गलतफहमी-14
हम बिस्तर तक आये और लिपटे हुए ही गिर पड़े. मेरे उभार उसके सीने में गड़े हुए थे, उसके हाथ मेरे पीठ को सहला रहे थे। वो नीचे था, मैं ऊपर थी और हम ऐसे ही लेटे रहे.
इंडियन देसी गर्ल, देसी लड़की की सेक्स कहानियाँ
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हम बिस्तर तक आये और लिपटे हुए ही गिर पड़े. मेरे उभार उसके सीने में गड़े हुए थे, उसके हाथ मेरे पीठ को सहला रहे थे। वो नीचे था, मैं ऊपर थी और हम ऐसे ही लेटे रहे.
उसकी चिकनी चुत पर ना तो कोई उभार था और ना ही कोई बाल थे. मैं उसकी चूत पर उंगली से सहला रहा था और वो हल्की गीली हो रही थी.
सगे भाई ने चोदा अपनी कुंवारी बहन को... जी हाँ... मैंने चोदा अपनी बहन को... अपनी माँ को गैर फूफा चाचा से चुदवाते देख मैंने अपनी बहन चोद दी.
मेरे भाई का दोस्त मेरे घर आता था. उससे मेरी सेटिंग हो गई. एक दिन मैं अकली थी मैंने उसे बुला लिया और देसी सेक्स करने लगे कि तभी... मेरी कहानी सुन कर मजा लें!
मैंने मुस्काराते हुए अपने शर्ट के पल्ले छोड़ दिये और अपना उभरा कसा सुडौल सीना दिखा कर कहा- शायद ये आजाद होना चाहते थे, इसलिए इन्होंने बटन तोड़ दिये।
मैंने अपना सिर उसकी दोनों जाँघों के बीच घुसा दिया और अपने प्यासे होंठों को उसकी नंगी, केले के तने सी चिकनी, नर्म मुलायम जाँघों पर लगा दिया.
सीनियर लड़की ने अपना एक पैर सर के कमर में लपेट लिया था, जिससे उसकी स्कर्ट ऊपर उठ गई थी, और चिकनी जांघें नंगी हो गई थी।
पिंकी का घर हमारे घर के बगल में ही है, हमारे घर की व पिंकी के घर की छत आपस में मिली हुई है, एक दिन मैंने उसे कपड़े बदले देखा तो...
मैं तो घर में केवल पेंटी पहन कर नहाती हूँ, अगर रात को ब्रा उतार के शमीज(ईनर) वापस पहन लिया तो, नहाते वक्त भी शमीज(ईनर) पहने रहती हूँ!
मैं स्कूल के टूअर के साथ गई थी. इस दौरान एक कम सुंदर लड़के ने मेरा ख्याल रखा, शायद वो मुझे मन ही मन चाहता था.
मेरे निप्पल के आस-पास दर्द रहने लगा, कभी-कभी सामान्य सा पर कभी बहुत ज्यादा ही दर्द होता था, मैंने कई बार रात के वक्त माँ से छुपकर उनमें तेल लगाती थी.
मेरी पड़ोसन लड़की की नाज़ुक जवानी को देख मेरा लंड फुंफफार मारने लगता था. उस पादासन की कुंवारी चूत की चुदाई मैंने कैसे की, पढ़ें इस कहानी में!
मैं भाभी की अपनी कल्पना में दो बहनों की चूत गांड की कहानी सुना रहा था फोन पर... फिर भाभी ने अगले दिन मुझे अपने घर बुलाया और अपनी बीती सुनाने लगी.
मैं अकेला कामुकता से सराबोर दो बहनों के नंगे बदनों से खेल रहा था. वे दोनों लड़कियाँ मेरे लंड को अपनी चूत में लेने कोई उतावली हो रही थी.
मेरे घर के सामने एक मस्त लड़की रहती थी.. मैं उसे घूरा करता था. कहानी में पढ़ें कि मैंने कैसे उस देसी गर्ल की देसी चुदाई करके उसे मजा दिया और खुद भी लिया.
मैं दो अप्सराओं के बीच कामदेव बनकर स्वर्ग का सुख भोग रहा था। एक तरफ गद्देदार भरे हुए स्तन थे तो दूसरी तरफ नोकदार छोटी चूचियों का आनन्द...
बारिश के कारण मुझे स्कूल के सिक्योरिटी गार्ड के घर में रुकना पड़ा. बारिश के मौसम ने हम दोनों के बदनों में कामुकता भर दी और हमारे बदन आपस में खेलने लगे.
स्कूटी पे पीछे बैठे मैं अपना हाथ उसकी मांसल जांघों तक ले जाने लगा। मैंने उसकी स्कर्ट में नग्न जांघों को और भी अंदाज में सहलाया, सच में उसकी त्वचा का स्पर्श अनोखा था.
मैं एक पारिवारिक परम्परावादी लड़की हूँ, कोई बॉयफ्रेंड नहीं बनाया, एक लड़का दोस्त था, लेकिन सिर्फ दोस्त... हालात कुछ ऐसे बने कि... कहानी पढ़ कर मजा लें!
अपनी गर्लफ्रेंड को चोदने का मन करता था मेरा... एक दिन मेरे घर कोई नहीं था तो मैं उसे घर ले गया. उसकी चिकनी चुत की चुदाई की कहानी पढ़ कर मजा लें!