कॉलेज की हंसमुख और सुन्दर सहपाठिनी संग प्रेम प्रसंग
कॉलेज की हंसमुख और सुन्दर सहपाठिनी मित्र के साथ उसके गृहनगर सूरत में प्रेम लीला, काम लीला रति क्रिया… इसमें प्यार है, ममत्व है, रोमांस है, वासना है… समर्पण है, पढ़ कर मजा लीजिए।
अपने साथ पढ़ने वाली सहपाठी की चुदाई
Sath sath padhne vale students ki aapas me chut chudai ki kahaniyan
Sex stories about sex relations with Classmate
कॉलेज की हंसमुख और सुन्दर सहपाठिनी मित्र के साथ उसके गृहनगर सूरत में प्रेम लीला, काम लीला रति क्रिया… इसमें प्यार है, ममत्व है, रोमांस है, वासना है… समर्पण है, पढ़ कर मजा लीजिए।
प्यार करने वालों का दिन यानि वैलेनटाइन डे आया.. हम एक आइसक्रीम पार्लर में गए, वहाँ मैंने उसे प्रपोज किया.. उसकी जो प्रतिक्रिया हुई मैं हैरान हो गया। मैंने जैसी ही उसे प्रपोज करते हुए ‘आई लव यू’ कहा.. उसने एक थप्पड़ मुझे रसीद किया और कहा- सचिन तुमसे मुझे ऐसी उम्मीद नहीं थी।
मेरी मस्त पटाका आइटम क्लासमेट मेरे साथ ही कोचिंग में थी। हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई। कहानी में प।धें कि कैसे हमारे बीच चूत चुदाई की शुरुआत हुई।
मेरी क्लासमेट मेरी अच्छी दोस्त थी। एक दिन वो अपनी सहेली के साथ मोबाइल पर नंगी विडियो देख रही थी। उसने मुझे भी लैपटॉप पर सनी लियोनी की फ़िल्म दिखाने को कहा।
मैंने कहा- जान आज तो मुझे अपना दूध पिला दे.. क्या कड़क चूचे थे साली के.. मैं उन्हें पकड़कर दबाता रहा.. संजना की आवाज़ मेरे कानों में नहीं पड़ी- बस अब छोड़ दो बहुत दर्द हो रहा है।
ज़ुल्फी बड़े ही आहिस्ता और शाइस्तगी से बोली- खैर मुकदम हज़ूर-ऐ-आली, आपके जिन्सी करतब देख रही थी! वाह क्या कुवते मर्दानगी है… क्या यह नाचीज़ आपकी मर्दानगी का एक जलवा देख सकती है?
मेरी क्लास में एक लड़की पर सब क्लास मेट लाइन मारते थे.. लेकिन वो किसी को भाव नहीं देती थी। लेकिन वो मेरी पड़ोसी थी.. तो मैंने उसे पटा ही लिया.
पूजा बिस्तर पर पेट के बल लेटी हुई थी, उसके मस्त बदन पर सिर्फ ब्लैक ब्रा.. जिसकी स्ट्रिप बहुत पतली थी और एक ब्लैक धागे वाली पैंटी चिपकी हुई थी और पूरा जिस्म नंगा था।
मेरा जीवन का यह पहला सेक्स अनुभव है. मेरे घर मेरी क्लासमेट पढ़ने आई हुई थी. पढ़ाई में मन नहीं लगा.. तो मैं अपने बेडरूम में गया, कम्प्यूटर चालू किया. कोई नई मूवी नहीं थी तो मैंने ब्लू-फिल्म चालू कर दी।
मेरी क्लास में नई लड़की को टीचर ने मेरे साथ बिठा दिया। वो मेरे पड़ोस में ही रहने आई थी. हम अच्छे दोस्त बन गए। पढ़ाई के लिए अब मैं उसके घर ही जाता था क्योंकि अपने घर में वो छोटे कपड़ों में रहती थी।
मैं आलिंगन से छूटा तो बोला- उफ़ लोनी, तुम तो कमाल की चीज़ हो… क्या हॉट और सेक्सी शरीर है तुम्हारा! यह कहते हुए मैंने उसके गोल गुदाज़ मम्मों पर हाथ फेरा और फिर दोनों हाथों से उसके उभरे हुए चूतड़ों को सहलाया।
रति की भाभी से अनुमति लेकर कम्मो ने रति की सीलबन्द चूत के प्रथम समागम की तैयारी कर ली, उसने रति को एक दवा पिलवाई और रति कामातुर होकर मेरे घर आकर मुझसे लिपट गई।
रति ने अब मेरे लंड को पैंट के बाहर निकाल लिया और उसके अकड़े हुए रूप को देख कर उसके मुंह से यकलख्त निकल गया- हाय माँ, कितना बड़ा है सोमू तुम्हारा तो?? उफ़्फ़ कैसे अंदर जाएगा यह साला? मेरी तो बड़ी टाइट है।
सोमू यार, तुम जैसा चोदू हम को आज तक नहीं मिला। क्या चुदाई का स्टाइल है तुम्हारा, कितनी देर तक चुदाई करने की क्षमता है तुम में। उफ्फ, ऐसा चोदू हमको कभी नहीं मिल सकता।
मेरी एक क्लासमेट दोस्त बहुत अमीर घर से थी। मैं उसे चोदना चाहता था तो उसे अपनी इच्छा बताई। एक दिन उसने मुझे अपने घर चलने के लिये बोला तो मैं समझ गया कि आज चूत मिल जाएगी।
मेरे अहसास की रंगीनियों को अब तक आपने पढ़ा.. वो टी-शर्ट ऊपर सरकाने लगा.. पर मैं पेट के बल लेटी थी.. तो टी-शर्ट ज्यादा ऊपर नहीं गई। अचानक से मुझे मेरे पेट पर कुछ महसूस हुआ। समीर की गर्म हथेली मेरे पेट के ऊपरी हिस्से में थी.. और जैसे ही उसने मुझे वहाँ पकड़ा.. मैं […]
यह कहानी है मेरी एक क्लासमेट की जो मन ही मन मुझे चाहती थी पर मैं उसकी सहेली को चाहता था। मुझे उसकी चाहत का अहसास ही नहीं था। मुझे तब पता चला जब…
मेरे पापा मुझे और मेरे पड़ोसी लड़के को शहर से पेपर दिला कर गाँव वापिस आ रहे थे बाइक पर.. वो लड़का मेरा यार था. मैं बीच में, वो मेरे पीछे बैठा था, मुझे छेड़ने लगा.
मैं क्लास 12 का स्टूडेंट था.. कंप्यूटर कोचिंग में रीमा नाम की लड़की को मैं पसंद करता था, वो भी मुझे चाहती थी. मैंने उसे एक दिन प्रपोज किया.. तो उसने एक्सेप्ट कर लिया.. तीन महीने तक मैं उससे मिलता जुलता रहा लेकिन सेक्स के बारे में कोई बात नहीं की.. ना ही करना चाहता था। एक दिन वो मेरे पास आई.. कहने लगी- रचित.. तुमने कभी सेक्स किया है?
मैंने पूनम को अपने लंड पर बिठा कर पूरे कमरे के चक्कर लगाए और फिर लंड को उसकी गीली चूत में घुसेड़ दिया. कम्मो देख रही थी, उसने कहा- क्या गृह प्रवेश हो गया?