दूसरी सुहागरात पर गांड चुदाई
हिन्दी सेक्स स्टोरी की शौकीन एक पाठिका के आग्रह पर मैं पहली बार की गांड चुदाई की कहानी लिख रही हूँ। शादी की दूसरी सालगिरह की रात मेरे पति ने मेरी गांड मारी।
गांड में उंगली डाल कर सेक्स का मज़ा लेने या देने की कहानियाँ
Gaand me ungli daal kar sex ka mazza lene ya dene ki kahaniyaan
sex stories about enjoying sex with fingering in ass
हिन्दी सेक्स स्टोरी की शौकीन एक पाठिका के आग्रह पर मैं पहली बार की गांड चुदाई की कहानी लिख रही हूँ। शादी की दूसरी सालगिरह की रात मेरे पति ने मेरी गांड मारी।
सहेली के साथ लेस्बीयन सेक्स करके मैं बेटे के कमरे में गई तो वो मेरी पैन्टी सूंघ रहा था, वो अपनी मां की चूत चोदना चाह रहा था। मैं उसे मना नहीं कर पाई।
एक लड़की से मेरी दोस्ती थी, हम साथ घूमते थे लेकिन उसका बॉयफ़्रेंड कोई और था। मेरी नजर उसके बदन, उसकी चूचियों पर रहती थी। उसे चोदने का मौका कैसे मिला!
गाँव की भाभी को गन्ने के खेत में दिनदिहाड़े चोद कर बड़ा मज़ा आया। भाभी भी मुझसे बार बार चुदवाना चाहती थी। मैंने उन्हें उनके पति के पास दिल्ली आकर रहने को कहा।
भाभी की चूत चुदाई केर बाद मेरा मन भाभी की गांड मारने का कर रहा था लेकिन मैंने भाभी को बताया नहीं। मैंने भाभी की मालिश करके उसकी गान्ड मारने की तैयारी कर ली।
अपनी बीवी की गैर मर्द से यौन सन्तुष्टि होते देख मुझे ख्याल नहीं रहा कि कोई और भी है जो अपनी वासना तृप्ति की आस लिए यहाँ थी, उसकी सन्तुष्टि मेरा फ़र्ज़ है।
आपी की चूत चूसने के साथ मैं उनकी चूत में उंगली करने लगा। फ़िर मैंने उनकी गांड में जीभ लगा दी और थोड़ी देर बाद आपी की गांड में उंगली घुसा दी तकरीबन डेढ़ इन्च…
वो मूतने जाने लगी तो मैंने मैंने अपने होंठ उसकी चूत पर लगा दिए। फ़िर बाथटब में उसकी गांड में उंगली करते हुए चूत चाटी। उसके बाद उसकी गांड मारी।
मैं अपनी मामी को चोदने के जुगाड़ में था, वो मेरे साथ ही सो रही थी पर मेरी गांड फ़ट रही थी कुछ करते हुए… इस कहानी को पढ़ कर देखिये कि मैंने कुछ किया या नहीं?
मैंने ज़्यादा देर ना करते हुए अपने लंड पर बहुत सा तेल लगाया और चाची की गाण्ड पर दोबारा से तेल लगाया और फिर लंड को उनकी गाण्ड पर सैट करके धक्का मारा..
थोड़ी देर इसी प्रकार चूसने के बाद ऐश्वर्या रीना रानी से बोली- दीदी... अब ज़रा भी दर्द नहीं हो रहा... बड़ा मज़ा आ रहा है... दीदी मेरे बदन में फिर से अकड़न महसूस होने लगी है... ऐसा क्यों हो रहा है?
मैंने आपी को देखा.. वो बहुत ज्यादा बेचैन नज़र आ रही थीं.. बार-बार अपनी पोजीशन चेंज कर रही थीं, शायद वो अपनी टाँगों के दरमियान वाली जगह को अपने हाथ से रगड़ना चाह रही थीं..
इस बार मैंने फ़ैसला कर लिया कि मौसी की गाण्ड मारनी है.. तो उनकी चीखों की परवाह ना करते हुए उनकी गाण्ड मारनी होगी.. चाहे वो कितना भी चीखें या चिल्लाएं..
आपी आधी लेटी आधी बैठी हुई सी हालत में सोफे पर पड़ी थीं और पाँव ज़मीन पर थे। उनकी टाँगें थोड़ी खुली हुई थीं.. मैंने अपना सीधा हाथ उठाया और थप्पड़ के अंदाज़ में ज़ोर से अपनी सग़ी बहन की टाँगों के दरमियान मारा और फ़ौरन भागा..
मैं सुबह के समय अपने घर की सबसे ऊपर वाली छत पर टहल रहा था तो भाभी सुबह में टॉयलेट से निकल रही थी और उन्होंने सलवार का नाड़ा भी नही बाँधा था, वो उसे बांधते हुए ही निकल रही थी।
वो बोली- अरे भैया, तब मैं थी भी कितनी, अब तो दो बच्चे हो गए हैं, और तीन जानों ने चूसे हैं, इनको तो खुद बहत पसंद हैं, बहुत दबाते हैं और बहुत पीते हैं।
मेरी मौसी की लड़की 15 साल बाद हमारे घर आई, शादी हो चुकी है. कोई समय था जब हम दोनों आपस में काफी आगे बढ़ गए थे. मैं बार बार उसे पुराने वक़्त की यादें दिला रहा था और वो बार बार बचती जा रही थी।
फेसबुक से मिली भाभी मेरे से चुद गई और उसे शाम को अपने घर ले आया पार्टी में अपने दोस्त की बहन बता कर.. रात को उसे छोड़ने गया तो वहीं रोक लिया भाभी ने मुझे...
अब मैं अपनी तीसरी उंगली भी फरहान की गाण्ड में दाखिल करना चाह रहा था। मैं जानता था कि इसकी तक़लीफ़ बहुत ज्यादा होगी। मैं डर रहा था कि कहीं वो चिल्लाना ना शुरू कर दे।
मैंने उसका लण्ड चूसना बंद कर दिया। उसने अपना लण्ड मेरे मुँह से निकाला ही था कि उसका लण्ड ज़मीन पर पिचकारियाँ मारने लगा। अब मेरी बारी थी उसकी गाण्ड मारने की!