पूजा को गाण्ड मराने का शौक हुआ
उसकी आँखों में आँसू आने लगे, पर मैं जानता था कि यदि पहली बार में इसे छोड़ दिया तो फिर गाण्ड नहीं मरवाएगी, इसलिए मैं रुका नहीं और लगाता धक्के लगाता रहा और उसकी चूत में भी दो उंगलियाँ घुसा दीं।
अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ
Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan
Stories about sex relations of girls and ladies with a man not her husband
उसकी आँखों में आँसू आने लगे, पर मैं जानता था कि यदि पहली बार में इसे छोड़ दिया तो फिर गाण्ड नहीं मरवाएगी, इसलिए मैं रुका नहीं और लगाता धक्के लगाता रहा और उसकी चूत में भी दो उंगलियाँ घुसा दीं।
रागिनी सब समझ गई और किसी के कहने से पहले बोल पड़ी- आ जाओ रीना, यहाँ तो सब अपने ही हैं और फ़िर तुम अब जिस धन्धे में जा रही हो उसमें जितना बेशर्म रहेगी उतना मजा मिलेगा और पैसा भी।” अब मैं बोला- बिन्दा, अपनी बाकी बेटियों को तुम संभालो अब। मैं और रीना […]
शेक्सपीयर जो अपने आपको बड़ा चाचा चौधरी समझता था, उसने कहा था कि बेशक गुलाब को अगर गुलाब की जगह किसी और नाम से पुकारा जाता तो क्या ? वो ऐसी भीनी भीनी खुशबू नहीं देता लेकिन टेम्स नदी के किनारे अँधेरे सीलन भरे कमरे में बैठ सिर्फ सस्ती रांडों को उधारी में चोद कर […]
गीता बोली- इसे तो 3-3 लण्डों से पिलवाना पड़ेगा, तब सुधरेगी यह। उसके बाद हम सब नंगे होकर प्रेम से चाय पीने लगे। मैंने मुन्नी के गले में हाथ डालते हुए कुसुम की तरफ देखते हुए कहा- मुन्नी, तुम्हें एक वादा करना होगा ! मुन्नी बोली- राकेश, तुमने मुझ पर इतने अहसान किये हैं, तुम […]
दोस्तो, मैं अन्तर्वासना 5 साल से नियमित रूप से पढ़ता हूँ। यह मेरी पहली कहानी है। आशा करता हूँ आप सबको पसंद आएगी। मैं गुजरात का रहने वाला हूँ। मैंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई राजकोट(गुजरात) से पूरी की है और फ़िलहाल में बड़ोदरा में जॉब कर रहा हूँ। मेरी उम्र 23, 5.7 लम्बा और गोरा-चिट्टा हूँ। […]
कुसुम रो पड़ी। गीता ने आगे बढ़कर उसके आंसू पौंछे और बोली- जब खुद की चुदती है तो आँसू आते ही हैं, और जब दूसरे की चुदती है तो मज़ा आता है। एक दिन की बात है, मुन्नी और मैं तो चुद ही चुकी हैं, अब तेरी बारी है थोड़ा मज़ा लेंगें, उसके बाद हम […]
अगले दिन मुन्नी के पति वापस आ गए और 5-6 दिन बिना किसी हंगामे के निकल गए। भाभी मुझसे बहुत खुश थीं और उन्होंने मुझे अपनी चूत का फ्री लाइसेंस दे दिया था। हर 2-3 दिन में एक बार उनकी चूत मार लेता था। मुन्नी-भाभी की दोस्ती हो गई थी, जब मैं घर वापस आता […]
गीता भाभी आहें भरने लगीं, उनकी चुदाई शुरू हो गई थी, स्तनों को दबाते हुए चूत धक्के पर धक्के खा रही थी, गीता चुदाई का मज़ा ले रही थी। थोड़ी देर बाद उसकी चूत और मेरे लण्ड ने साथ साथ पानी छोड़ दिया। भाभी को सीधा कर मैंने अपनी बाँहों में चिपका लिया, मेरे से […]
मैं घर चार बजे पहुँच गया, भाभी को जब मैंने यह सब बताया तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा, उन्होंने मुझे बाहों में भर लिया और मेरी तीन चार पप्पी ले लीं। उसके बाद हम लोगों ने आपस में योजना बनाई कि भाभी की बेइज्ज़ती का बदला कैसे लेना है। मैंने भाभी से पूछा- […]
मेरा नाम राकेश है, मेरी पढ़ाई के बाद मुंबई में दस हजार रुपए की मेडिकल रेप्रिजेंटटिव की नौकरी लग गई थी। मुझे औरतों को पटा कर और फंसा कर चोदने का शौक था। पाँच-छः औरतें पढ़ाई के समय से फंसी हुई थी, महीने में 4-5 बार उनसे चुदाई का मज़ा ले लेता था। उनमें से […]
सोनू मुझे चूमते चूमते मेरे मम्मे दबा रहा था। मुझे इतना होश तो था कि कोई मेरे मम्मे दबा रहा है पर इतनी हिम्मत नहीं थी कि उसके हाथ हटा दूँ या कुछ बोल पाऊँ। उसके चूसने का अंदाज़ और नशे में होने के कारण मैं तो जन्नत की सैर कर रही थी।
हम दोनों एक-दूसरे की ओर करवट लेकर एक-दूसरे को निहार रहे थे। हमारे बीच में थोड़ी सी दूरी थी, पर रणवीर के पैर मेरे पैरों को स्पर्श कर रहे थे। हम दोनों थोड़ी देर एक-दूसरे को देखते रहे।
रणवीर ने मुझे गोद में उठाया और बेडरूम में ले जाकर बिठा दिया। मेरे कपड़े उतर चुके थे और अब मैंने ऊपर सिर्फ ब्रा पहन रखी थी बस। मुझे थोड़ी शर्म भी आ रही थी।
टॉम हुक यह मेरा हाल ही का अनुभव है। आशा करता हूँ कि आपको यह कहानी भी पसंद आयेगी। मेरी पुरानी कहानियों के लिए पहले आप सब के जो मेल मुझे मिले उसके लिए आप सबका बहुत बहुत शुक्रिया। बहुत सी सहेलियों, महिलाओं, भाभियों के साथ बातें हुई हैं और एक दूसरे के अनुभव आपस […]
मेरा नाम स्वप्निल है, मुंबई का रहने वाला हूँ। मेरे एक पड़ोस में एक आंटी रहती हैं, जिनका नाम शालू है। मैं हमेशा आँटी को चोदने के बारे में सोचता रहता था। मेरा उनके घर आना-जाना रहता था। एक दिन मैं दोपहर को उनके घर टीवी देखने गया, तो आंटी भी मेरे साथ टीवी देखने […]
उसने काँपते हाथों से उन पैकेट को खोला तो उन ब्रा पैन्टी को देखकर बोली- सर ये तो बहुत ही सुन्दर और बिल्कुल नए फैशन की बहुत अच्छी हैं। ये तो मंहगी भी बहुत होंगी।
मैं उससे एक एक सामान उठाने को कह रहा था जब वो झुककर उठाती तो उसकी बड़ी बड़ी गोल मटोल छातियों को गहराई तक देख देख कर मेरी छाती पर सांप लोट रहे थे।
वो मेरे पास चिपक कर बैठ गई और मुझे चूमने लगी। फिर मैं कर भी क्या सकता। मेरे पास स्वर्ग की अप्सरा जैसी हसीना बैठी थी, मैं भी गर्म होने लगा, मैंने भी उसको चूमना शुरू कर दिया। मैं उसको चूमते हुए उसके स्तनों पर आ पहुँचा।
लव कुमार नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम लव कुमार है, मेरी उम्र 24 साल, ज्यादा हट्टा-कट्टा तो नहीं पर एक खूबसूरत बदन का मालिक हूँ मैं। लड़कियाँ मुझे चोकोलेटी बॉय कहती है। मेरा रंग साफ़ है और ऊपर वाले की दया से दो-तीन गर्लफ्रेंड भी हैं। मैं काफी समय से अन्तर्वासना की सेक्सी कहानियाँ पढ़ रहा […]
नमस्कार मेरा नाम अभय है। मेरी उम्र 24 साल है। अविवाहित हूँ। देखने में हीरो लगता हूँ। मेरे घर के पास ही एक पति-पत्नी रहते हैं। पति महोदय शहर से दूर किसी और शहर में सरकारी सेवा में हैं। तीन माह में एक बार ही उनका घर आना सम्भव होता है। उनसे मेरी बातचीत होती […]