कलयुग का कमीना बाप-5
मैं पापा के बाथरूम में भी नंगी होकर शावर लेने लगी, मेरी नज़र दरवाज़े पर गयी, जहाँ पापा खड़े मुझे फटी फटी आँखों से देख रहे थे, उनकी नज़र मेरे चेहरे से नीचे उतर कर मेरी छाती पर थी।
किसी लड़की भाभी को उसकी चूत में उंगली डाल कर मज़ा देने और उंगली से चूत चोदने की कहानियाँ
kisi ladki bhabhi ko usaki choot me ungli daal kar maza dene aur ungli se choot chodne ki kahaniyaan
Fucking any girl, bhabhi, aunty with finger
मैं पापा के बाथरूम में भी नंगी होकर शावर लेने लगी, मेरी नज़र दरवाज़े पर गयी, जहाँ पापा खड़े मुझे फटी फटी आँखों से देख रहे थे, उनकी नज़र मेरे चेहरे से नीचे उतर कर मेरी छाती पर थी।
मैं उसके बारे में सोचने लगा 'कौन है ये लड़की? और मुझे पापा कह कर मेरे साथ सेक्स क्यों कर रही है?' मन में कई सवाल थे जो मैं उस अजनबी लड़की से पूछना चाहता था लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हो रही थी.
चाचा बोले कि यह छोटी नहीं है बहुत खेली खाई है, जब मैं अभी अन्दर आया था तो यह अपनी मौसी के लड़के और बहन के लड़के से चुदाई करवा रही थी. दो दो लड़के एक साथ इसके ऊपर चढ़े हुए थे.
मैंने बॉडी मसाज का पूरा कोर्स किया और फेसबुक के जरिये अपने ग्राहक खोजने लगा. एक दिन एक लेडी ने मुझे मसाज के लिए अपने घर बुलाया लेकिन उसके मुझे डीप मसाज करने को कहा.
जैसे ही मैं सामने घूमी तो एकदम से लालजी मुझे देखता ही रह गया. मैं ब्लाउज और पेटीकोट में थी. मेरा पूरा नंगा पेट, खुली नाभि और ब्लाउज में उभरे हुए चूचे देख कर कोई भी पागल हो जाता.
टीचर मौका देख कर मेरे मुँह में अपने लंड डाल देते, मैं लंड को चूस लेती, मुझे अब लंड का स्वाद अच्छा लगने लगा था. कभी कभी सर मेरी स्कर्ट में हाथ डाल मेरी मखमली चूत में उंगली भी करके मुझे झड़वा देते थे.
मेरी टीचर ने पढ़ाई के बहाने सेक्स कहानियों की किताब देकर पढ़वाई और फिर मुझे अपनी वासना का खिलौना बनाना चाहा, मेरे मुँह में अपना लन्ड चुसवाया, फिर मैंने खुद गुड्डे गुड़िया की शादी का खेल खेलने के बहाने...
मेरी आपा बहुत चालू माल थी, कामुकता उनके अंदर कूट कूट कर भरी हुई थी. निकाह के बाद उसके शौहर ने उसे बदचलनी की वजह से छोड़ दिया. वो हमारे साथ रहने लगी. वो लंड के लिए तड़प रही थी.
वो अपने नाना के पास रहती थी हमारे गाँव में... जब हमारी दोस्ती हुई, फोन पर रोमाँटिक, सेक्सी, प्यारी सी बातें होती थीं. बस उसे चोदने की इच्छा बाकी रह गई थी. मैं उसे चोदने के तरह तरह के सपने देखता रहता था.
मैं शादीशुदा और अपनी बीवी से खुश हूँ. लेकिन परायी नार का आकर्षण होता ही है. मेरे पड़ोस की एक भाभी मुझे भा गयी और मैंने उसे पटाने की कोशिश शुरू कर दी. भाभी को मैंने कैसे चोदा?
मैं रेलगाड़ी से अपने पति के पास असम जा रही थी, मेरे केबिन में एक सेक्सी लेडी आई. उससे मेरी दोस्ती हो गयी जो जल्दी ही काफी गहरी हो गयी जब हमने सेक्स की बातें शुरू की. आगे क्या हुआ, पढ़ें मेरी सेक्स स्टोरी में!
मैं भीड़ भरी मेट्रो में चढ़ा, जगह बनाता हुआ एक साइड में खड़ा हो गया. एक सेक्सी लड़की शोर्ट स्कर्ट में मेरे आगे खड़ी हो गयी. मेरा लंड खड़ा हो गया. उसके बाद क्या हुआ, मेरी कहानी में पढ़ें!
मेरी बहन मेरी चूत की झिल्ली अपनी उंगली से तोड़ चुकी थी. उसके बाद उसने मेरी योनि को साफ़ किया और अब उसके हाथ में एक लम्बा बैंगन था जो वो मेरी बेचारी चूत में घुसाने वाली थी. क्या होगा मेरा?
दिल्ली से देहरादून की बस में मेरे साथ एक जवान लेडी बैठी थी. रात के दस बजे बस चली. बात उसी ने शुरू की. फिर ये बात कहाँ तक पहुंची, पढ़ें मेरी सेक्सी स्टोरी और मजा लें गर्मागर्म चूत की चुदाई का!
मेरी बहन मेरी फैली टांगों के बीच औंधी लेट कर हाथ से मेरी योनि के ऊपरी सिरे को सहलाने लगी। मेरे दिमाग में चिंगारियां छूटने लगीं। मैंने कभी सोचा नहीं था कि पेशाब करने वाली जगह में इतना अकूत आनंद हो सकता है।
मेरे द्वारा टांगें चौड़ी करते ही ससुर जी ने मेरे गाउन को कमर तक ऊँचा किया और मेरी टांगों के बीच में बैठ कर टांकों और आसपास मरहम लगा दी। उसके बाद उन्होंने मेरी योनि के ऊपर सही तरीके से सैनिटरी पैड रखा.
पद्मिनी पीठ पर स्कूल बैग लिए हुए बापू के कंधों को पकड़ कर मीठी आवाज़ में बोली- आज क्या हो गया आपको, मुझे स्कूल नहीं जाने दोगे? छोड़िये मुझे, बस करो प्यार करना.. कितना दुलार करेंगे आज आप मेरे साथ?
मैंने भाई बहन के रिश्ते की पूरी नहीं तो थोड़ी ही मर्यादा रखते हुए अपनी बड़ी बहन को नहीं चोदा. पर वो आज भी मेरे साथ जबरदस्ती करती है, वो मेरे लंड को अपनी चूत में घुसाने के लिए कहती है.
पुराना ऑफिस छोड़ने के बाद नए ऑफिस में मेरी दोस्त बनी नेहा ने मुझे बीयर पिला दी। नशे में उसने अपनी ब्रा और पैंटी भी उतार दी और मेरे ऊपर आकर चढ़ गई, उसने मेरी उंगलियां अपनी चूत में डलवा लीं.
भाभी देवर की कहानियां पढ़ कर मेरा ध्यान धीरे धीरे अपनी भाभी की तरफ आकर्षित होने लगा और मैं भाभी को पटाने की कोशिश करने लगा. फिर मैंने कुछ करने की सोची ताकि मैं भाभी के मजे ले सकूं.