प्रियंवदा: एक प्रेम कहानी-1
मेरी सेक्स कहानी को केवल वे लोग पढ़ें जो सच में यकीन रखते हों, जो धैर्य से मजबूरी, प्रेम, वासना को दिल की आँखों से पढ़कर अपने आप को कहानी के किरदार के रूप में अहसास कर एक एक शब्द में प्रेम रस को महसूस कर सकें।
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यह गुप्त ज्ञान है: सेक्स को प्यार से करो, और जब करो तो ऐसे करो कि दोनों एक दूसरे को पूर्ण रूप से कोपरेट कर सको। जल्दबाजी सेक्स में अच्छी नहीं होती है। जिस लड़की की चूची छोटी हो वो भी चुदाई बेहतरीन कर सकती है, और जिसका लंड छोटा हो तो वो भी। बस दोनों में सेक्स करने की ललक हो बस।
दोस्तो, मेरा नाम राहुल, उम्र 25 साल है, रंग गोरा, कद 6.1 फ़ीट और दिखने में ठीक ठाक ही हूँ. यह बात 2 साल पहले की है जब मैं एक इवेंट कंपनी में मार्केटिंग की जॉब करता था जो साउथ दिल्ली में है. उस दिन ऑफिस में पार्टी थी जिसकी वजह से मैं ऑफिस से […]
मुम्बई में मेरी पहली नौकरी लगी और मैं जैसे ही आफिस में गया, मुझे मिली मेरी मैनेजर जिया! वाह... क्या बला थी वो जिया! हम दोनों के बीच क्या हुआ, पढ़ें मेरी रोमांटिक सेक्स कहानी में!
अपने बारे में क्या बताऊँ, प्यार में चोट खायी हुयी बंदी हूँ। नादानी बस इतनी कि एक शादीशुदा आदमी से प्यार कर बैठी और अपना सबकुछ समर्पित कर दिया। अगर जानती होती कि वह शादीशुदा है तो घास भी न डालती।
आंटी बोली- मेरी जान, तुमने मुझे अपने जीवन का सबसे बढ़िया यौन आनंद एवं संतुष्टि दी है। आज तक तुम्हारे पापा के साथ सहवास में मुझे इतना मजा नहीं आया लेकिन तुमने तो मेरी योनि की खूब कसरत करवा दी।
रात का खाना खा कर जब मैं सोने के लिए बिस्तर पर लेटा तब पापा फ़ोन पर किसी से बात कर रहे थे और उनकी बातों एवं चेहरे के हावभाव से मुझे अंदेशा हुआ कि वे ऋतु आंटी के साथ रात का कार्यक्रम तय कर रहे थे। मैं इस अवसर को गंवाना नहीं चाहता था […]
एक दिन किसी काम से सरकारी अस्पताल के पास की एक दुकान पर किसी काम से गया तो वहाँ पर खड़े 3 नये नवेले लड़कों को देखकर दिल में मानो कामुकता की आग सी लग गयी, मुझे किसी कड़क लंड की जरूरत थी.
यह हिंदी सेक्स कहानी है परायी नारी से मेरे पापा के संबंधों की, जिससे मेरे घर की सुख शान्ति को खतरा था. मैंने कैसे इस समस्या को हल किया, पापा और उन आंटी के सेक्स सम्बन्धों को कैसे तोड़ा, पढ़ें मेरी इस कामुक कहानी में!
भाभी को मैंने अपनी गिरफ्त में ले लिया था और उन्हें चूमने की कोशिश करने लगा था. मैं जैसे ही अपना चेहरा उनके फेस के करीब ले गया, वो शांत हो गईं और मुझे देखने लगीं. धीरे से मैंने अपने होंठ उनके होंठों से लगा दिए.
इंजीनियरिंग के लिए मैं पुणे में एक फ़्लैट में रहने लगा. मेरे ही फ्लोर पर सामने ही एक भाभी अपने बेटे के साथ रहती थी. उनके पति किसी दूसरे शहर में जॉब करते थे तो वो अकली थी. इस कारण भाभी का सेक्स पूरा नहीं हो पाता था.
मेरे पति मर्चेंट नेवी में हैं, साल में 6 महीने शिप पर रहते हैं और 6 महीने घर पर! मेरे पड़ोस में रहने वाले एक लड़के ने मेरे साथ क्या हरकत की और मैंने उसका मजा कैसे लिया, आप मेरी इस सेक्स कहानी में पढ़ें!
मैं सोचने लगी कि आज मुझे सुरेंद्र जीजा चोदेंगे और मैं इस लिए सिंगल पीस की घुटनों तक की फ्रॉक पहन ली, कि जीजा जहां चाहे फ्राक ऊपर करके मुझे चोद दे, मैं बिल्कुल आज मन में तय कर चुकी थी कि जीजा मुझे चोदेंगे और मैं उनसे उनका लोड़ा घुसवाऊंगी।
मेरी कहानी के पिछले भाग में मैंने आपको बताया की कैसे मेरा सपनों का राजकुमार अर्जुन मुझे मिला और किस तरह मेरी और अर्जुन की दोस्ती धीरे धीरे गहरी होती गयी! अब बात करते हैं कि कैसे अर्जुन के साथ मेरा एक हसीन रात का सपना सच कैसे हुआ!
जिगोलो एजेंसियां नए उम्र के लौंडों को ठगती हैं. उनके पास कोई भी ग्राहक या ऐसी महिलाएं नहीं होतीं, जो किसी भी अनजान व्यक्ति से खुद को चुदवाने के लिए चुदासी बैठी हों. यदि कोई महिला किसी अनजान व्यक्ति से खुद को चुदवाना चाहती भी होगी, तब भी वो पहले इस बात की जांच पड़ताल करेगी कि क्या वाकयी इस कम्पनी के जिगोलो ऐसे हैं, जो उसकी गोपनीयता को बनाए रखेंगे
मेरी क्लास में मेरी नज़र एक बला की खूबसूरत नई लड़की पर गई, उसकी आँखें गोल गोल और बड़ी सी थीं. उसके चूचे भी काफी बड़े थे. मैं तो उस पटाखा को देखता ही रह गया, सोचने लगा कि जो लड़की इतनी सुन्दर है, उसकी चूत कितनी रसीली होगी, जिस लड़की को देखने से इतना मज़ा आ रहा है, उसको चोदने में कितना मज़ा आएगा.
मैं बाईसेक्सयुअल हूँ, मतलब मुझे आदमी के लंड और औरत की बुर, दोनों ही पसंद है. मुझे लंड चूसना, और पूरा माल पी जाना बहुत पसंद है. मेरी पसंद बुर के बारे में भी ऐसी ही है. एक बार मैं ट्रेन से दिल्ली जा रहा था तो मेरे साथ क्या बीती, पढ़ें मेरी हिंदी गे स्टोरी में!
मैं उन्नीस साल का था, कॉलेज में पढ़ता था। मैं गोरा चिट्टा चिकना लड़का था उस समय... मैं कुछ कुछ लड़कियों जैसा दिखता था तो मैं जिम में जाया करता था कि मैं कुछ मर्दों जैसा दिखने लगूँ! एक शाम जिम में क्या हुआ?
नीतू की छह महीने पहले ही शादी हुई थी लेकिन उसका पति दो साल के लिए अमेरिका चला गया. उनके घर की ऊपरी मंजिल खाली पड़ी थी तो उसमें किरायेदार रख लिए. किरायेदार की नजर नीतू पर ठीक नहीं थी. और नीतू शर्मीली टाइप की थी. कहानी पढ़ कर देखें कि क्या हुआ!
उन दिनों मैं पढ़ता था, अपने परिवार के साथ गाँव गया था. मेरी छोटी बुआ मुझे नहाने के लिए नदी पर ले जा रही थी, रास्ते में बुआ अपना बदन मेरे से छुआ रही थी तो मुझे अच्छा लगा. फिर नदी पर पहुँच कर बुआ ने क्या किया, पढ़ें मेरी इस हिंदी इन्सेस्ट कहानी में!