मेरे जन्मदिन पर मेरे यार ने दिया दर्द-3
मैंने अपने पेटीकोट का नाड़ा खोल उसे भी नीचे गिरा दिया। अब मैं सिर्फ सेक्सी लाल ब्रा और पैंटी में खड़ी थी और मेरे आधे चेहरे पर गिरे खुले बाल हल्के हल्के उड़ रहे थे.
गर्मागर्म लड़कियों की हॉट चुत की हॉट सेक्स स्टोरी. सेक्सी गर्लफ्रेंड की गर्म चूत की चुदाई की कहानी पढ़ें !
Garmagaram ladki ki hot chut ki hot sex story. Sexy girlfriend ki garam choot ki chudai kii kahani padhen
मैंने अपने पेटीकोट का नाड़ा खोल उसे भी नीचे गिरा दिया। अब मैं सिर्फ सेक्सी लाल ब्रा और पैंटी में खड़ी थी और मेरे आधे चेहरे पर गिरे खुले बाल हल्के हल्के उड़ रहे थे.
मेरी पड़ोसन सहेली के ससुर मुझे चोदना चाहते थे. मैंने भी राजी थी, मेरी सहेली ने भी इसमें मदद की. तो मैं कैसे चुदी अपने बाप की उम्र के मर्द से? पढ़ें इस हॉट सेक्स कहानी में!
मेरी पत्नी की चाची बहुत सेक्सी है. मैं उसे चोदना चाहता था. मैंने अपनी बीवी से कहा कि मैं तेरी चाची को चोदना चाहता हूँ. तो यह सुन कर मेरी पत्नी ने क्या किया?
मैंने नई जॉब ज्वॉइन की थी पर मुझे वहां मजा नहीं आ रहा था. तभी एक दिन वहां एक बेहद खूबसूरत जिस्म की मालकिन ने जॉब ज्वाइन की. मैंने उस फूल का रस कैसे चखा?
मेरे पड़ोस में एक नवविवाहित जोड़ा रहने आया. भाभी मस्त कयामत थी. मेरे मन में आया कि इस भाभी को पटाकर चुदाई करनी है. क्या मैं यह कर पाया?
अपनी अम्मी की वासना शांत करने के लिए मैंने अपने पड़ोसी अंकल से बात की. अंकल मेरी बात मान कर मेरी अम्मी पर डोरे डालने लगे. मैंने भी उनकी मदद की.
मैंने अपनी सलहज को अपनी बीवी के हाथ से दो सैट ब्रा पैन्टी के गिफ्ट किए थे. फिर उसके बारे में सोच सोच कर मेरा लंड गर्म हो गया था. मेरे लंड को सलहज की चूत में जाने का मौक़ा कैसे मिला?
बड़ी भाभी रोज भैया से चुदाती थी. एक दिन मुझे उनकी चुदाई देखने का मौका मिला. भाभी के दोनों पैर ऊपर थे, उनकी चूत में लंड साफ़ साफ आता जाता हुआ दिख रहा था. उसके बाद ...
हमने हमारा बाजू का घर किराये पर दिया तो भाभी को देखते ही मैंने मन ही मन सोच लिया कैसे भी करके इस भाभी को चोदना है. मैंने कोशिश शुरू कर दी. क्या मैं सफल हुआ अपने मकसद में?
मेरे पति की नजरें नाईटी को भेदते हुए मेरे अर्धनग्न जिस्म को घूर रही थीं, मैं उनको ललचाते हुए अपनी गांड मटका रही थी. वो अभी भी मेरी तरफ टकटकी लगाये हुए देखे जा रहे थे.
मेरी चढ़ती जवानी में ही मुझे मेरा यार मिल गया था जिससे मिलने के लिए मैंने जीजा संग घूमने का बहाना बनाया. हम जीजा-साली घूमने चले तो यार से पहले क्या क्या हो गया?
मैं अपने मामा के घर गया तो अपनी सेक्सी बहन को देख कर मैंने रात में उसके नाम की मुट्ठ मार दी. मगर सुबह जब घर पर कोई नहीं था तो मैंने मौके का फायदा उठाने की ठान ली!
मेरे ममेरे भाई ने मेरे मामा मामी की गैरमौजूदगी में मुझे सेक्स के लिए पटा लिया था. इस वक्त मैं उसके साथ बिस्तर पर लगभग नंगी पड़ी थी. तो फिर क्या हुआ?
मैंने दरवाजा खोला. अधेड़ उम्र का आदमी था, मैंने बस टॉवल लपेटा हुआ था जो मेरे मम्मों के निपल्स को छुपा पा रहा था. मेरे चूतड़ भी आधे नंगे थे, बाकी पूरा जिस्म नंगा था.
आजकल मैं बहुत जल्दी उत्तेजित हो जाती थी. भाई के जिक्र मात्र से मेरी चुत पानी छोड़ने लगती. मैं बस दिन रात उससे चुदना चाहती थी. वो चाहता तो मुझे अभी भी चोद सकता था.
मैंने अपनी तरकीब लगा कर अपनी मौसेरी बहन को उसी के सगे भाई से चुदवा दिया था लेकिन उन दोनों की चुदाई देख मेरा मन भी भाई से चुदने को करने लगा. तो मैंने क्या किया?
पड़ोसन के घर उसकी भतीजी रहने आई हुई थी. मेरे बार बार कहने पर वो अपनी भतीजी को मेरे पास भेजने को राजी हो गई. तो क्या वो लड़की आई और मैं कुछ कर पाया?
मैं अपनी खराब कार के साथ एक मकैनिक के गेराज में थी. सर्दी के मौसम में उस मकैनिक को देख कर मेरी चूत में कुछ कुछ होने लगा. मैंने उसे चारा डालना शुरू कर दिया.
भरी सर्दी में शाम के समय जयपुर हाईवे पर मेरी कार खराब हो गयी और एक मकैनिक के साथ उसके गेराज में चली गयी. कार ठीक करते करते वहाँ और क्या हुआ?
आज तक सिर्फ पॉर्न मूवी में देखा था, पर अब उस पल को महसूस कर रही थी. मेरी मुलायम गोरी जाँघों और चूतड़ों को उसने चूसा चाटा और धीरे से काटा, उसने मेरी गांड को भी सूंघा.