मौसेरी भाभी की चूत चुदाई
उनके मस्त आमों को देख कर मुँह में पानी आ रहा था सो कुछ देर कुछ नहीं किया, फिर शुरु हो गया। अबकी बार भाभी ने कुछ नहीं कहा। मैंने उनके होंठों पर अपना होंठ रख दिए और ज़ोर-ज़ोर से चूमने लगा।
देवर भाभी सेक्स, दोनों के बीच सेक्सी शरारत, यौन सम्बन्ध, भाबी के चूत चोदन की कहानियाँ
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उनके मस्त आमों को देख कर मुँह में पानी आ रहा था सो कुछ देर कुछ नहीं किया, फिर शुरु हो गया। अबकी बार भाभी ने कुछ नहीं कहा। मैंने उनके होंठों पर अपना होंठ रख दिए और ज़ोर-ज़ोर से चूमने लगा।
बंटी सिंह मेरा नाम बंटी है। मेरे ताऊ जी के लड़के की बीवी का नाम मोना है जो मुझे बहुत प्यार करती है और मैं भी उसे बहुत प्यार करता हूँ। यह तब की बात है, जब मोना भाभी चाहती थीं कि उसे एक बच्चा हो जाए। मगर कुलदीप भैया उसे पूरी तरह से चोद […]
भाभी बहुत सेक्सी हैं उनका रंग ऐसा है, जैसे किसी ने दूध में थोड़ा सा शरबते आज़म मिला दिया हो. उनकी फिगर 36-32-34 है. भाभी मस्त माल हैं. ! क्या कहूँ मस्त मोटे-मोटे चूचे, बड़ी गाण्ड जो बाहर को निकली हुई है, जो देखे उसका लण्ड खड़ा हो जाए. मेरी भाभी मुझ से बहुत मजाक करती थीं, वो पहले से ही चालू थीं, लेकिन मैंने उनको कभी गलत निगाह से नहीं देखा था.
हमने इतनी चुदाई की थी कि कोई एक साल में भी अपनी बीवी के साथ नहीं करता होगा, जो हमने तीस दिनों में की। भाभी की मैंने जम कर गांड मारी, जिससे उनकी गांड एकदम मस्त हो गई है। उनकी पिछाड़ी पहले से काफी मोटी भी हो गई है।
भाभी की बिना बालों वाली चूत जो कि मेरे लण्ड से रगड़ने के कारण और भी फूली और एकदम लाल नजर आ रही थी। मैंने कहा- क्या हुआ भाभी... तुम्हारी चूत तो एकदम लाल हो गई है...! तो भाभी ने कहा- कमीने, ये सब तूने ही तो किया है..!
मैं तो भाभी को नंगी देख कर बहुत खुश हो गया, चूत को देखा तो शायद भाभी ने सुबह ही अपनी चूत साफ़ की थी. मैंने चूत पर हाथ फिराया तो मेरे हाथ में चिकना रस आया.
मेरा नाम सुनील कुमार है। आज मैं आपको अपने जीवन की एक ऐसी घटना बताने जा रहा हूँ जिसके बारे में सोचकर मैं आज भी मस्ती और उन्माद से भर जाता हूँ और पूरी उम्मीद करता हूँ कि वो मस्ती आप तक भी पहुँचा सकूँ। मैं उत्तर प्रदेश के मेरठ ज़िले का रहने वाला हूँ। […]
नेहा वर्मा दस मिनट बाद मैंने उनकी चूत में गरम-गरम रस डाल दिया और इस दौरान वो भी दोबारा झड गई थीं। मेरा लंड अभी तक उनकी चूत के अन्दर था, थोड़ी देर बाद हम अलग हुए। मैंने कहा- भाभी मन नहीं भरा है..! वो बोलीं- तो करते रहो। मैंने कहा- पहले तुम्हें इस लंड […]
नेहा वर्मा मैं चाय लेकर चुपचाप उसके पीछे खड़ी होकर देखने लगी। वो भी हॉट सेक्सी सीन्स का मज़ा ले रहा था। अचानक उसने देखा तो मैं पीछे थी, वो जैसे ही हड़बड़ी में पीछे घूमा, मैं चाय लेकर खड़ी थी, तो पूरी ट्रे मुझ पर ही उलट गई। चाय बहुत गर्म थी, तेज़ी से […]
नेहा वर्मा कुछ दिन पहले हमारे रिश्ते में एक शादी में हम सभी गए थे। बहुत सारे रिश्तेदार आए हुए थे। मैं भी बहुत उत्साह से इसमें शामिल हुई थी। मेरे रिश्ते का एक देवर शिशिर खूब जवान और खूबसूरत था, उससे मेरी खूब ठिठोली और मजाक चला करती थी, वो भी वहाँ आया हुआ […]
दोस्तो, मेरी पिछली कहानी ‘तुम बड़े बेदर्दी हो’ को आप सबने बहुत सराहा, उसके लिए आप सब का बहुत धन्यवाद। अब मेरी अगली कहानी है दिव्या की सहेली को भी चोदा। जैसा कि मैंने आपको मालूम है कि मेरा नाम अभय है। हाइट 5फुट 7 इंच है। अब मैं कहानी पर आता हूँ। दिव्या भाभी […]
मैंने अपने हाथ का अंगूठा उसकी गाण्ड के छेद पर घुमाया और अपना लंड उसकी चूत में डाला और हिलने लगा। धीरे-धीरे मेरा अंगूठा भी उसकी गाण्ड में घुस गया। अब जैसे-जैसे मैं धक्के लगाता गया, वैसे-वैसे अंगूठा भी अन्दर-बाहर करता गया।
मैं गोपाल गया, बिहार से हूँ। मैं अन्तर्वासना काफी दिनों से पढ़ता आया हूँ लेकिन मैंने कभी कहानियाँ नहीं लिखीं, पर मैं आज आपके सामने एक सच्ची कहानी लिख रहा हूँ। पहले मैं अपने बारे में बताने जा रहा हूँ, मेरा रंग साँवला है, कद 5’2’’ और मैं एक पैर से विकलांग हूँ, पर लण्ड […]
लेखक : इमरान सॉरी दोस्तो, रिकॉर्डिंग ने धोखा दे दिया… लगता है यहाँ तक बैटरी थी…उसके बाद बैटरी खत्म ! मगर इतना कुछ सुनकर मुझे यह तो लग गया था कि सलोनी को अब रोकना मुश्किल है.. मैं कुछ देर तक बस सोच ही रहा था कि अब आगे क्या और कैसे करना चाहिए… बहुत […]
लेखक : इमरान सलोनी- चल अब जल्दी से घर चल… देर हो रही है। … … पारस- भाभी प्लीज माफ़ कर दो न… अच्छा अब कभी ऐसी गलती नहीं करूँगा…प्रोमिस… सलोनी- अच्छा ठीक है… पर कुछ समय दूर रह… मेरा मूड बहुत ख़राब है… पारस- ओके मेरी प्यारी भाभी… पुचच च च च… … पारस- […]
लेखक : इमरान सलोनी- अच्छा अच्छा… अब न तो सपना देख और ना दिखा… जल्दी से घर चल मुझे बहुत तेज सू सू आ रही है… पारस- वाओ भाभी… क्या कह रही ही… आज तो आपको खुले में मुत्ती करवाएँगे… सलोनी- फिर सनक गया तू… मैं यहाँ कहीं नहीं करने वाली… पारस- अरे रुको तो […]
लेखक : इमरान पारस- वाह यार… तुम्हारा काम तो बहुत मजेदार है। लड़का- क्या साहब… बहुत मेहनत का काम है… पारस- वो तो है यार देख मेरे कैसे पसीने छूट गए… और तेरे भी जाने कहाँ कहाँ से, सब जगह से गीला हो गया तू तो… सलोनी- बस अब तो हो गया ना पारस- हाँ […]
लेखक : इमरान कुछ ही देर में पारस की ट्रेन चली गई, मैं जल्दी से गाड़ी में आकर बैठ गया और फ़ोन निकाल कर रिकॉर्डिंग ऑन की… इस टेप को सुनने में पूरे 3 घंटे लगे, टेप सुनने में ही मेरी हालत खराब हो गई और मैंने दो बार मुठ मारी। मैं सपने में भी […]
लेखक : इमरान रसोई से बाहर आ उसने तौलिया लिया और मेरी ओर पीठ करके अपनी चूत साफ करने लगी। उसकी कमर से लेकर चूतड़ों तक पारस का वीर्य फैला था। वो जल्दी जल्दी साफ़ करते हुए पीछे मुड़ कर बाथरूम की ओर भी देख रही थी। उसकी इस स्थिति को देखते हुए मेरे लण्ड […]
जब मैं उसकी कच्छी उसके चूतड़ों से नीचे उतारने लगा तो उसके हिलते हुए चूतड़ों के बीच उसका सुरमई गुदा-द्वार देख मेरे छक्के छूट गए और जैसे ही मैंने उसकी झांकती गुलाबी, चिकनी चूत जिसके दोनों होंट आपस में चिपके थे, देखते ही मेरे पसीने छूट गए।