देसी गर्ल

इंडियन देसी गर्ल, देसी लड़की की सेक्स कहानियाँ
Indian Desi girl, Village girl, Desi Ladki Ki Sex Stories

तीन पत्ती गुलाब-36

मैं गौरी की चूत चोद चुका था, अब उसकी गांड की चुदाई का मौक़ा ढूँढ रहा था. आज मेरी पत्नी पूरी रात के लिए शादी में जाने वाली है तो मौक़ा बन सकता है.

जवान लड़की की सेक्स कहानी-2

गोरा गठीला कमसिन जवान बदन देख मेरा नशा दुगना हो गया. 19 साल की मदमस्त लड़की मेरे सामने नंगी लेटी थी, उसकी सांसों से उसके चूचे को कातिलाना तरीके से ऊपर नीचे हो रहे थे।

जवान लड़की की सेक्स कहानी-1

इस सेक्स कहानी में पढ़ें कि मेरी पड़ोसन जवान लड़की की वासना उफान पर थी. वो अपने यार से मेरे घर में चुदती थी. एक दिन वो चुदने आई पर उसका यार नहीं आया.

जवानी की शुरुआत में स्कूलगर्ल की अन्तर्वासना-5

मैं उसकी तरफ मुंह कर के गोद में आ के बैठ गयी और लंड अपनी चूत पे लगाया और अपनी चूत में लेती हुई उसपे बैठ गयी और सचिन की बांहों में हाथ डाल लिए।

तीन पत्ती गुलाब-31

मैं अपनी कामवाली की चूत चोद चुका था और अब उसकी गांड मारने को उतावला था. लेकिन उसे गांड के लिए मानना थोड़ा मुश्किल लग रहा था.

तीन पत्ती गुलाब-30

गौरी की कसी खूबसूरत गुलाबी गांड मारने के लिए मैं मरा जा रहा हूँ। चूत का उदघाटन तो आराम से हो गया था पर उसे गांड के लिए तैयार करना जरा मुश्किल लग रहा है।

तीन पत्ती गुलाब-28

मुझे गौरी का वह पहला चुम्बन याद आ गया। अगर इस समय गौरी मेरे सामने होती तो मैं उसके होंठों को जबरदस्ती चूम लेता पर सानिया के साथ अभी यह सब कहाँ संभव था।

तीन पत्ती गुलाब-27

मैंने अपना एक हाथ नीचे करके उसकी सु-सु को टटोला। उसके चीरे पर अंगुली फिराई और फिर उसकी मदनमणि को चिमटी में पकड़ कर मसलने लगा।

कुलबुलाती गांड-1

एक बार मैं और मेरा रूममेट मूवी देखने गए, रात को लेट आये तो मेस में गए. वहां मेस वाले की बेटी थी, उसने हमें बचा खुचा खाना परोसा. और फिर ...

तीन पत्ती गुलाब-23

मैंने अपनी जेब से वह सोने की अंगूठी निकाली और गौरी के दायें हाथ की अनामिका में पहना दी। मैंने गौरी के हाथ को अपने हाथ में लेकर उस पर एक चुम्बन ले लिया। गौरी लाज से सिमट गई। “गौरी मेरी प्रियतमा! आज की रात हम दोनों के लिए सुनहरे सपनों की रात है। आओ […]

तीन पत्ती गुलाब-22

गौरी इस समय रोमांच के उच्चतम स्तर पर पहुँच चुकी थी और बस मेरी एक पहल पर अपना तन, अपना कौमार्य मुझे सौम्प देने के लिए आतुर थी लेकिन तभी ...

तीन पत्ती गुलाब-18

एक बार वो मेरा लंड चूस चुकी थी. अगले दिन मेरा दिल कर रहा था कि अपना पूरा लंड उस नवयौवना के मुख में डाल कर चुसवाऊँ. क्या मैं ऐसा कर पाया? कहानी में पढ़ें.

तीन पत्ती गुलाब-17

गौरी ने पहले तो मेरे सुपारे पर अपनी जीभ फिराई और फिर पूरे सुपारे हो मुंह में भर लिया। और फिर दोनों होंठों को बंद करते हुए उसे लॉलीपॉप की तरह बाहर निकाला।

तीन पत्ती गुलाब-13

पता नहीं उसने अपने प्रथम शारीरिक मिलन को लेकर कितने हसीन ख्वाब देखे होंगे? क्या वो इतनी जल्दबाजी में पूरे हो पाते? सम्भोग या चुदाई तो प्रेम की अंतिम अभिव्यक्ति है.

तीन पत्ती गुलाब-12

मैंने अपना हाथ उसकी नंगी पीठ और कमर पर फिराया और फिर उरोज को अपने हाथ में पकड़कर हौले से दबाया। और फिर मैंने एक उरोज के चूचुक को मुंह में लेकर चूसा।

तीन पत्ती गुलाब-11

गौरी ने टॉप के नीचे समीज या ब्रा नहीं पहनी थी तो मेरी निगाहें तो बस उसकी गोल नारंगियों और जीन पैंट में फंसी जाँघों और नितम्बों से हट ही नहीं रही थी।

तीन पत्ती गुलाब-9

मेरी आँखें तो उसकी पुष्ट गुलाबी जाँघों से हट नहीं रही थी। मस्त हिरनी सी कुलाचें सी भरती जैसे ही वो मेरे पास से गुजरने लगी उसके अल्हड़, अनछुए, कुंवारे बदन से आती खुशबू ...

मौसी ने अपनी भानजी की चुदाई करायी-1

भाभी की चूत चुदाई के बाद उन्होंने एक जवान लड़की की कुंवारी चूत का मजा दिलाने का वादा किया. जब भाभी ने मुझे उससे मिलवाया तो बताया कि ये उनकी बहन की बेटी है.

तीन पत्ती गुलाब-6

साली ने किस प्रकार कहावत की ही बहनचोदी कर दी थी। मेरा मन तो कर रहा था उसे असली कहावत ही सुना दूं 'अनाड़ी का चोदना और चूत का सत्यानाश'

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