आज दिल खोल कर चुदूँगी -20
दीपक मेरे जिस्म से इस तरह से खेलते हुए प्यार कर रहा था कि मेरी चूत खुद ब खुद कुलबुलाने लगी, मैं दीपक के प्यार को पाकर पिघलने लगी।
अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ
Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan
Stories about sex relations of girls and ladies with a man not her husband
दीपक मेरे जिस्म से इस तरह से खेलते हुए प्यार कर रहा था कि मेरी चूत खुद ब खुद कुलबुलाने लगी, मैं दीपक के प्यार को पाकर पिघलने लगी।
पिछली कहानी में आपने पढ़ा कि आरती ने मुझे मिलने बुलाया, हमें चुदाई का भरपूर मौक़ा मिला. फिर आरती की मुंहबोली ननद आने वाली थी तो उसे लिवाने मुझे शहर जाना था. वो मुझे मिली!
महमूद मुझे शॉपिंग और डिनर के लिये ले गए। डिनर लगने के इन्तजार में एक लड़के पर नजर पड़ी, वो मुझे देख कर उतावला हो रहा था। मैं मुस्कुरा दी। कहानी में पढ़ें कि मैं उससे कैसे चुदी।
दो अंग्रेजों से जमकर चुदाई के बाद मैंने कई दिन आराम किया फिर एक दिन मुझे एक और मर्द को खुश करने जाना था. हम वहां पहुंचे तो वो साठ साल का निकला.
'मादरचोद.. रांड.. चूत की लौड़ी.. नंगी चुदक्कड़ माल.. तेरी चूत में लंड.. तेरे चूत को चोदूँ.. तेरी माँ की चूत.. बहनचोद..!' मेरे शौहर मुझे जब भी चोदते हैं.. तो उनकी ये प्यारी गालियाँ मेरे कानों में गूंजती रहती हैं।
एक 35 वर्षीया तलाकशुदा औरत ने मुझसे मिलने की इच्छा जताई, उसने कहा- मैं तुमसे अपनी चूत की प्यास बुझाना चाहती हूँ.. मुझे भी चूत की जरूरत थी.. मैंने भी 'हाँ' कर दी।
चार्ली का मोटा लम्बा लण्ड मेरी गाण्ड को चीरता हुआ तीन-चौथाई हिस्सा अन्दर दाखिल हो गया। मैंने चिल्लाना चाहा.. पर रिची के लण्ड के हलक में होने की वजह से आवाज नहीं निकाल पाई।
अपनी क्लास में मैं पहला था, जिसने किसी को चोदा था, चाहे वो एक रंडी थी, पर चुदाई तो चुदाई ही होती है। ऐसे ही मेरी बीवी है, उसने भी शादी से पहले बहुत बार सुहागरात और सुहाग दिन मना रखे थे।
मेरे काफ़ी दोस्त मेरी चूत चोदना चाहते हैं। मैं भी आप सबको अपनी चूत देना चाहती हूँ और मेरी चूत आप लोग जम कर चोदो भी. मेरी चूत की रसीली दास्तान की तरफ बढ़ते हैं। उस शाम एक फाईव स्टार होटल में दो विदेशी लौड़े मेरी चूत की चुदाई के लिए अपने लण्ड को तैयार कर रहे थे।
सुरेश के दफ्तर से निकल कर सुनील मुझे अपने एक दोस्त नवीन के घर ले गया. उसने मुझे नवीन के हवाले किया और नवीन ने बताया कि अब सुनील उसकी बीवी को चोदेगा.
गायब होने वाली दवा पीकर मैंने पहले एक लड़की के कम्रे में घुस कर उसकी गान्ड के छेद पर अपना वीर्य छोड़ा और फ़िर दो लड़कियों को एक लड़के से चूत चुदवाते देखा।
अर्जुन ने भाभी को समझा दिया कि निधि बाहर नहीं आएगी, अब तुम खुलकर बिहारी के साथ चुदाई करना। उसको खुश कर देना ताकि जब तक यहाँ रहे.. वो हमें कुछ ना कहे।
मेरा लण्ड भावना की गाण्ड के बीच फंसा हुआ था। अब मेरा मन भावना की मस्त बड़ी गाण्ड मारने का हुआ। भावना की गाण्ड को फैलाकर मैं लण्ड रगड़ने लगा।
अर्जुन ने खूब ठोक कर निधि की गान्ड मारी और उसे अपना रस पिलाया। उधर पायल घूमने जाने को तैयार थी और इधर बिहारी आ गया भाभी को ठोकने!
भावना मेरी गोद में बैठ कर मुझे अपने होंठों से पिलाने लगी, कंचन मुझे नंगा करके मेरा लौड़ा चूसने लगी। मैंने भावना की गान्ड में उंगली घुसा दी।
मैं बोली- मुझे भी तुमसे अपनी गान्ड मरा कर मजा आ गया.. तुम ने गाण्ड की प्यास तो बुझा दी पर मेरी चूत प्यासी है मेरी चूत और गाण्ड के मालिक..
मैं बहाना करके अपना लहँगा सही करके वैसे ही चुदी हुई बुर लेकर जाने को हुई.. तो एक बार मैंने फिर उससे पूछा- क्या मैं जान सकती हूँ.. मेरी बुर चोदने वाला और इस दमदार लण्ड का मालिक कौन है?
मेरे पति ने शराब के नशे में कार से एक लड़के को टक्कर मार दी। वो पुलिस वाले का लड़का था। हम छुड़ाने पहुँचे तो वो किसी तरह से छोड़ने को राजी नहीं था। लेकिन छुड़ाना तो था ही…
उसने मुझे जम कर चोदा, अपना वीर्य मेरे मुँह में छोड़ कर वो चलता बना। ऐसी जोरदार चुदाई के बाद मेरे बदन की आग दोबारा चुदने को भड़क उठी। किस से चुदूँ मैं?
कहानी है एक बड़े व्यापारी के घर की… उसके घर में एक युवा किरायेदार था कि व्यापारी की पत्नी की दो युवा भतीजियाँ पढ़ाई के लिये आ गई। किरायेदार की नज़र उन पर पड़ी।