जन्मदिन का तोहफ़ा- हब्शी का लौड़ा
वाइफ़ स्वैपिंग के बाद मेरी बीवी काफ़ी खुल गई थी। एक दिन ब्ल्यू फ़िल्म देखते हुए उसने नीग्रो के लौड़े की मांग कर दी। कहानी में पढ़िए कि उसकी मांग कैसे पूरी हुई…
अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ
Apne pati ke alawa kisi gair mard se chut chudai ki kahaniyan
Stories about sex relations of girls and ladies with a man not her husband
वाइफ़ स्वैपिंग के बाद मेरी बीवी काफ़ी खुल गई थी। एक दिन ब्ल्यू फ़िल्म देखते हुए उसने नीग्रो के लौड़े की मांग कर दी। कहानी में पढ़िए कि उसकी मांग कैसे पूरी हुई…
वाइफ़ स्वैपिंग की कहानी पढ़ के मुझे एक मेल मिला एक विवाहिता लड़की का, वो मुझे मिलना चाहती थी. हम मिले भी और जो हुआ, इस कहानी में पढ़िए...
ट्रेन में बहुत भीड़ थी.. वो औरत मेरे पैरों के ठीक नीचे अपने चूतड़ मेरे पैरों की उंगलियों पर टिकाकर लेट गई थी। मैं कुछ नहीं बोला.. मेरी गाण्ड फटने लगी कि एक अजनबी औरत मुझसे ऐसे बर्ताव कर रही है।
सिनेमा हाल के अन्धेरे में बीवी को लन्ड चुसवाने की मस्ती में मेरी मॉडल बीवी को एक गैर मर्द का लन्ड चूसना पड़ गया। वो तो उसे चोद भी देता लेकिन…
ओनलाइन बनी एक गर्लफ़्रेन्ड से मुझे प्यार हो गया, वो भी मुझे दिल से चाहने लगी थी लेकिन हम चार साल तक नहीं मिल पाए। और जब मिलने का मौका आया तो… कहानी में पढ़िए...
मैं रोमांचित भी बहुत थी, 7 लोग मेरे आस पास बैठे मेरे नंगी होने का तमाशा देख रहे थे, और देखने वाली बात यह कि मुझे खुद नंगी होकर उनको अपना तमाशा दिखाना था।
मैं धीमे-धीमे चलते हुए लेटने से पहले अपने टॉप को निकाल कर केवल ब्रा और स्कर्ट में लेट गई। मेरी ब्रा में कसी चूचियों को देख कर संतोष एकटक मुझे देखने लगा।
रोहन बेड पर बैठे बैठे नीचे खड़ी पायल की चूचियाँ चूस रहा था और उसके हाथ पायल की नंगी पीठ पर, पायल की गदराए चूतड़ों पर घूम रहे थे, वो मस्ती के मारे कांपने लगी थी।
थोड़ी देर उंगली से खेलने के बाद मेरी योनि को उन्होंने और फैला दिया.. तो मैं कराह उठी और अपनी जुबान मेरी योनि से चिपका दी। वो मेरी योनि को चूसने लगे और जुबान को मेरी चूत के छेद पर धकेलने लगे।
मैं बिलकुल नंगी किसी दूसरे की छत पर क्या कर रही हूँ.. मेरी हया और हालत इस बात की चीख-चीख कर गवाही दे रही थी कि मैं चुदने आई हूँ।
मैंने उसकी चूत को चोदने के लिए उसकी दोनों टाँगें ऊपर उठा दीं और दोनों टांगों को फैला भी दिया.. जिससे उसकी चूत हल्की सी फ़ैल गई। उसकी चूत बिल्कुल लाल-लाल और छोटे छेद वाली थी.. जैसे कमसिन लड़की की हो।
मैंने राजे को फर्श पर घुटनों के बल बिठा दिया, अपनी टाँगें खूब चौड़ी करके मैं बिस्तर के सिरे पर बैठ गई और उसके मुंह से चूत लगा दी। बहुत टाइम से रुका हुआ स्वर्ण अमृत की सुरर्र सुरर्र सुरर्र करती हुई धारा राजे के मुंह में जाने लगी।
मेरा दोस्त मेरे घर खाना खाता था. एक बार मॉडलिंग के शूट के कारण दो दिन बाद घर आया.. तो हालात कुछ बदले-बदले से लगे, कीर्ति मुझसे नजरें नहीं मिला रही थी। दोस्त से पूछा तो उसने बताया.
चुदाई की फच्च फच्च, मेरी आहें व सीत्कारें, राजे के मुंह से निकलती हुई हैं हैं हैं और मस्त गालियों की आवाज़ों से कमरा गूंज उठा। यदि कोई घर के बाहर सुन रहा होता तो फ़ौरन समझ लेता यहाँ एक मस्त चुदाई का खेल चल रहा है।
राजे भी बिस्तर पे चढ़ गया और मेरी टाँगें खूब चौड़ी कर के फैला दीं, एक तकिया उठाकर मेरे चूतड़ों के नीचे जमाया तो बुर उसके लंड का स्वागत करने के लिए ऊपर को उठ गई।
मेरी कहानी मेरे साथ बीती एक सच्ची घटना है जो मेरे और मेरे एक क्लाइंट की पत्नी के बीच मे 3 महीने पहले घटी। वो मेरे ऑफ़िस में आई, काफ़ी देर बिजनेस की बात हुई, मैं सोचता रहा कि इसकी मिल जाए तो… जाते हुए उसने मेरा फ़ोन नम्बर लिया और कुछ दिन बाद उसका फ़ोन भी आया।
एक लड़की मेरे पास आई और बोली- ये टॉप निकाल दो.. यहाँ पर सिर्फ़ ब्रा में ही घूमना पड़ता है.. जब तक कस्टमर को कुछ दिखाओगी नहीं.. तो कैसे कस्टमर को फंसाओगी।
मैं उनके ऊपर अपनी टाँगें फैला कर बैठ गई। मैंने एक हाथ से योनि को फ़ैलाने की कोशिश की.. और दूसरे हाथ से लिंग को पकड़ सीधा कर योनि के छेद पर रास्ता दिखाते हुए कमर नीचे दबाने लगी।
मैंने सबसे पहले अपनी साड़ी निकाली और बोली- ये नीचे टाँगों और मेरी चूचियों को ढकने में काम आती है। अब बारी थी मेरे ब्लाउज की.. तो मैं उसके हुक एक-एक करके खोलने लगी।
वह कोशिश कर रहा था कि मेरी मुनिया दिखे.. मैंने भी संतोष की यह कोशिश जरा आसान कर दी। मैंने पूरी तरह सोफे पर लेटकर पैरों को चौड़ा कर दिया। मेरा ऐसा करने से मानो संतोष के लिए किसी जन्नत का दरवाजा खुल गया हो.. वह आँखें फाड़े मेरी मुनिया को देखने लगा।