के लिए वो किसी भी हद तक जा सकती है। मेरी सेक्स कहानी भी यही है कि एक औरत ने मुझे पाने के लिए क्या क्या किया!
मेरे ताऊजी की लड़के की शादी हुई तो भाभी अत्यंत खूबसूरत थीं. मैं उनके घर बहुत कम जाता था, एक बार गया तो भाभी जी ने कहा- देवर जी, तुम बहुत दिनों बाद आए हो, कभी आते ही नहीं हो. भाभी ने बहुत ही ज्यादा एक्सपोज करने वाले कपड़े पहन रखे थे. पढ़ें कि कैसे भाभी ने मुझसे अपनी चूत की प्यास बुझवाई.
रानी का रेशमी साटिन सा बदन मेरे बदन से चिपक के मेरी वासना को अंधाधुंध भड़काए जा रहा था, मेरी सांस तेज़ हो चली थी, माथे पर पसीने की बूंदें उभर आई थीं. मैंने अलका रानी के होंठ छोड़ के उसकी तरफ देखा, वो भी अब गरम हो चली थी, उसने आधी मुंदी हुई मस्त आँखों से मेरी तरफ बड़े प्यार से देखा, दोनों हाथों मेरा चेहरा पकड़ा और फिर अपनी तरफ खींच के मेरे होंठ चूसने लगी.
यह कहानी मेरे एक बार के बस के सफ़र की है. मेरी बहुत सारी फंतासियां हैं, उनमें से एक ये भी थी कि मैं किसी अंजान आदमी से बस में चुदूँ. मुझे अपनी इस फंतासी को पूरा करने का मौका मिला, जब मुझे बस से बंगलोर जाना था. ये पूरी रात का सफ़र था तो मैंने स्लीपर बस में टिकट करा लिया
यह सेक्स कहानी मेरे नीचे काम करने वाले एक जूनियर की पत्नी को चोदने की है; वो मेरा असिस्टेंट था, नया नया ही कम्पनी में आया था. कम्पनी के दीवाली उत्सव में मैंने उसकी पत्नी को पहली बार देखा, तो मेरा लौड़ा उसकी चूत की चाह में फड़क उठा. बहनचोद मदमस्त जवानी थी!
मेरी मॉम के व्यभिचार की कहानी में आप पढ़ रहे हैं कि कैसे मैं चुपचाप अपने घर आया तो मेरी मॉम हमारे नौकर के जवान बेटे के साथ चुदाई का खेल खेल रही थी.