सरपंच का चुनाव और माँ की चुदाई
मैंने अपनी माँ की चूत की चुदाई अपने पिताजी के एक दोस्त और हमारे एक पड़ोसी लड़के से होती देखी थी. आप खुद पढ़ कर देखें!
यहाँ आप गाँव में घटित होने वाली देसी सेक्स स्टोरीज को पढ़ सकते हैं.
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मैंने अपनी माँ की चूत की चुदाई अपने पिताजी के एक दोस्त और हमारे एक पड़ोसी लड़के से होती देखी थी. आप खुद पढ़ कर देखें!
Khet mein Choot Chudai दोस्तो, आपको मेरी रसदार चूत की प्यार भरी नमस्कार। यह मेरी पहली कहानी है और एक सत्यकथा है, उम्मीद करती हूँ कि आपको पसन्द आएगी। कहानी आरम्भ करने से पहले मैं अपने बारे में बताना चाहूँगी। मेरा नाम पूजा है, मैं गाँव में रहने वाली 18 साल की लड़की हूँ। इस […]
विजय पटेल हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम विजय है और मैं मेहसाणा के एक गाँव में रहता हूँ, घर पर सब लोग मुझे जॉन कहकर बुलाते हैं क्यूँकि मेरी बॉडी और चेहरा जॉन अब्राहम से मिलता है। मेरे पापा एक किसान हैं और हमारी बहुत सारी ज़मीन है। खेती के लिए हम खेत में काम करने […]
प्रेषक : सेक्सी जाट हेलो जी, आप सब के क्या हाल हैं ! सभी सेक्सी फुद्दी वालियों और खड़े लंड वालों को मेरा सलाम। सबसे पहले मैं अपने बारे में बताता हूँ कि मैं पंजाब से हूँ, मैं दिखने में स्मार्ट हूँ और मैं सेक्स का बहुत दीवाना हूँ, इसलिए मुझे भी लगा कि मुझे […]
दोस्तो, नमस्कार ! आपने मेरी कहानी ‘गेहूँ की सिंचाई’ पढ़ी और तारीफ भरे मेल किए, इस हौसला-अफजाई का बहुत-बहुत शुक्रिया। अब आते हैं आगे की कहानी की तरफ… पहली कहानी में आपने पढ़ा कि गेहूँ के खेत की सिंचाई के दौरान मैंने ट्यूबवेल मालिक वर्मा ताऊ की बहू से दोस्ती की और रात में सिंचाई […]
बात उन दिनों की है जब इस देश में टीवी नहीं होता था! इन्टरनेट और मोबाइल तो और भी बाद में आये थे। मैं उन दिनों जवानी की दहलीज पर क़दम रख रही थी। मेरा नाम सरोजा है पर घर में मुझे सब भोली ही बुलाते हैं। मैं 19 साल की सामान्य लड़की हूँ, गेहुँवा […]
लेखिका : कमला भट्टी आज मैं एक नई कहानी बता रही हूँ आशा है आपको पसंद आएगी ! यह घटना मुझे मेरे जीजाजी ने सुनाई थी जो उनके साथ घटित हुई ! तो सुनिए उनकी कहानी उनकी जुबानी ! मैं समीर हूँ, अभी मेरी उम्र 40 साल है। यह कहानी काफी साल पहले की है […]
मैंने दसवीं की परीक्षा दी और गर्मियों की छुट्टियों में फिर ससुराल जाना पड़ा। इस बार मेरे पति स्वाभाव कुछ बदला हुआ था, वो इतने बेदर्दी से पेश नहीं आये, शायद उन्हें यह पता चल गया कि यह मेरी ही पत्नी रहेगी। मैं इस बार 4-5 दिन ससुराल में रुकी थी पर वे जब भी […]
उसका पति धीरू दो बरस पहले शहर कमाने चला गया। गौने के चार माह बाद ही चार-छः जनों के साथ वह चला गया। तब से अकेली फ़ुलवा घर गृहस्थी संभाल रही है। घर का दरवाजा बांस की फट्टी जोड़कर बना है। उसी में सैकड़ों रूपए निकल गए हैं। अब गौरी ही उसकी आजीविका का साधन […]
हाय दोस्तो, मैं करण, मैंने पहले भी एक बार एक कहानी “चुदाई या छुप्पम-छुपाई” लिखी थी। मुझे कुछ लोगों के उत्तर भी मिले थे पर उतने अधिक नहीं। हो सकता है कि शायद ज्यादा लोगों को मेरी कहानी पसन्द नहीं आई हो, अगर आज की कहानी अच्छी लगे तो कृपया अवश्य लिखें।” बात उन दिनों […]
प्रेषक : लालमन शहर में तीन साल की पढ़ाई के बाद मैं बिल्कुल ही बदल चुका था, लेकिन मेरे पड़ोसी हरखू काका की बेटी रनिया मुझे पहले जैसा लल्लू ही समझती थी। मैंने इंटर तक पढ़ाई गांव में ही की थी। तब तक खेती और पढ़ाई के अतिरिक्त दुनियादारी को मुझे कोई समझ नहीं थी। […]
ताऊ जी ने लगातार कई जोरदार झटके मार कर पूरे लण्ड को माँ के बुर में घुसा दिया तथा माँ की चूचियों को मसला। अब माँ को भी मजा आने लगा था।