अनोखी चूत चुदाई के बाद-3
पहली बार तो अनजाने में अँधेरे में गलती से बहूरानी मुझसे चुद गई थी लेकिन आज तो मेरे आग्रह पर वो मेरे लिए बल्कि यों कहें कि अपने यौनानन्द के लिए मेरे पास आने को तैयार थी.
गांड में उंगली डाल कर सेक्स का मज़ा लेने या देने की कहानियाँ
Gaand me ungli daal kar sex ka mazza lene ya dene ki kahaniyaan
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पहली बार तो अनजाने में अँधेरे में गलती से बहूरानी मुझसे चुद गई थी लेकिन आज तो मेरे आग्रह पर वो मेरे लिए बल्कि यों कहें कि अपने यौनानन्द के लिए मेरे पास आने को तैयार थी.
यहाँ मैं एक बात बता दूं कि रास्ते में अशोक और नितिन एक केमिस्ट की दुकान पर कोई दवाई लेने के लिए रुके। जब वो वापिस आए तो बोले कि केमिस्ट के पास दवाई थी नहीं, उसने बोला कि वो हमारे गेस्टहाउस ही भेज देगा। हम बैठे बातचीत कर रहे थे कि केमिस्ट का आदमी […]
कोलकाता के टूअर में अपने ससुर से चुद कर मेरे और मेरे परिवार के बीच एक नया रिश्ता जन्म ले चुका था, जो जब चाहता मुझे अपनी बीवी बना कर चोदता।
मोहिनी ने अपनी स्कर्ट ऊपर की और अपनी जांघें फैलाते हुए बोली- आपने मैम की चूत का तो मजा ले लिया है सर, आईये अब मेरी इस चिकनी चूत को मजा दीजिये।
मैंने सभी कपड़े उतारे, आधे घंटे तक ससुर जी ने मेरी मालिश की, फिर ससुर जी ने बाथरूम में मुझे अच्छी तरह से नहलाया। बीच बीच में उनकी उंगली मेरी चूत, गांड में जा रही थी।
मैं लंड बाहर निकाले बिना सुहाना के ऊपर लेट गया, उसने मुझे सुकून भरी नजर से देखा, मेरे लब चूम लिए पर मुँह बनाते हुए कहा- इतनी बेदर्दी से भी कोई प्यार करता है क्या.. मेरी तो साँसें ही अटक गई थीं।
अंकल से चुदवा कर आई तो मेरी सहेली मिल गई, उसे सब बताना पड़ा। खाना खाने गई तो वेटर मेरे चूतड़ और चूची घूरने लगे। तभी मेरा बॉयफ़्रेंड मिल गया, वो मुझे चोदने की फ़िराक में था।
मैंने अपनी स्कर्ट ऊपर उठाई और खड़ी खड़ी मूतने लगी। जीवन मेरे करीब आ गया, जब तक मैं मूतती रही तब तक वो मुझे देखता रहा, फिर वो मेरी चूत को सहलाने लगा, फिर उसी हथेली को चाटने लगा।
हालांकि हमें ज़्यादा चूत गांड चुदाई से थकान भी बहुत हो रही थी और चूत और गांड भी थोड़ी ढीली पड़ गई थी, पर हम लंड लेने का कोई भी मौक़ा नहीं छोड़ना चाहती थी, और ऐसा ही हुआ।
चाची के साथ मैं उनके मायके गया तो उनके भाई के साथ सोया। हम बातें कर रहे थे कि सेक्स की बात आ गई। तब पहले मामा ने मुझसे अपनी गांड मरवाई और फ़िर मेरी गांड मारी।
ससुर जी से नंगे बदन की मालिश करवाई, फ़िर उनकी की और मैं ऑफ़िस के लिए तैयार हो गई। ऑफ़िस की गाड़ी मुझे ले गई। वहाँ देखा तो मेरा बॉस वही स्विमिंग पूल पर मिला जीवन था।
सीधी और शांत लड़की को वैसा ही सीधा सादा बॉयफ्रेंड मिल जाए तो क्या होगा? मुझे ऐसा ही लड़का मिला और दोस्ती हो गई, मैं उसे प्यार करने लगी और शुरूआत मैंने की.
गाँव में भाई की शादी में गया तो वहाँ फ़ोटोग्राफ़र के साथ सोना पड़ा। मैं मूत रहा था तो वो मेरा लंड देखकर मुस्कुराने लगा। यह गांडू सेक्स स्टोरी पढ़ कर मज़ा लें।
रितेश बोला- यार, मेरे लंड की मेरी चूत रानी, तेरी चूत का क्या हाल चाल है? मैं पापा जी की बांहों में ही बिंदास बोली- बस तेरे लौड़े की याद आ रही है तो उसका पानी टप टप कर रहा है।
चूत और गांड एक साथ दो लंडों से चुद गई। अगले दिन कविता के पति ने कहा कि वो अपनी बीवी की गांड चुदते हुए देखना चाहता है तो मैंने उसके सामने उसकी बीवी की गांड मारी।
ससुर जी का लम्बा मोटा लंड देख कर मेरी चूत ललचा गई और उनका लंड मांगने लगी। लेकिन ससुर बहू की आपस की शर्म और हिचक तो बाकी थी। कहानी पढ़ कर देखें कि मैंने कैसे ससुर जी को पटाया।
किसी लड़की या औरत को गांड और चूत एक साथ दो लंडों से चुदवाने में कैसा लगता होगा? इस भाग में कविता के पति ने उसकी गांड और मैंने उसकी चूत में लंड घुसाया। कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
ग्रुप सेक्स का यह दो दिनों का खेल अब अपने अन्तिम पड़ाव पर है, सब औरतें किसी ना किसी मर्द को चुद कर, लंड चूस कर या गांड मरवा कर मज़ा दे रही थी। कहानी का मज़ा लें।
मैं मामा के घर गया हुआ था। एक दोपहर मामा मामी अपने कमरे में चले गए तो मुझे लगा कि ये जरूर कुछ करने वाले हैं। मैं भी उनके दरवाजे में चाबी के छेद से देखने लगा।
पांचों मर्द एक दूसरे के लंड को मुंह में लेकर चूस रहे थे जैसे हम औरतें उनके लंड को चूसती हैं। हम सभी औरतें वहीं बैठ कर उन सभी के इस खेल को देखने का आनन्द ले रही थी।