मस्त मटकती गांड वाली माल पड़ोसन की चुत चुदाई
मेरे पड़ोस में मोटे कूल्हों वाली आंटी रहती थी। उसके पति दूसरे शहर में नौकरी करते थे। मैंने कैसे उस आंटी को पटा कर उनकी चूत चुदाई की, इस कहानी में पढ़िये।
गांड मारने, मरवाने या गांड में उंगली घुसाने की चुदाई कहानियाँ
Gaand Marne, marwane ya gaand me ungli ghusane ki sex kahaniyan
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मेरे पड़ोस में मोटे कूल्हों वाली आंटी रहती थी। उसके पति दूसरे शहर में नौकरी करते थे। मैंने कैसे उस आंटी को पटा कर उनकी चूत चुदाई की, इस कहानी में पढ़िये।
मैं और मेरे भैया-भाभी टूर पर गए हुए थे, और भाभी की फ्रेण्ड पूजा भी साथ में थीं.. एक जगह बहुत भीड़ थी, लोग लाइन में जा रहे थे, पूजा मेरे आगे लाइन में लगी थी।
मैंने अपनी प्यारी दीदी को अपने दोस्तों से चुदवाया। उसके बाद दीदी उन्हें अपनी एक और चुदाई की कहानी सुनाने लगी कि कैसे बस स्टैंड पर उसे चार लफंगे मिले...
चण्डीगढ़ में पूनम की चुदाई करके हम निकल पड़े और पानीपत से सोनिया को लेते हुए सुखदेव के ढाबे पर खाना खाकर चल पड़े और जयपुर में रात बिताई दोनों लड़कियों के साथ।
वो मूतने जाने लगी तो मैंने मैंने अपने होंठ उसकी चूत पर लगा दिए। फ़िर बाथटब में उसकी गांड में उंगली करते हुए चूत चाटी। उसके बाद उसकी गांड मारी।
चुदाई शुरू हो चुकी थी, मैंने उसे दोहरा मज़ा देने के लिये उसकी गांड में डिल्डो घुसाया और फ़िर आगे से चूत में लौड़ा… वो तो मज़े से पागल हो गई इस दोहरी चु्दाई से…
मेरी गुम हुई पैन्टी मुझे मेरे बेटे के बेडरूम से मिली, मुझे लगा कि मेरा भतीजा ले गया होगा। फ़िर सबके जाने के बाद भतीजे ने बताया कि वो कल वापिस जा रहा है। लेकिन जाने से पहले…
इन्टरव्यू के दौरान अन्तर्वासना कहानियों की बात चल निकली, वो भी अन्तर्वासना की शौकीन थी। मैंने उसे अपनी कहानियों के बारे में बताया और हम दोनों काफ़ी खुल गए।
अब दो रातें बची, पहली रात हमने बाथरूम सेक्स का मजा लिया, पहली बार उसने मेरा वीर्य मुँह में लिया। दूसरी रात हमने सुहागरात की तरह मनाई। कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
मेरी पड़ोसन की लड़की प्रतिबन्धों के दायरों में रह कर उन सभी कामों का आनन्द मेरी मदद से उठा रही थी। अक्षतयोनि रखने की चाहत में उसने गांड में लिंग का स्वाद चखा।
मैं अपनी एक समस्या का हल आप पाठकों से चाहता हूँ. मेरी बीवी पहले तो खूब मज़े से गांड मरवाती थी लेकिन अब वो गांड मारने नहीं दे रही है. मैं क्या करूँ!
गौसिया मेरा लंड अपने बदन के अन्दर चाहती थी। मैंने उसे गांड मराने का सुझाव दिया तो वो फ़ौरन तैयार हो गई। कहानी में पढ़िए कि कैसे मैंने उसकी गुदा को तैयार किया।
मैं और फ़रहान अपनी बड़ी बहन के नंगे बदन से चिपके पड़े थे, वो उनकी गांड चाट रहा था और मैं चूत में उंगली कर रहा था। तभी आपी ने मेरा लंड अपने हाथ में लिया।
मैं अपने लिए पहली चूत की तलाश में इधर उधर मारा मारा फिरता था, किसी भी लड़की को या भाभी को देखकर मैं उसे चोदने के ख्यालों में डूब जाता था। क्या मेरी तलाश पूरी हुई? कैसे?
मैं मामा की शादी में गया, काफ़ी सुंदर लड़कियाँ आई हुई थीं.. एक लड़की मुझे अच्छी लगी, उसे लाइन दी तो वो भी शुरू हो गई। उस लड़की को पटा कर मैंने कैसे बजाया, कहानी पढ़ कर पता लगाइये।
मैंने ज़्यादा देर ना करते हुए अपने लंड पर बहुत सा तेल लगाया और चाची की गाण्ड पर दोबारा से तेल लगाया और फिर लंड को उनकी गाण्ड पर सैट करके धक्का मारा..
सुमन चाची की गाण्ड भी बहुत मस्त व टाइट थी और मैं उनकी गाण्ड में भी अपना लंड पेलना चाहता था पर सुमन चाची गाण्ड मरवाने के नाम से ही बिदक जातीं और कहतीं- इसे तो तेरे चाचा भी नहीं मार सके..
मैंने आपी के कूल्हों में अपने लण्ड को ज़रा और दबाया.. तो उन्होंने मेरे लण्ड के दबाव से बचने के लिए अपने कूल्हों को दायें बायें हरकत दी तो उसका असर उलटा ही हुआ और मेरा लण्ड आपी के कूल्हों की दरार में मुकम्मल फिट हो गया।
वो बोलीं- तुम्हारा लण्ड बहुत शानदार है.. पता नहीं फिर कब इससे अपनी चूत चुदवा पाऊं.. आज मैं तुम्हारा लण्ड अपनी गाण्ड में भी महसूस करना चाहती हूँ.. क्या तुम मेरी गाण्ड मारना पसंद करोगे?
वो पेट के बल लेट कर पढ़ रही थी। उसके चूतड़ ऊपर थे, तब उसने वही टी-शर्ट और कैपरी पहन रखी थी। मैं उसकी गाण्ड की दरार में उंगली घुमाने लगा।