मेरी रानी की कहानी-1
मैंने नया नया पढ़ाना शुरू किया था। वो मेरे पास पढ़ने आती थी. हमारे बीच दोस्ती हो गयी और थोड़ी बढ़ती चली गई। आगे क्या हुआ, मेरी रोमांटिक कहानी पढ़ का मजा लें!
हस्तमैथुन, हाथ से लौड़ा हिलाना, मुठ मार कर अपनी वासना शांत करने की कहानियां, लड़कियों के अपनी चूत में उंगली से मजा लेने की स्टोरीज Hand Practice
मैंने नया नया पढ़ाना शुरू किया था। वो मेरे पास पढ़ने आती थी. हमारे बीच दोस्ती हो गयी और थोड़ी बढ़ती चली गई। आगे क्या हुआ, मेरी रोमांटिक कहानी पढ़ का मजा लें!
मेरी चचेरी भाभी की चूत मैं उंगली से चोद चुका था, अब भाभी की चूत की बारी थी. भाभी खुएद बेचैन हो रही इथी मेरे लंड के लिए. मैंने कैसे चोदा अपनी कामुकता भरी भाभी को! पढ़ें!
मेरी दो चाची गाँव में रहती हैं. मैं गाँव आता हूँ, तो उनके घर पर ही रहता हूँ. एक रात मैं बड़े चाचा चाची की चुदाई देख रहा था खिड़की से कि किसी ने मेरी पीठ थपथपाई...
उसने मेरे मुँह पर अपना मुँह रख कर जोर से दबाया और अपने हाथों से उस डिल्डो को मेरी चूत में घुसा दिया. जिससे चूत में से खून आना शुरू हो गया और मेरे चीखें निकलने लगीं.
मैं 40 साल का हूँ, उस दिन सब काम से फ्री होकर मैं अपने बिस्तर में नंगा उल्टा पड़ा अन्तर्वासना पर गर्मागर्म कहानी पढ़ते हुए बिस्तर को ही चोद रहा था. तो मेरे साथ क्या हुआ?
मैं चुदाई के लिए बेताब थी, मैंने पापा का लंड देखा जब वे मम्मी को चोद रहे थे तो मैंने अपने पापा को पटाने का फैसला किया. मुझे पटा था कि पापा भी मुझे चोदना चाहते हैं.
मेरी चचेरी बहन ने अपने रूम की लाइट ऑन कर रखी थी, वो बिल्कुल की-होल के सामने नंगी लेटी हुई थी. मैं समझ गया कि बहन जानबूझ कर की-होल के सामने नंगी बैठी है.
मैं अपने छोटे भाई से बहुत प्यार करती हूँ. वो भी मुझे बहुत परेशान करता है. इसी भाई बहन के प्यार के चलते हम दोनों ने क्या क्या कर डाला, पढ़ें मेरी कहानी में!
समलैंगिकों को कानूनी मान्यता मिलने पर बहुत-बहुत बधाई। यह कहानी तब की है जब मैं पढ़ रहा था और मुझे लड़के अच्छे लगने लगे थे लेकिन मेरी गांड कोरी थी. एक जाट लड़का मुझे अच्छा लगा.
यह सेक्स कहानी है मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी की चूत चुदाई की ... एक दिन मैं उनके घर गया तो उनके बेडरूम से कुछ आवाजें आ रही थी. मैंने बेडरूम में झाँक कर देखा तो ...
मैं अपनी पढ़ाई के लिए शहर में अपनी मौसी के घर में रहने लगी. लेकिन मेरे फ़ौजी मौसाजी बहुत सख्त थे तो मेरी चूत को लंड मिलने बंद हो गए.
गर्मी की छुट्टियों में मैंने फर्स्ट सेक्स का मजा लिया. तब मुझे सेक्स के बारे में कुछ नहीं पता था. मेरे मौसा जी के घर उनकी बहन की बेटी आई हुई थी, मैं भी वहां गया हुआ था. पढ़िए क्या हुआ आगे..
यह लम्बी कहानी मेरी पिछली कहानी 'होली के बाद की रंगोली' जो भाई बहन के सेक्स सम्बन्धों पर थी, से ही सम्बंधित है. उस घटना से पहले क्या हुआ, यह बताया गया है.
आते ही उसकी नजर सोफे पर सोई अपनी अधनंगी माँ पर पड़ी तो उसकी धड़कनें एकदम बढ़ गई, उसकी नाईटी जाँघों तक उठी हुई थी। इस अवस्था में अपनी मम्मी को देख उसके दिल में हलचल सी मची।
एक दिन मैंने अपने चाचा ससुर को हमारी कामवाली को चोदते देखा, चचा का लंड देखा तो मेरे तनबदन में वासना भड़क गयी. मुझे चाचा ससुर का लंड अपनी चूत में लेने की इच्छा होने लगी.
बहू अपने पति से साथ अपनी चूत चुदाई का सजीव नजारा अपनी सास को दिखाने वाली थी. उसने अपनी सास को अपने कमरे में परदे के पीछे छुपा दिया और खुद अपने पति के साथ यौन आनन्द लेने लगी.
मेरी कहानी तब की है जब मैं किसी चूत के लिए तरस रहा था, तड़प रहा था. मुझे उम्मीद है कि मेरी यह कहानी पढ़ कर आपको मेरी और मेरे जैसे और भी नौजवानों की हालत समझ में आएगी.
मुझे गे सेक्स बारे में कुछ पता नहीं था. मेरा पहला समलैंगिक सैक्स अनुभव रेलगाड़ी में मिले एक अंकल के साथ था. मुम्बई में ट्रेन में एक आदमी ने मेरा लंड पकड़ लिया तो...
मेरी बहन मेरी फैली टांगों के बीच औंधी लेट कर हाथ से मेरी योनि के ऊपरी सिरे को सहलाने लगी। मेरे दिमाग में चिंगारियां छूटने लगीं। मैंने कभी सोचा नहीं था कि पेशाब करने वाली जगह में इतना अकूत आनंद हो सकता है।
मैं शबनम भाभी का दीवाना हो चला था. एक दिन भाभी को साड़ी में देख कर मैं अपने कमरे में उन्हें याद करके उनका नाम लेकर मुठ मार रहा था तो भाभी आ गई और मुझे पता भी नहीं चला.