जिस्मानी रिश्तों की चाह -3
उसने मुझे बताया कि उस लड़के के होंठों को किस करो.. उसके निचले होंठ और ऊपरी होंठ को बारी-बारी चूसो.. उसके लण्ड को चाटो और मुँह में भर के चूसो और उससे कहो कि वो तुम्हारे लण्ड को चूसे।
गांड मारने, मरवाने या गांड में उंगली घुसाने की चुदाई कहानियाँ
Gaand Marne, marwane ya gaand me ungli ghusane ki sex kahaniyan
Stories related to anal sex
उसने मुझे बताया कि उस लड़के के होंठों को किस करो.. उसके निचले होंठ और ऊपरी होंठ को बारी-बारी चूसो.. उसके लण्ड को चाटो और मुँह में भर के चूसो और उससे कहो कि वो तुम्हारे लण्ड को चूसे।
मेरी कहानी पढ़ कर एक महिला का मेल आया, वो मुझसे चुदाना चाहती थी लेकिन उसने पैसे देने में असमर्थता जाहिर कर दी। उसने मुझे अपने घर बुलाया।
मैंने सोचा कि क्या होगा अगर मेरे पास एक लड़का और एक लड़की हो.. तो मैं चोदने के लिए किसे तरजीह दूँगा। फ़ौरन ही मेरे जेहन ने मुझे बता दिया कि मैं 'गे' नहीं हूँ। मैं हमेशा लड़की को चुदाई के लिए तरजीह दूँगा..
मैंने देखा.. फूफाजी और बुआ दोनों नंगे बैठे हुए थे। बुआ फूफा जी के लंड को अपने हाथ में पकड़ कर हिलाए जा रही थीं और बुआ के दोनों दूध झूल रहे थे, फूफा जी बुआ के चूचों को मसल रहे थे।
पड़ोसन लतिका की चूत के बाद अब उसकी गांड मारने की बारी थी, वो भी गांड मरवाना तो चाहती थी पर गांड चुदाई के दर्द से डरती थी क्योंकि उसकी गांड अभी तक अनचुदी थी।
मामा ने मुझे बिस्तर के किनारे खींचा और पीठ के बल लिटा दिया। इस पोजीशन में मेरी गाण्ड उनके लंड के सामने आ गई। मामा ने मेरी गाण्ड पर अपना सुपारा लगाया और अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए।
मैंने उनको दीवार के पास खड़ा किया और उनकी एक टांग को टेबल पर रखा.. दूसरी को फर्श पर रहने दिया। इससे उनकी चूत खुल कर सामने दिखने लगी।
राजीव ने अपना लंड कामिनी की गांड में घुसा दिया। कामिनी दर्द से चीखी और अलग होने की कोशिश करने लगी। तब तक मैं कामिनी की चूत को अपने लंड के पास ले आया था और कामिनी को नीचे झुका कर अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया।
मैं उसकी चूत चाटते हुए उसके पानी के निकलने का इंतज़ार करने लगा। काजल काफ़ी ज़ोर लगा रही थी। काफ़ी ज़ोर लगाने के बाद उस्का पेशाब निकल पड़ा। मैं उसका पूरा मूत पी गया और तब तक पीता रहा..
वो बोली- हाँ मुझे पता है.. मेरी एक सहेली भी अपने पति से गाण्ड मरवाती है.. उसको भी बड़ा मज़ा आता है.. लेकिन मैं तो तुम्हारे लण्ड से डर रही हूँ इतना बड़ा लण्ड और मोटा भी.. मेरी गाण्ड में कैसे जाएगा.. अगर चला भी गया.. तो दर्द बहुत होगा.. ना बाबा ना..
दूसरी सुबह अपने कमरे में से बाहर निकला और ऊपर गैलरी की तरफ देखा.. तो वो मेरे इंतज़ार में पहले से ही मौजूद थी। मुझे देख कर मेरी प्यारी भाभी मुस्कुरा दी और ऊपर आने का इशारा दिया।
मुझे लड़कों में ज्यादा रुचि है. रोहतक में आरक्षण के दंगों के कारण मुझे अपने दोस्त के कमरे में रुकना पड़ा. वहाँ उसके रूममेट को देख कर देखता ही रह गया.
मैडम- अब तुम्हें चुदाई का चस्का लग गया है.. अब तुम दूसरा शिकार ढूँढ लो और आज आखिरी बार मेरी चुदाई कर लो। मेरी चुदाई करके मुझे गुरूदक्षिणा दे दो।
आंटी चूत चुदवाने को अधीर थी, मैंने आंटी की कसी चूत के अन्दर लौड़ा घुसाकर उनकी चूत खुली की फ़िर आंटी को अपने ऊपर लेकर निलेश को उनकी गांड में लंड घुसाने को कहा।
अपनी मामी, मासी, चाची, बुआ और उनकी लड़कियों के चूचे तो मैंने दबा कर देखे ही थे। एक दो रिश्तेदारों की चूत भी देखी थी। मगर किसी सोई हुई लड़की या औरत की चूत को छूना खतरे से खाली नहीं होता।
अम्मी ने एक बार नीचे उनके लण्ड को देखा और अपनी चड्डी से ढकी चूत उनके लण्ड से टकरा दी। अब वो अपनी चूत वाला भाग लण्ड पर दबा रही थीं।
मैंने शादी से पहले अनगिनत लण्डों को देखा है। उसमें मेरे भाई, पापा, चाचा और भी कई लोग आते हैं। मैंने बाथरूम के रोशनदान में एक छेद ढूंढ लिया था जिसमें से मैं इन सभी को देख लेती थी।
मुझे लड़कियों से ज्यादा 35+ के मर्द ज्यादा भाते हैं। उनका शरीर, डील-डौल, मरदाना आवाज मुझे बहुत अच्छी लगती है। ऐसा नहीं है कि मेरी गर्लफ्रेंड नहीं है, मेरी दो गर्ल फ्रेंड हैं!
सेक्स की कोई उम्र नहीं होती, हर उम्र के मर्द औरत को सेक्स की चाहत होती है। यह बात अलग है कि वो अपनी उम्र के साथ साथ अपनी इस इच्छा को दबा लेते हैं, या फिर मार लेते हैं। पर चूत और लंड की चाहत सभी को हर उम्र में होती है।
प्रवीण ने अपने सीधे हाथ से मेरी जांघिया को नीचे खींच दिया और मेरी गांड का छेद उसकी आखों के सामने आ गया। वो मेरे नर्म मुलायम चूतड़ों को हाथों से दबाता हुआ इस्स इस्स करने लगा और अपनी उंगली मेरी गांड में डाल दी।