वासना की न खत्म होती आग -4
उन्होंने मुस्कुराते हुए मेरी योनि के दोनों होंठों को दोनों हाथों की उंगलियों से फैला कर छेद को चूम लिया.. ऐसा लगा जैसे एक बिजली का झटका मेरी योनि से होता हुआ मेरे दिमाग में चला गया।
अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ
Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan
Stories about sex relations of girls and ladies with a man not her husband
उन्होंने मुस्कुराते हुए मेरी योनि के दोनों होंठों को दोनों हाथों की उंगलियों से फैला कर छेद को चूम लिया.. ऐसा लगा जैसे एक बिजली का झटका मेरी योनि से होता हुआ मेरे दिमाग में चला गया।
मैंने उतनी ही बेशर्मी से कहा- ...मुझसे मत छुपाइये... क्या आपने राज का लंड नहीं पिया... क्या आपने राज की गांड नहीं मारी... और क्या राज ने आपका लंड नहीं पिया। अगर आप लोग कर सकते हैं तो मैं और लीना एक दूसरे की चूत क्यों नहीं पी सकते?
ठीक है.. मेरी रानी.. मैं देखती हूँ.. अब तू तैयार हो जा अच्छे से.. तेरे जिस्म पर एक भी बाल नहीं होना चाहिए.. ना नीचे.. ना बगलों में.. और ये वाले ब्रा-पैन्टी पहनना नए वाले.. क्योंकि इसमें तेरी चूचियों का साइज़ अच्छा उभर कर आएगा।
मैं घबरा सी गई और पता नहीं मेरे मुँह से ऐसा क्यों निकल गया कि जल्दी कर लो.. मुझे शाम तक जाना है। इतना सुनने की देर थी कि उन्होंने मुझे अपनी बाँहों में भर लिया।
मेरे पति विदेश में रहते हैं, मैं शॉपिंग माल गई तो वहाँ एक लम्बे चौड़े काले अजनबी अफ्रीकन को देख कर मेरे चूत कुलबुला उठी। मैंने उससे चुदने की ठान ली। तो पढ़िए एक अफ़्रीकी से चुदाई की कहानी!
निधि बड़ी मुश्किल से लौड़े को चूस पा रही थी.. क्योंकि इतना बड़ा लौड़ा पूरा उसके गले तक जा फँसा था। दस मिनट तक अर्जुन बड़ी बेरहमी से निधि के मुँह को चोदता रहा.. उसकी आँखे लाल हो गईं.. और आँसू भी आ गए..
चाचा का सुपाड़ा मेरी चूत के अन्दर घुस गया था। 'उह.. उफ्फ्फ उह आहह्ह्ह..' करते हुए चाचा से लिपट कर पूरी चूत चाचा के हवाले करके मैं बुर को चाचा की तरफ करके दूसरे शॉट का इंतजार करने लगी।
उसने मुझे सीधा बिस्तर पर गिरा कर लिटा दिया और एकदम से मेरे ऊपर चढ़ कर अपने लण्ड का सुपारा मेरी चूत पर रख कर एक ही धक्के में अन्दर चूत की जड़ तक ठेल दिया।
मैं चाचा को याद करके चूत के लहसुन को रगड़ने लगी और यह सोचने लगी कि चाचा मेरी रस भरी चूत को चाट रहे हैं और मैं सेक्स में मतवाली होकर चूत चटा रही हूँ।
मैं गाँव के स्कूल में पढ़ाती थी, उसी गाँव में कमरा लेकर रह रही थी. मेरी एक छात्रा के पिता रोज उसे लेने आते और बिटिया की पढाई के बारे में पूछते, साथ में मेरी तारीफ़ भी करते!
वह उसके पीछे घूमा और अब उसके नितम्बों को गहराई से देखा। वह अपने हाथों को उसकी ब्रा के पास चलाते हुए उसके वक्षों के इर्दगिर्द घुमाने लगा और उसके बूब्स को महसूस करने लगा।
पूरी रात मैं चुदाई से थककर जेठ की बाँहों में ही सो गई। सुबह नायर दरवाजा खटकाने लगा तो मैं अपनी नाइटी उठा कर पिछले दरवाजे से बाहर निकल कर छत पर भाग गई लेकिन नाइटी पहननी भूल गई।
मेरा वो दोस्त मुझसे मिलने और सम्भोग के लिए इतना उत्सुक हो चुका था कि वो किसी भी हद तक जाने को तैयार था। मुझे वो रोज परेशान करने लगा तब मैंने यह बात तारा को बताई।
सन्नी ने लौड़े को गाण्ड के छेद पर रखा और ‘घप’ से अन्दर पेल दिया। निधि तो सुकून में थी.. वो मज़े से गाण्ड मरवा रही थी.. साथ-साथ गाण्ड को पीछे-पीछे धकेल कर सन्नी का मज़ा दुगुना कर रही थी।
मैंने सुबह सुबह भाभी को आई लव यू बोल दिया। वो राजी तो थी पर डर रही थी। मैंने उनसे कहा कि मैं दोपहर को आ जाऊँगा, उस वक्त घर में कोई नहीं होता तो उन्होंने हामी भर दी।
सन्नी- साली.. तू दिखती छोटी है.. मगर चुदक्कड़ बहुत बड़ी है.. पता नहीं किसने तेरी चूत को खोला होगा। साला जरूर कोई दमदार बंदा ही होगा.. जिसका मेरे से भी बड़ा है..
मैंने भाभी को बाथरूम में चूत में उंगली करते देखा तो मौका देख उनसे कह दिया कि वे कब तक उंगलियों से काम चलाएँगी। वो मेरी बात सुन कर सिहर गई और नजरें चुराने लगी।
काफी दिन नीरस बिताने के बाद मेरी सहेली के बताने पर एक रिटायर्ड फौजी से ऑनलाइन दोस्ती हुई तो उसके साथ खुल कर बातें होने लगी और एक दिन उसने मुझे कैम पर खुद को दिखाया.
मैं अपने भैया के साथ किसी के घर गया तो वहाँ एक सुन्दर भाभी मिली। उन्होंने मेरा फ़ोन नम्बर ले लिया और मुझे फ़ोन किया। फ़िर एक रात मुझे अपने घर बुला लिया।
तभी जेठ धीरे-धीरे चूमते हुए मेरी चूत तक पहुँचे और मेरी चूत पर जीभ घुमाते हुए मेरी चिकनी बुर को बेदर्दी से चाटने लगे। मैं तड़प उठी, मेरी मस्ती से अब जेठ ने भी मेरी चूत के निकलते रस को चाटते हुए जैसे ही मेरी चूत के फांकों को मुँह में भर कर खींचकर चूसा.. मैं दोहरी हो उठी।