कुँवारी पिंकी की सील तोड़ चुदाई -7
मैंने पीछे से ही पिंकी की गांड पर लंड को रखा और जोर के धक्का मारा, पिंकी 'ऊऊओईईई ईईईईई…!' करके रह गई। इस बार आधे से ज्यादा लंड पिंकी की गांड में चला गया.
गांड मारने, मरवाने या गांड में उंगली घुसाने की चुदाई कहानियाँ
Gaand Marne, marwane ya gaand me ungli ghusane ki sex kahaniyan
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मैंने पीछे से ही पिंकी की गांड पर लंड को रखा और जोर के धक्का मारा, पिंकी 'ऊऊओईईई ईईईईई…!' करके रह गई। इस बार आधे से ज्यादा लंड पिंकी की गांड में चला गया.
पायल जब उठी तो उसको गाण्ड में दर्द महसूस हुआ.. वो जब चलने लगी तो उसकी चाल बदल गई दर्द की वजह से.. वो कूल्हे उठा कर चल रही थी। पायल गाण्ड को मटकाती हुई सीधी बाथरूम की तरफ़ चली गई।
एक सेक्सी मूवी में मुझे एक लड़की मिली, उसे मैं अपने कमरे में ले आया चोदने के लिये। कमरे में आते ही उसने सेक्सी खेल खेलने शुरु किये, मेरी आंखों पर पट्टी बांध कर मुझे बेड से बांध दिया।
पायल को अब मज़ा आने लगा था। वो हाथों पर ज़ोर देकर फिर से घोड़ी बन गई थी और पुनीत अब उसके कूल्हे पकड़ कर 'दे दनादन..' लौड़ा पेल रहा था। कुछ देर बाद पुनीत ने पायल की गाण्ड में पिचकारी मारनी शुरू की..
पुनीत ने पायल के मुँह पर लौड़ा लगा दिया और हाथ से उसके बाल पकड़ कर लौड़ा उसके गालों पर घुमाने लगा- मेरी जान ले चूस.. पायल- भाई आपके इरादे ठीक नहीं लग रहे.. मुझे तो डर लग रहा है आपसे.. पता नहीं आज मेरी गाण्ड का क्या हाल करोगे..
पुनीत- मेरी बहना, टेंशन मत ले.. मैं बस तुम्हें बताने आया हूँ.. सो मत जाना.. मैं थोड़ा बाहर जाकर आता हूँ.. उसके बाद आकर सीधा तेरे पास आ जाऊँगा.. तू बस टाँगें फैला कर तैयार रहना..
वह उसके पीछे घूमा और अब उसके नितम्बों को गहराई से देखा। वह अपने हाथों को उसकी ब्रा के पास चलाते हुए उसके वक्षों के इर्दगिर्द घुमाने लगा और उसके बूब्स को महसूस करने लगा।
सन्नी ने लौड़े को गाण्ड के छेद पर रखा और ‘घप’ से अन्दर पेल दिया। निधि तो सुकून में थी.. वो मज़े से गाण्ड मरवा रही थी.. साथ-साथ गाण्ड को पीछे-पीछे धकेल कर सन्नी का मज़ा दुगुना कर रही थी।
मेरी ममेरी बहन परीक्षा के लिये दस दिन मेरे पास रहने आई तो उसे देखते ही मेरे लन्ड में हलचल होने लगी थी। दिन भर बाइक पर उसे घुमाने के बाद रात को हमने एक ही बिस्तर पर सोना था।
दोस्तों के साथ गांड मराई का खेल खेलने से मुझे गांड में कुछ लेने की आदत पड़ गई, मैं डिलडो ले आया. एक दिन मैं नंगा हो कर डिलडो गांड में घुसा रहा था कि भाभी ने देख लिया.
भाभी मेरे पास आकर बैठ गई.. और बोली- कोई फ़्रेंड बना रखी होगी.. उसी में मस्त रहता होगा। सच बता कि अब तक किसी के साथ कुछ.. मेरा मतलब है कि किसी के साथ सेक्स किया है?
मैंने वेसलिन ली और पिंकी की गांड में लगा दी, मैंने अपने लंड पर भी लगाई। अब पिंकी तो पेट के बल लेटी हुई थी, मैंने पिंकी की गांड में ऊँगली करी और अंदर बाहर करने लगा।
मैंने लंड को उसकी गाण्ड पर सैट करके ज़ोर लगा कर धक्का दिया जिससे लंड गाण्ड के अन्दर दाखिल हो गया 'अहह मैं मरीईई ईईई.. फट गई.. बहनचोद.. साले कुत्ते.. हरामी.. रुक ज़ाआअ.. भाई.. तुझे मेरी गाण्ड से क्या दुश्मनी है.. तू छोड़ मुझे..'
मेरे पापा की चचेरी बहन हमारे घर रहने आई हुई थी। जवानी के जोश में उसने मुझसे अपनी चूत की सील तुड़वा ली तो मैं बुआ की गांड मारने के मौके तलाशने लगा. और मौक़ा मिला भी...
मैंने दरवाजे की साइड अनु का सिर करके नीचे लिटा दिया और मैं उसके ऊपर आ गया। तभी मैंने देखा कि मौसी दरवाजे पर खड़ी हैं। मैं उन्हें दिखा कर अनु की चूत में ज़ोर से झटके मारने लगा। मौसी हैरान रह गईं और नहाने चली गईं, मैं चुदाई करने लगा।
उनके मस्त मम्मों को दबाते चूमते हुए मैंने भाभी की साड़ी खोल दी। फिर भाभी के पेटीकोट का नाड़ा भी खोल दिया और पेटीकोट को उतार दिया। अब भाभी मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थीं।
तभी आंटी ने आपनी गाण्ड उठा दी, मेरे लिए तो जैसे जन्नत का रास्ता खुल गया था, मैं आंटी की गाण्ड में उंगली देने लगा और आंटी अपनी गाण्ड दबवाने के साथ मेरा लौड़े को भी दबाने लगीं।
पहली बार अपनी चूत फड़वाना और वो भी जैसे अधेड़ से.. ये थोड़ा अजीब था, ये बेमेल रिश्ता हुआ कैसे? यह मेरी समझ में तब आया.. जब उसने खुल कर बात बताई।
एक रात मैंने पड़ोसन आंटी को छत पर मूतते देखा. उन्हें भी पता चल गया कि मैंने देखा है। अगले दिन उन्होंने मुझे बुलाया और पूछा कि क्या क्या देखा.
यह कहानी मेरे और एक औरत के बीच की है, उसने अपनी चुदाई करवाने के लिए मुझे पैसे देकर घर बुलाया और अपनी चूत तो मरवाई ही, खुद कहा कर गांड भी मरवाई.