भाई की साली को गर्लफ्रेंड बना कर बुर चुदाई की
भैया के शादी के वक्त से ही हम एक-दूसरे को चाहने लगे थे। जब भी मौका मिलता हम आपस में लिपट चूम कर प्यार करते! आखिर एक दिन मैंने उसका बुर चोदन कर दिया।
किसी लड़की भाभी को उसकी चूत में उंगली डाल कर मज़ा देने और उंगली से चूत चोदने की कहानियाँ
kisi ladki bhabhi ko usaki choot me ungli daal kar maza dene aur ungli se choot chodne ki kahaniyaan
Fucking any girl, bhabhi, aunty with finger
भैया के शादी के वक्त से ही हम एक-दूसरे को चाहने लगे थे। जब भी मौका मिलता हम आपस में लिपट चूम कर प्यार करते! आखिर एक दिन मैंने उसका बुर चोदन कर दिया।
आंटी की चुदाई गैर मर्द से होते देख मैंने भी आंटी को चुदाई के लिए कहा। बड़ी मुश्किल से आंटी अपनी चूत चुदाई के लिए मानी। और जब मैं आंटी को चोदने गया तो…
घर में शादी का माहौल था, काफ़ी मेहमान आये हुए थे। रात को दो बजे बाथरूम गया तो देखा कि मेरी बहन की सहेली पेंटी उतार उंगली चूत में अंदर बाहर कर रही थी।
मैंने अपने दोस्त की गर्लफ्रेंड आरोही की चुदाई कैसे की, इस कहानी में पढ़ें। एक दिन फ़ोन पर आरोही की बात मुझसे हुई, उसकी आवाज मुझे अच्छी लगी।
मेरी मकान मालकिन भाभी का पति ज्यादा उम्र का है और व्यस्त रहता है तो भाभी मेरे साथ समय बिताती थी। एक दिन भाभी ने मुझे गर्म करके अपनी चूत चुदवा ली।
कुछ पल विरोध के बाद मामी भी अब साथ देने लगी थीं। अब मैं अपना हाथ मामी की सलवार के अन्दर ले गया, इससे वो एकदम से सिहर उठीं। मामी की चुत गर्म व गीली थी।
जयपुर जाते हुए ट्रेन में एक आकर्षक महिला मेरे साथ बैठी। उससे कुछ पाने की आस में मैंने उससे बातचीत शुरू की जो आखिर में उसकी चुत चुदाई तक पहुँची। कैसे?
क्या मजा आ रहा था.. मैं अब जोर से सलवार को खींचने लगा। मुझे ऐसा लगा कि मामी भी शायद नंगी होना चाहती थीं, पर अचानक मामी जग गईं और मामी ने मेरा हाथ पकड़ लिया।
मेरी मौसी की लड़की मेरा डांस देख कर कर मुझ पे मर मिटी, बहाने से मुझे घर ले गई और अपना कुंवारा जिस्म मेरे हवाले कर दिया। कहानी पढ़ कर बहन की चुदाई का मजा लें.
क्लास की एक लड़की मेरे घर के पास रहती थी, उसके बुर चोदन की इच्छा से मैंने उससे दोस्ती की और मैं उसके रूम पर जाकर पढ़ने लगा। आखिर एक दिन मैंने उसकी गांड मारी।
जब चुदाई की आग लगती है न, चाहे चूत में लगे या लंड में फिर और कुछ नहीं दिखता, फिर बस एक ही इच्छा होती है कि किसी तरह काम की अगन शांत हो! चाहे कुछ भी करना पड़े।
मैं अपनी क्लासमेट के साथ पढ़ने उसके घर जाता था, एक दिन उसने रूम का दरवाजा बन्द किया और गर्मी के बहाने अपना टॉप उतार दिया। इसके आगे की बात कहानी में पढ़ें।
स्कूल, मोहल्ले के लड़के मुझे लाइन मारते थे पर मैंने किसी को घास नहीं डाली। मेरा भी मन सेक्स के लिए करता था पर मैं खुद पर काबू रख जवानी की सीढ़ियां चढ़ रही थी।
दोनों रेस्तराँ में लंच कर रहे थे। नोरा ने रवि का हाथ पकड़ कर टेबल के नीचे अपनी चिकनी गोरी नंगी जांघों पर रखा और खुद अपने हाथ से उसकी मज़बूत जांघें सहला रही थी।
पड़ोस में एक भाभी रहती है.. वो बहुत सेक्सी है। मैं सोचता था कि कैसे भाभी की चुदाई करूँ? एक बार भाभी की चुदाई का ऐसा मौका मिला, भाभी ने खुद चोदना सिखाया!
मैं बस से ऑफिस जाती थी, दो लड़के मेरे साथ बस में घुस गए। भीड़ वो दोनों मेरे आगे-पीछे खड़े हो गए। कहानी में पढ़िए कि मैंने कैसे उनसे चूत की चुदाई का मजा लिया।
मैंने मॉम डैड को कई बार सेक्स करते देखा, मैं सोचता कि मैं भी इस खेल का मजा लूँ। मेरी मॉम की जवानी के शोले भड़क रहे थे। कहानी में पढ़ें कि मैंने क्या किया।
मैंने ओट में हो बाथरूम में झाँका तो देखा कि खुले दरवाज़े से अनभिज्ञ नंगी लीना आँखें बंद किये एक हाथ से अपने स्तनों को, दूसरे हाथ से योनि की भगनासा सहला रही थी।
मैंने उसकी जिप खोल उसका का लंड बाहर निकाला, उस पर टूट पड़ी- वाह… तेरा तो बहुत मोटा है। अपनी प्यारी मैडम को इससे चोदेगा न? और अपने होंठों में लंड ले लिया।
उसने कहा- मुझे बचा हुआ अंतिम सुख भी दे दो। मैं तुम्हारे साथ संभोग करना चाहती हूँ, ऐसी कामक्रीड़ा करना चाहती हूँ.. जैसा कामदेव और रति ने भी न किया हो।