बाल्कनी से बेडरूम तक
प्रिया घर में अकेली रहा करती थी और उसको टाइम काटना मुश्किल हो रहा था इसीलिए वो शाम को बाल्कनी में आ जाया करती थी। मैंने उस से इधर-उधर की बातें की.. ताकि वो मेरे साथ कंफर्टबल हो जाए।
अपने पति के अलावा किसी गैर मर्द से चूत चुदाई की कहानियाँ
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प्रिया घर में अकेली रहा करती थी और उसको टाइम काटना मुश्किल हो रहा था इसीलिए वो शाम को बाल्कनी में आ जाया करती थी। मैंने उस से इधर-उधर की बातें की.. ताकि वो मेरे साथ कंफर्टबल हो जाए।
मुझ से चुदाने के बाद सलोनी बाथरूम जाने का बहाना बना कर बाथरूम के दूसरे दरवाजे से पूरी नंगी उन तीनों के पास पहुंच गई और फिर से उसी खेल में लग गई... पति के साथ वाले कमरे में होते हुए भी!
शाम को जब छत पर अंकल मेरे साथ छेड़छाड़ कर रहे थे, मैं उनकी गोदी में थी, मेरे चूतड़ों में सख्त सा लगा, उस वक्त कोई और था नहीं, हम दोनों ही थे… मैंने पूछ ही लिया- यह मेरे चूतड़ों में क्या चुभ रहा है?
मैं कमर तक पूरी नंगी अंकल के सामने लेटी थी, उन्होंने मेरी दोनों चूचियों को देखा और मुस्कुराए- इतनी सुन्दर चूची हैं… इन पर निशान पड़ गए ना…
नंगी वो हो तो गई मगर बहुत ज़्यादा डरी हुई थी कि ना जाने क्या हो जायेगा और शर्म से लाल लाल हुई पड़ी थी। मैंने उसकी चूचियाँ चूसना शुरू किया तो वो भी मज़ा लेने लगी।
मैंने कहा- कुतिया साली रांड तुझे गाली खानी है? चूत का भोसड़ा बना दूंगा तेरी… तेरी माँ का भोसड़ा मादरचोद! कल से लंड ले लेती तो आज तक तो तेरी सारी आग बुझ जाती।
सलोनी को अपने पाँव से लंड हिलाने और खेलने में बहुत मज़ा आता है, इस वक्त वह अपना वही मनपसंद खेल खेल रही थी। जावेद चचा का हाथ शॉर्ट्स के ऊपर से ही सलोनी की चूत का पूरा जायजा ले रहा था।
दोनों के लण्ड मुझे सुई की तरह मेरे दोनों बगल से काँटे की नोक जैसे चुभ रहे थे और ऐसा लग रहा था.. मानो मेरी चूत से आग्रह कर रहे हों कि प्लीज़ हमें तुम्हारी प्यारी सी चूत में थोड़ी सी जगह दे दो।
कलुआ बेशर्मी पर उतर आया- मैडमजी, जल्दी से चचा को अपने नंगे चूतड़ दिखा दो, साब आ गये तो गड़बड़ हो जाएगी। जब आप को चोद रहे थे, तभी साब के आने का डर लग रहा था तो फ़टाफ़ट में चोदा आपको!
फिर उन्होंने एक कदम और आगे बढ़ाया और अब दोनों ने एक-दूसरे के लण्ड पर मेरा नाम लिखा और फोटो भेजने लगे। फिर फोटोज से बात वीडियो तक आ गई।
पप्पू- हम आपका बेवकूफ़ नहीं बना रहे चचा... सच... अभी कुछ देर पहले यह मैडम हमारे साथ पूरी नंगी थी उस कमरे में! पप्पू ने बैडरूम की तरफ़ इशारा कर के कहा।
मैं रेनू के पैरों के नाख़ूनों की सफाई भी करता जा रहा था और इतनी करीब से चूत के दर्शन के कारण मेरे तौलिये से बाहर आने को तड़पते लंड ने भी अपनी ऊँचाइयों को छू रखा था।
अब एक साथ दो दो लन्ड सलोनी के अंदर थे। पप्पू का लन्ड सलोनी की गांड में और कलुआ का लंड उसकी चूत में! और कमरे में अनवरत असंख्य सिसकारियाँ... अह्ह आअह ओह्ह ऊई आअह्हा आअह्ह
पप्पू ने सलोनी के गांड के छेद पर उंगली फिराई, सलोनी तुरन्त उठी और वो कुछ कहती, इससे पहले ही कलुआ ने उसका मुँह दबा लिया और पप्पू को इशारा किया।
शॉर्ट्स एक ही बार में पूरी चूतड़ों से नीचे आ गई और सलोनी के मस्त मक्खन जैसे नर्म, चिकने, उठे हुए गद्देदार चूतड़ पूरे नंगे हो गये... चूतड़ों के दोनों पट आपस में चिपके हुये थे...
रेनू ने कोई जल्दी बाज़ी नहीं दिखाई और आराम से पूरी मलाई को मुंह में गिरने दिया। मैं मुंह के अंदर छोटे छोटे धक्के लगाकर पूरी तरह संतुष्टि का मज़ा लूट रहा था।
कलुआ- वो तो दीदी, आप पूरी नंगी हमारे सामने बिल्कुल नहीं शरमा रही थी, तभी लग गया था! हमें तो पता लग गया था कि हमें आप की इत्ती प्यारी फ़ुद्दी मिल जाएगी।
मैं एक बहुत चुदक्कड़ और लौड़े की हमेशा प्यासी रहने वाली लड़की हूँ और शादी के पहले से ही सेक्स की ज़बरदस्त खिलाड़ी रही हूँ। मेरी चूत गर्म की गर्म पड़ी रहती है।
कपड़े उठाते वक्त वो उन लड़कों की तरफ़ अपने चूतड़ करके झुकी तो उसकी गांड का छेद और पीछे को निकली हुई चूत भी उन लड़कों ने खूब अच्छे से देखी होगी।
एक विवाहिता पड़ोसन के साथ चुदाई की कहानी है यह, मैंने उसे छेड़ा तो उसने मुझे रात के समय उसके घर के पीछे वाले कमरे में आने को कहा.