Hindi Sex Stories » बड़ा लंड » Page 30
बड़ा लंड जब चूत या गांड में जाता है तो अंदर तूफ़ान ला देता है और लड़की, भाभी, आंटी की चूत की प्यास बुझा देता है. ऐसे ही बड़े लम्बे मोटे देसी विदेशी काले अफ्रीकन लंड से चुदाई कि गर्म सेक्स कहानियाँ
Bada lund jab choot ya gand ke ander jata hai to chut aur gaand me toofan laa detaa hai aur ladki , bhabhi, aunti ki pyas mita deta hai. Aise hi bade desi lund, videshi, african kale lund se chudai ki hot sex kahani
Hindi sex story about sex with a long thick dick
सरोज यादव मेरा नाम सरोज है, मैं आपको अपनी आपबीती बताने जा रही हूँ, मैं 25 साल की एक शादी-शुदा औरत हूँ। मेरी शादी 18 साल की उम्र में हो चुकी थी। वैसे तो सब कुछ ठीक ही चल रहा है, पर आज से 5 साल पहले मेरे साथ जो कुछ हुआ उसे मैं कभी […]
दोस्तो, मैं आपकी दोस्त संजना, लुधियाना से एक बार फिर आपके के लिए एक और कहानी लेकर आई हूँ। यह कहानी काल्पनिक नहीं है, कुछ-कुछ सच है और बाकी मेरी कल्पना है। मेरी कुछ ख्वाहिशें थीं जो पूरी हुईं तो मैंने उसे एक कहानी का रूप दे दिया और अब आपके मनोरंजन के लिए पेश […]
रमेश जी एकाएक जीनत के ऊपर चढ़ बैठे और पूरी ताक़त से फुद्दी में लौड़ा ठेलने लगे। उन्होंने अपनी पूरी ताक़त लगा दी और फुल स्पीड में उनका लौड़ा जीनत की चूत पर घुसकर चूत बजाने लगा।
सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मैं पिछले 5 सालों से अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। पिछले 5 सालों में मैंने मुश्किल से ही कोई कहानी छोड़ी होगी। जब भी कभी समय मिलता है तो मैं अन्तर्वासना की नई कहानियाँ पढ़ता हूँ। मेरा नाम अजय राय है, बैंगलोर में एक बड़ी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूँ, […]
रेणुका मुझे इस बात का पता था कि मरद चुदाई में ‘इसे’ हम लोगों के ‘बिल’ में डालते हैं। ‘जैसा भी है, लेकिन यह मर्द का लौड़ा तेरी चूत में आज ज़रूर घुसेगा।” उसने अपना लंड सहलाते हुए मुझे कहा। फिर उसने मुझे बाँहों में ले लिया और मुझे चुम्बन करने लगा, मेरी चूचियाँ दबाने […]
यह कहानी मुझे मुम्बई से रसिका बेगम ने भेजी है जिसे मैं रसिका के शब्दों में ही आपके सामने पेश कर रहा हूँ। मैं रसिका बेगम हूँ, मैं यहाँ मुम्बई में अपनी ससुराल में रहती हूँ। मेरे साथ मेरी सास भी है। मेरे ससुर और मेरा शौहर दोनों विदेश में काम करते हैं। मेरी सास […]
भाभी ने बच्चों को जल्दी सुला दिया और मैं सोने की तैयारी कर रहा था। रात के 11 बज चुके थे, अचानक भाभी ने मेरे कमरे का दरवाज़ा खटखटाया, जब मैंने दरवाज़ा खोला तो वे सामने खड़ी थीं।
उनके मस्त आमों को देख कर मुँह में पानी आ रहा था सो कुछ देर कुछ नहीं किया, फिर शुरु हो गया।
अबकी बार भाभी ने कुछ नहीं कहा। मैंने उनके होंठों पर अपना होंठ रख दिए और ज़ोर-ज़ोर से चूमने लगा।
विजय पटेल हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम विजय है और मैं मेहसाणा के एक गाँव में रहता हूँ, घर पर सब लोग मुझे जॉन कहकर बुलाते हैं क्यूँकि मेरी बॉडी और चेहरा जॉन अब्राहम से मिलता है। मेरे पापा एक किसान हैं और हमारी बहुत सारी ज़मीन है। खेती के लिए हम खेत में काम करने […]
पहली बार सोना के भरपूर नंगे बदन को मैंने बेड पर देखा, चुदाई की उसकी प्यास महसूस की, मैं समझ गया कि इसे साण्ड जैसा आदमी चाहिए जो इसे मसल-मसल कर पटक-पटक कर चोदे।
मैं बिस्तर पर पड़ी अपनी जांघों को फैला कर अपनी बड़ी चूत पे लटकी नथनी को सहलाते हुए बोली- ले चोद साले! देखती हूँ क्या बिगाड़ लेगा तुम्हारा लण्ड मेरी चूत का।
वो जीभ से मेरी गांड की छेद और चूत के होंठ चाटने लगा। मेरे चूत की नथनी की वह जब चाटता तो काफी गुदगुदी होती और मुझमें वासना और भी बढ़ जाती।
मैं अपनी गाण्ड को हिलाते हुए गया, जाकर बैड के नीचे बैठ गया और हिलते हुए लण्ड का चुम्मा लिया। वह तो बावला और मस्त होकर देखने लगा कि कोई उसका लण्ड भी चूसेगा।
वह खोखे से उठा और साइड पर जाकर स्ट्रीट लाइट के नीचे मेरी तरफ मुँह करके मूतने लगा। उसका लण्ड पूरा तन चुका था और मेरी गांड अब गीली होने लग गई थी
थोड़ी देर बाद पीटर का वीर्य मेरे चेहरे और आखों पर गिर गया। मैंने पीटर से वीर्य को पीटर से ही लंड से मल लिया और फिर आराम से पीटर के लंड को चूसने लगी। वहीं पीटर भी मेरी चूत को अपने होंठों से तार-तार कर रहा था। उधर सविता ने भी अब्दुल की पीठ को कस कर पकड़ लिया और अब्दुल को चूमने लगी।
रामलाल जब लिंग धोकर बाथरूम से लौटा तो उसके गोरे, मोटे और चिकने लिंग को देख कर अनीता की योनि लार चुआने लगी। योनि रामलाल के लिंग को गपकने के लिए बुरी तरह फड़फड़ाने लगी और अनिता ने लपक कर उसका मोटा तन-तनाया लिंग अपने मुँह में भर लिया और उतावली हो कर चूसने लगी। […]
रंगबाज़ आज मैं आप सबको सत्य घटना पर आधारित कहानी सुनाने जा रहा हूँ। बस इसे रोचक बनाने के लिए मैंने इसमें थोड़ा सा मिर्च-मसाला लगा दिया है। मुझे कुछ दिनों पहले पता चला कि हमारे शहर के मुख्य बस अड्डे के कोने में एक पुरुषों का शौचालय है जहाँ हमेशा समलैंगिक मर्द और लड़के […]
आह...हाय राजा, क्या करते हो? तुम बहुत सताते हो। जब तुम इन्हें दबाते हो तो पता नहीं क्यों मेरे बदन में बिजली दौड़ने लगती है मेरा दिल करता है कि तुम मुझे जकड़ कर मेरी चटनी पीस दो।
तभी सुनील ने मेरी कमर पकड़ी और मुझे अपनी गोद में खींच लिया और बोला- आज तो देख ही लिया जाए, तुम आगे-पीछे, ऊपर-नीचे से कितनी अच्छी हो..! मैंने कहा- हाँ..हाँ.. देख लो..! तभी उसने मेरे सूट के अन्दर हाथ डाला और मेरे दुद्धू को मसलने लगा। आज तो मैं भी बेशर्मो की तरह मज़े […]
पापा जी शायद सेक्स के माहिर खिलाड़ी थे क्योंकि अब वो मेरे दोनों उत्तेजनादायक जगहों पर यानि की स्तन और चूत को एक साथ रगड़ रहे थे, बीच बीच में मेरी बाहों के नीचे कांख वाले हिस्से पर भी जीभ फिरा रहे थे।