मेरी चूत गान्ड और बड़े-बड़े लौड़े -2
कॉलेज वार्षिक उत्सव से कुछ लड़के मुझे एक घर में ले गए। दारू पीकर मैं मस्त लौड़े चूसने लगी। कॉलेज़ की एक मैडम भी उन लड़कों से चूत और गान्ड मरवाने आई थी। कहानी में पढ़ें मस्त चूत और गान्ड की चुदाई…
गांड मारने, मरवाने या गांड में उंगली घुसाने की चुदाई कहानियाँ
Gaand Marne, marwane ya gaand me ungli ghusane ki sex kahaniyan
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कॉलेज वार्षिक उत्सव से कुछ लड़के मुझे एक घर में ले गए। दारू पीकर मैं मस्त लौड़े चूसने लगी। कॉलेज़ की एक मैडम भी उन लड़कों से चूत और गान्ड मरवाने आई थी। कहानी में पढ़ें मस्त चूत और गान्ड की चुदाई…
कॉलेज में जब वार्षिक उत्सव था, मैंने कई रोल करने थे कि बैकस्टेज पे रोशनी गुल हो गई और एक साथ कई हाथ और होंठ मेरे बदन पर घूमने लगे. उसके बाद वे मुझे एक घर में ले गए, वहाँ पर मेरे कॉलेज की एक मैडम भी आई...
दोस्त की बहन को अपने कमरे पर लाकर चोदना शुरू किया तो वो खाई खेली थी, खुद बताया कि 5 लंड खा चुकी है.. लेकिन गांड उसकी कुंवारी थी तो गांड की सील तोड़ी..
मैं अपने पड़ोसी के बेटे से चुदवाना चाहती थी पर वो पड़ोसी होली के दिन अकार मेरी चूचियों, चूत और गांड में रंग लगा कर मसल गया. थोड़ी देर बाद उनका बेटा आया और...
सूर्या अपनी बहन को चोदना चाहता था, मैंने सोनिया को उसके भाइ से चुदने के लिये राजी किया, बदले मे सूर्या ने अपनी बड़ी बहन के साथ मेरी दोस्ती कराने का वादा किया।
एक लड़की से मैं सच्चा प्यार करता था। लेकिन मैं पढ़ाई के लिये बाहर गया तो मुझे पता लगा कि वो किसी और से प्रेम प्रेम खेल रही है। उसकी चूत और गांड चोद कर मैंने कैसे बदला लिया…
मैं तेल की शीशी लाया.. और सोनाली की गाण्ड के छेद पर तेल लगाने लगा। थोड़ी देर तेल लगा कर उंगली ऊपर से घुमाता रहा.. फिर जब गाण्ड का छेद मुलायम हो गया तो मैंने अपना लंड घुसा दिया।
आधी रात को मैंने देखा तो वो दोनों नीचे एक-दूजे को बाँहों में भर कर चुम्बन कर रहे थे। उसकी बीवी गैर मर्द के सामने चुदने की बात कर रही थी। मैं अन्दर कैसे गया! कहानी के इस भाग में!
मेरे पापा घर से दूर रह कर जॉब करते हैं और मेरी सौतेली लेकिन खूबसूरत मम्मी अपनी जवानी की अन्तर्वासना में जलती रहती थी. मैंने उनकी चूत छोड़ कर उनकी मदद कैसे की! इस कहानी में पढ़िए !
मैं नए पीजी में गया तो वहां की मालकिन मेरे साथ खुल गई और मेरे संग बाइक पर शोपिंग के लिए जाने लगी. हम आपस में इतने खुल गए कि बात चूत, गांड चुदाई तक पहुँच गई
मैंने पहले उसके नाजुक से शरीर पर अपने हाथों से मोरपंख को घुमाया जिससे उसके पूरे बदन में एकदम से सिहरन सी दौड़ गई। जैसे ही मैं मोरपंख उसके चूतड़ों की दरार में से नीचे की ओर ले जाने लगा उसने अपने चूतड़ एकदम से सटा लिए और मोरपंख को अपनी दरार में फंसा लिया।
पूजा ने शाम को मुझे अपने घर बुलाया, उसने कुछ तैयारी कर रखी थी, चूत चिकनी कर रखी थी, कुछ तैयारी मैं करके गया. उसने डिलडो से मेरी गांड भी मारी.
स्नेहल की कुंवारी चूत की पहली चुदाई के बाद अब मेरा मन उसकी कुंवारी गांड मारने का कर रहा था। मेरे मन मे ख्याल आया और मैंने परीक्षा की तैयारी के बहाने उसे अपने घर में बुला लिया।
अब भाभी मेरे लंड को अपनी गांड में डाल चुकी थी, चेहरा उनका बिल्कुल लाल हो गया था, क्या लग रही थी! मैं भाभी की कमर पकड़ के नीचे से हल्का धक्का देने लगा, ऊपर से भाभी अपने चूतड़ ऊपर नीचे कर के मुझे चोदने लगी।
मैंने भी उसकी गांड के छेद को फैलाया और चाटने लगा, गांड चाटते-चाटते मैं सुहाना से बोला- जानू यार तुम्हारी गांड तो बड़ी मस्त है, और स्वाद भी बड़ा ही मजेदार है। यार मेरा लंड नहीं मान रहा है।
कहानी के इस भाग में कि कैसे भाभी से रिश्ता आगे बढ़ा, कैसे भाभी ने अपनी कुंवारी गांड मुझे चोदने दी, पहले मैंने उंगली घुसा कर गांड के छेद को खुला किया और फ़िर…
मेरी सुहागरात की बात, लेकिन कहानी में कुछ मिर्च मसाला और कल्पना भी है कि रोचकता बनी रहे और आपको पढ़ने का भी मजा मिले! इस दूसरे भाग में मेरी बीवी का शील भंग!
दिन में नहाने के बाद मैंने अपना छोटा नेकर और सैक्सी टॉप पहना, अंजलि मुझे देखकर हैरान थी। मैंने कहा- ललित को भी ऐसी ही लड़कियाँ चाहियें इसलिये तुझे भी ऐसे ही कपड़े पहनने होंगे।
उनकी चूचियाँ बहुत बड़ी हैं, चूतड़ भी तरबूज जैसे हैं। इतनी कातिल जवानी है कि कोई भी उसको देख मुठ मारने लग जाए। मैंने भी उनके सपने देख कर बहुत बार मुठ मारी।
मुझे उस पर गुस्सा आया कि वो मेरे भाई से मेरी चुदाई की बात कर रहा है। फिर मैंने सोचा कि गनीमत है कि इसने मेरा नाम नहीं लिया.. और मैं उसे देखते हुए फिर से चुदाई के बारे में ही सोचने लगी।