गंदी कहानी : मजा आ गया
मुझे रोमांच से भरी चुदाई बहुत पसंद है। मैं बहुत से लोगों के बीच में चुदवा लेती हूँ और किसी को भी पता नहीं चल पाता इसलिए हम दूसरे लोगों की मौज़ूदगी में किस तरह चुदवाया जा सकता है, इसके बारे में बात कर रही थी।
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उसने मुझे कहा- जीजू, मुझे चोदो ना, मुझे बहुत मन करता है चुदवाने का ! मेरी सारी सहेलियाँ अपने बॉयफ़्रेंड्स से चुदवाती हैं। मैंने बिना देर किये अपने लंड को उसकी चूत में घुसा दिया।
भाभी बहुत सेक्सी हैं उनका रंग ऐसा है, जैसे किसी ने दूध में थोड़ा सा शरबते आज़म मिला दिया हो. उनकी फिगर 36-32-34 है. भाभी मस्त माल हैं. ! क्या कहूँ मस्त मोटे-मोटे चूचे, बड़ी गाण्ड जो बाहर को निकली हुई है, जो देखे उसका लण्ड खड़ा हो जाए. मेरी भाभी मुझ से बहुत मजाक करती थीं, वो पहले से ही चालू थीं, लेकिन मैंने उनको कभी गलत निगाह से नहीं देखा था.
आप लोग पिछले भागों में पढ़ ही चुके हैं कि मेरी उम्र उस वक़्त सिर्फ 18 साल थी, जब मैंने अपनी पहली चुदाई की थी। आपने पढ़ा कि कैसे मैंने कीर्ति दीदी और बबिता आँटी को चोदने के लगभग 6 महीने बाद पहली बार एक कुंवारी लड़की मेरी दोनों पैरों से अपाहिज मधु दीदी चोदी। […]
अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है जो एक सौ एक प्रतिशत सच है। मैंने अपनी चुदाई के कुछ ख़ास अंश पेश किए हैं। मेरी उम्र बाईस साल, शादी को सिर्फ छह महीने बीते हैं।
रणवीर ने मेरी ब्रा खोल दी और मेरे एक स्तन को अपने होंठों से चूसने लगा, वहीं हाथों से मेरे दूसरे उभार को दबाये जा रहा था। फिर सोनू ने भी मेरे होठों का साथ छोड़ा और रणवीर सा साथ देने पहुँच गया ...
मैं दौड़ के वाशरूम गई और मूतने लगी। जब मैं पेशाब करके पीछे घूमी और अपनी सलवार का नाड़ा बाँध रही थी। मैं नाड़ा बाँधते-बाँधते बाहर आ रही थी...
कहानी का पिछ्ला भाग : जन्नत का अहसास है गांड चुदाई-1 उफ्फफ्फ्फ़! क्या चुदाई की उसने! मेरी चूत की तो हालत ख़राब कर दी। हैरत अंगेज बात तो यह थी कि 5 मिनट तक लगातार चुदाई के बाद भी उसके लंड से पानी नहीं निकल रहा था जबकि मेरी चूत ने दूसरी बार पानी छोड़ना […]
मैंने मोमबत्ती उठाई और अपनी दोनों टांगों को ऊपर किया जिससे मेरी गांड का द्वार खुल गया। मैंने धीरे से मोमबत्ती को गांड में डाला और जहाँ तक हो सकता था अन्दर जाने दिया।
लो मैं भी आ गई अपनी कहानी लेकर, पता नहीं आप लोग मेरी आपबीती को क्या समझें? सही या गलत, फ़ैसला आपका। यह कहानी सुनें. मैं आरती एक बेहद सुशील और खूबसूरत लड़की। बात उस समय की है जब मैं अट्ठारह साल की थी और मैंने बारहवीं कक्षा में प्रवेश लिया था। स्कूल मेरे घर […]
मैं उन तीनों के सामने जन्मजात निर्वस्त्र नंगी खड़ी थी, पीछे वाले लड़का मेरी चोटी को पीठ से हटा कर मेरे कंधे, कान, गर्दन और पीठ पर चुम्बन करने लगा, मेरे पूरे बदन को चुम्बनों से सराबोर कर दिया, हर चुम्बन से मेरा बदन सिहर उठता था
हम होटल में गये, उसने एक रूम लिया, हम रूम में गये और फिर उसने अपनी साड़ी उतार दी, मुझे अपने पास बुलाया और बाहों में लेकर मुझे चूमने लगी.
हेलो दोस्तो, मेरा नाम रोनित है, मेरी उम्र 25 साल है, मैं एक सॉफ्टवेयर कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजिनियर हूँ। अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है। बात एक साल पहले की है, एक दिन मैं दिल्ली में प्रिया हॉल में पिक्चर देखने गया था। पिक्चर तो दोस्तो एक बहाना था ताकि मुझे वहाँ पर कोई […]
मुझे लगा कि इस बार मैं पहले शहीद हो गई हूँ। अरूण का दण्ड नीचे से लगातार मेरी बच्चेदानी तक चोट कर रहा था। तभी मुझे नीचे से अरूण का फव्वारा फूटता हुआ महसूस हुआ। अरूण ने अचानक मुझे अपने बाहुपाश में जकड़ लिया और मेरी योनि में अपना काम प्रसाद अर्पण कर दिया। मैं […]
दीदी, यह बात भी नहीं है, मुझे तो बड़ा ही मज़ा आया बहनचोद बनने में! मन तो कर रहा है कि बस अब सिर्फ़ अपनी चारू दीदी की जवानी का रस ही पीता रहूँ।
मैं चूमते हुए धीरे धीरे नाभि के नीचे पहुँचा और अब मेरा मुँह उसकी पेंटी के ऊपर था... पेंटी से ही उसकी चूत को चूमा और मुँह को दबाया उसकी चूत पर और...
सवेरे आँख खुली तो देखा ऋतु अभी भी बेसुध सो रही है। रात को ऋतु ने दारु भी बहुत पी और मैंने चोदा भी जोर से। मेरा लंड ऐसे गांड भी मार सकता है पता नहीं था। बालकनी में शर्मीला नंग धडंग सुबह की ठंडी हवा का मजा लेते हुए सिगरेट पी रही थी।
मैंने ऋतु को कहा कि वो कुतिया बन जाये, मुझे गांड मारनी है। शर्मीला के चाटने से ऋतु गांड थोड़ी गीली थी। कुतिया बनने पर ऋतु का सर बिस्तर पर लगा दिया तो अब उसकी गांड के अच्छे दर्शन हो रहे थे।
मैंने उसके छोटे गाउन के अन्दर हाथ डाला और पीठ पर फेरते हुए पेंटी में घुसा दिया। गांड और चूतड़ों का नाप लेने लगा। तभी शर्मीला का ख्याल आया तो एक हाथ निकाल शर्मीला के मम्मे को दबाया और अपनी और खींच लिया।
मैंने पहला सेक्स बारहवीं में अपने से बड़ी छात्रा के साथ किया. वह कमसिन किशोरी सुंदर तो थी पर जवानी ने उसके सौन्दर्य को और भी निखार दिया था.