शीमेल का लण्ड और मेरी गाण्ड-3
दो साल पूर्व मैंने चार किशोरियों को लंड दिखाया तो पकड़ा गया लेकिन सबूत ना होने से बच गया.. तो उन चारों ने मेरी गाण्ड ठुकवा कर कैसे बदला लिया इस कहानी में पढ़िए...
गांड मारने, मरवाने या गांड में उंगली घुसाने की चुदाई कहानियाँ
Gaand Marne, marwane ya gaand me ungli ghusane ki sex kahaniyan
Stories related to anal sex
दो साल पूर्व मैंने चार किशोरियों को लंड दिखाया तो पकड़ा गया लेकिन सबूत ना होने से बच गया.. तो उन चारों ने मेरी गाण्ड ठुकवा कर कैसे बदला लिया इस कहानी में पढ़िए...
स्कूल में मेरी गर्लफ्रेंड थी लेकिन मैंने उससे कभी सेक्स नहीं किया था. स्कूल की फेयरवेल पार्टी में उसने सेक्सी साड़ी पहनी थी तो मेरा मन उसे चोदने को होने लगा. और उस दिन जब मैंने उसे चोदा तो पता लगा कि वो अब रक् अनचुदी कुंवारी थी..
दो साल पूर्व मैंने चार किशोरियों को लंड दिखाया तो पकड़ा गया लेकिन सबूत ना होने से बच गया.. तो उन चारों ने मेरी गाण्ड ठुकवा कर कैसे बदला लिया इस कहानी में पढ़िए...
मेरे पड़ोसी दोस्त की हसीन सेक्सी बीवी घर में अकेली थी, मेरी निगाहें उसकी चूचियों पर टिकी और उसने भाम्प लिया… उसने एकदम से मेरा लण्ड ही पकड़ लिया…फिर रात को मैंने उसके घर में उसे चोदा गांड मारी...
यह बात है मेरे लड़के से लड़की बनने की, मैं लड़कियों जैसा दिखने वाला लड़का था मेरी गर्लफ़्रेन्ड ने मुझे सच में लड़कियों की तरह रहना सिखाया और अपने साथ गर्ल हॉस्टल में भी रखा।
मुझे पड़ोसनों को अपना लंड दिखाने का शौक है.. दो साल पूर्व मैंने चार किशोरियों को लंड दिखाया तो पकड़ा बया लेकिन सबूत ना होने से बच गया.. तो उन चारों ने बदला कैसे लिया इस कहानी में पढ़िए...
खूबसूरत मौसी की चूत देख कर मुठ मारी, उसने मुझे पकड़ लिया, मेरा लौड़ा चूसा और मुझसे अपनी फ़ुद्दी चटवाई, और फ़िर रात को मेरी सुहागरात मनवा कर मेरा कुंवारापन तोड़ा
मेरा नाम फराह परवीन है, एक दिन मैं मायके से लौटी तो...मेरी सहेली नगमा और मेरे शौहर रंगरेलियाँ मना रहे थे, तभी एक लड़के ने मुझे गर्म पाकर मेरे साथ वो सब किया… जो वो एक अरसे से करना चाह रहा था।
रेल यात्रा के दौरान एक लड़की से मुलाक़ात हुई, दोस्ती हुई, बातचीत हुई फोन से होते हुए इंटरनेट पे सेक्स चैटफिर कैम पर नंगापन और फिर वो दिन भी आ गया जब हम दोनों एक कमरे में बंद हो गए..
पड़ोसी भैया ने मेरी गाण्ड मारने की कोशिश की तो मुझे धुन सवार हो गई कि मैं उसकी बीवी को चोद कर रहूँगा, और मैंने बीवी के साथ उसकी दो बेटियों को भी चोद दिया।
जिन भाभियों के पति उन्हें चोद कर पूरा मज़ा नहीं देते , वे घर से बाहर चुदाई का सुख ढूंढती हैं! ऎसी ही एक सेक्सी भाभी ने मुझे खुद से सीक्रेट अफेयर का न्यौता दिया और फिर उस भाभी ने जैम कर अपनी फुद्दी मुझसे चुदाई और गांड भी मरवाई!
साले की शादी में मुझे मिल गई एक लड़की जो मेरी साली लगती थी, मेरा दिल उस पर आ गया तो उसकी तारीफों के पुल बाँध कर मैंने उसे पटा के चोद दिया, फिर उसकी गांड मारी..
खूबसूरत पंजाबन सुपरवाइजर मैडम के बदन का दीवाना होकर उसको अपने काम से खुश किया फिर मैडम के चूतड़ों में फोड़ा होने पर उनकी सेवा का फल मुझे उन्होंने अपनी चूत देकर किया...
फिर अजय के हटते ही अनुराग ने अपना लण्ड मेरी चूत में डाल दिया, मैं फिर मस्त हो गई, अनुराग बहुत धीरे धीरे चोद रहा था, दो चार झटके के बाद रुकता, फिर चोदता और मैं उसकी इस हरकत से खुश हो रही थी।
मैं फिर अनुराग को ढूंढने लगी कि तभी उसका लण्ड मेरे हाथों में आया और मैं उसके लण्ड को अपने मुँह में भर कर लण्ड को चूसने लगी। तभी मुझे लण्ड में कुछ फर्क महसूस हुआ तो मैंने कहा- अनुराग तुम्हारा लण्ड कुछ बदला बदला लग रहा है। तो अनुराग ने कहा- नहीं तो रोमा […]
दोस्तो, मेरा नाम राज है, मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। आज जो कहानी मैं बताने जा रहा हूँ वो पूर्णतः एक कल्पित कहानी है। आप इस कहानी के करेक्टर को अपने आप में ढाल के पढ़ियेगा तो कहानी का लुत्फ़ कुछ और ही रहेगा। सामान्य तौर पर यह कहानी अन्य कहानियों से अलग है […]
मैं औंधा लेटा था.. सर ने मेरे चेहरे के नीचे एक तकिया लगा दिया और अपने घुटने मेरे बदन के दोनों ओर टेक कर बैठ गए। ‘अब अपने चूतड़ पकड़ और खोल.. तुझे भी आसानी होगी और मुझे भी.. और एक बात है बेटे.. गुदा को ढीला छोड़ना.. नहीं तो तुझे ही दर्द होगा.. समझ […]
दोस्तो, मैं एक जवान हट्टा-कट्टा युवक हूँ और अपने परिवार के साथ रहता हूँ। मैं बहुत दिनों से अपनी भाभी की छोटी बहन निशी को चोदने की ताक में था। निशी एमबीए की पढ़ाई के लिए शहर आई हुई थी और हमारे साथ ही रहती थी। मैं जानता था कि अपनी ही भाभी की छोटी […]
दोस्तो, मेरा नाम अनिल है.. मेरे यौवन जीवन की शुरूआत मेरी गाण्ड मरवाने से ही हुई। यह किस्सा जब का है.. जब मेरी बहन सपना 18 साल की और में 19 साल का था। हम दोनों एक ही स्कूल में और एक ही क्लास में पढ़ते थे। हम दोनों पढ़ने-लिखने में ज्यादा होशियार नहीं थे.. […]
'सिमरन, तुम मेरी ज़िंदगी की पहली औरत हो, तो मज़े लेने तो बनते हैं।' मैंने कहा। 'तो जी भर के लो, मेरा सारा बदन तुम्हारा है, जैसे चाहो जो मर्ज़ी कर लो। मना लो अपनी सुहागरात मेरे साथ !' उसने मुझे खुली छूट दे दी।