शादी की पहली रात सुहागरात
शादी के बाद मैं अपनी बीवी सोनू को लेकर अभी घर आया था। घर में सब लोग अपने काम में लगे हुए थे, लेकिन मैं रात का इन्तज़ार कर रहा था। आज मेरी सुहाग रात जो थी।
गांड मारने, मरवाने या गांड में उंगली घुसाने की चुदाई कहानियाँ
Gaand Marne, marwane ya gaand me ungli ghusane ki sex kahaniyan
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शादी के बाद मैं अपनी बीवी सोनू को लेकर अभी घर आया था। घर में सब लोग अपने काम में लगे हुए थे, लेकिन मैं रात का इन्तज़ार कर रहा था। आज मेरी सुहाग रात जो थी।
'यह लिपस्टिक का निशान है! अच्छा! समझ गई! अभी अभी मम्मी ऊपर आई थी, तभी उन्होंने यह किया होगा! मम्मी भी ना बस! सुबह मन नहीं भरा उनका?' सोनल बोली.
मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ और इसकी तकरीबन सारी कहानियाँ पढ़ चुका हूँ। आज मेरा भी मन किया अपनी कहानी आप लोगों को बताने का! मेरा नाम जतन है और मैं गाँव जुलाना, हरियाणा का रहने वाला हूँ। बात उस समय की है जब मैं 18 साल का था और बिल्कुल कुंवारा था। मैं […]
चाय पीकर जीजाजी नहाने चले गए। बाथरूम से ही उन्होंने मुझे आवाज़ दी- योगू आओ, तुम भी नहा लो। मैं समझ गया कि उनका इरादा क्या है। पूरे दिन बाहर रहने के कारण वह दिन में एक बार भी मेरी गाण्ड नहीं मार सके थे। मैं बाथरूम में आ गया। उन्होंने ही मेरे सारे कपड़े […]
खाना खाने के बाद जीजाजी ने थोड़ी देर आराम किया। मुझे भी अपने पास लिटा कर मेरे लण्ड को सहलाया तथा उसे मसला भी। मेरे गाण्ड के छेद में उंगली डाली, मुझे मजा तो आ रहा था पर न जाने क्यूँ यह सब मुझे बहुत अच्छा नहीं लगा।
मैंने कमरे का दरवाज़ा बन्द कर दिया। कीर्ति ने मना किया तो मैंने कहा कि कुछ नहीं करूँगा, बस एक बार तुम्हें नंगी देखना चाहता हूँ। मैंने उसके शरीर से तौलिया हटा दिया।
मैंने बड़े आराम से छेद पर आंख लगा दी। अनिल पहले तो चाची से बात करता रहा... फिर उसने चाची के ब्लाऊज़ पर ऊपर से ही हाथ फ़ेरा। चाची ने उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंचियों पर दबा दिया।
मेरा नाम शैली है। मेरी उम्र 29 साल है। मैं अमेरिका के एक बड़े शहर में अपने पति के साथ रहती हूँ। मेरी एक सहेली है लेस्ली, मेरी ही उम्र की, जो मेरे साथ ही काम करती है। उसका पति टॉम मेरी पति के साथ काम करता है। लेस्ली भी दिखने में बहुत खूबसूरत है।
जो हन्टर, कामिनी सक्सेना ट्रेन अपनी गति पकड़ चुकी थी। मैं खिड़की के पास बैठा हुआ बाहर के सीन देख रहा था। इतने मे कम्पार्ट्मेन्ट मे एक सुन्दर सी लड़की अन्दर आयी। मैंने उसे देखा तो चौंक गया। सामने आ कर वो बैठ गयी। मैं उसे एकटक देखता रह गया। तभी मेरा दिमाग ठनका। और […]
मैं स्वीटी को बेडरूम की दीवार के सहारे चिपकाकर पहले एक लम्बी होंठ किस करते हुए उसके गाऊन के ऊपर से ही अपने एक हाथ को उसके प्यारे बॉब्स पर रखकर सहलाने लगा और दूसरे हाथ को उसकी चूत पर रखकर सहलाने लगा
कई दिनों तक उसकी चूत चोदने के बाद मुझे उसकी उभरी गाण्ड में लण्ड डालने की जबरदस्त इच्छा होने लगी। पर जब भी मैं उसकी गाण्ड में लण्ड डालने की बात करता, वो मुझे मना कर देती कि इसमें बहुत दर्द होगा। पर मैं भी कहाँ मानने वाला था।
मैं मुसकराती हुयी बाहर चली आयी। मुझे लगा आज काम फ़िट हो गया। मुझे उसके हाथों का स्पर्श अभी भी महसूस हो रह था। दिल में एक गुदगुदी सी उठ रही थी। मेरे जिस्म में वासना जागने लगी। मेरा दिल अब उस से अकेले में मिलने को आतुर हो उठा।
उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे अपने बेडरूम में ले गई वहां जाते ही हम दोनों ने किस करनी शुरू कर दी। फ़िर मैंने उसका कमीज़ निकाल दिया। उसके बूब्स चाँदी की तरह चमक रहे थे, उसने श्वेत ब्रा डाली हुई थी
मैं बाहर से उन तीनों का यह जवानी का खेल देख रहा था। मेरी बीवी मेरे सामने ही मेरे दोस्तों से चुद रही थी इससे बड़ी ब्लू फ़िल्म मेरे लिए और क्या होगी।
अचानक रात को मेरी नीन्द फिर खुल गयी… मेरी चूत में विजय का लन्ड घुसा हुआ था… मैं चुपचाप सोने का बहाना करती रही… वो चोदता रहा… मैं अपने आपको ज्यादा देर नहीं रोक सकी… उसके बदन को कसती गयी… उसने मेरी चूंचियां फिर से कस कर दबा दी…
मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई जो इंडियन है और अब अमेरिका में रहती है। उसका नाम रेशमा है और वो भी बरोदा से ही है। एक दिन उसने मुझे बताया कि वो इंडिया आ रही है तो मैं खुशी से पागल हो गया और मन ही मन उसकी चुदाई करने की सोचने लगा।
मेरा नाम राजेश है, यह मेरी पहली कहानी है, मुझे सेक्सी कहानियाँ पढ़ने बहुत मजा आता है। एक बार मैं अकेले घर पर था, उस दिन मेरे घर पर कोई नहीं था। मैं सेक्सी बुक देख रहा था, मेरा लंड खड़ा था मेरे घर का दरवाजा खुला था। तभी पड़ोस में रहने वाली भाभी जी […]
मैंने धीरे से खिड़की से झांक कर देखा। वो लड़के सुमन की चूचियाँ दबा रहे थे। सुमन ने पेन्ट के ऊपर से ही एक का लण्ड पकड़ रखा था। सुमन बार बार आनन्द से सिसकारियाँ भर रही थी।
मैंने उसके ऊपर आकर उसके गांड के छेद पर अपना लण्ड सटाया और धक्का मारा तो लण्ड तो आधा अन्दर गया, पर उसकी आवाज़ में मुझे दर्द महसूस हुआ।
प्रेषक : दीपक हाय ! मैं दीपक, आपने मेरी कहानी स्कूल में मस्ती का पहला भाग पढ़ा और मुझे मेल भेजे! शुक्रिया ! अब अगला भाग :- मै फ़िर से निधि को चोदने का अवसर ढूंढने लगा. स्कूल में नए साल की पार्टी थी. कार्यक्रम ७.३० शाम को था. सभी लड़के, लड़कियां ७ बजे से […]