दिल्ली की अनजान लड़की से ट्रेन में मुलाकात और दोस्ती-2
ट्रेन में मिली दिल्ली की लड़की ने मुझे मिलने बुलाया और अपने घर ले गई। घर में कोई नहीं था। इतना तो तय था कि वो अपनी चूत चुदवाने ही मुझे अपने घर लाई है।
चिकनी चूत, मुलायम बिना झांट की चुदाई की कहानियाँ
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ट्रेन में मिली दिल्ली की लड़की ने मुझे मिलने बुलाया और अपने घर ले गई। घर में कोई नहीं था। इतना तो तय था कि वो अपनी चूत चुदवाने ही मुझे अपने घर लाई है।
चूत चुदाई की लम्बी कहानी के इस भाग में मेरे देवर ने मेरी मालिश की, झांटें साफ़ की, मुझे चोदा। फ़िर मैं ससुर के साथ कोलकाता की ट्रेन में बैठी तो मुझे ऑफ़िस में चुदाई याद आ गई।
मैं मामा के घर गया हुआ था। एक दोपहर मामा मामी अपने कमरे में चले गए तो मुझे लगा कि ये जरूर कुछ करने वाले हैं। मैं भी उनके दरवाजे में चाबी के छेद से देखने लगा।
मैंने कहा- अगर तुम देखना चाहती हो.. तो मेरा कच्छा खुद अपने हाथों से उतार दो। पहले तो शर्माई लेकिन फिर आगे बढ़ कर मेरे सामने घुटनों के बल बैठ गई और एक ही झटके में उसने मेरी चड्डी उतार दी।
दीदी ने एक चुम्बन मेरे लंड के मुँह पर किया, जिससे मेरे लंड से एक-दो बूँदें बाहर आ गई.. रस देख दीदी हंसने लगीं- आप कुछ और कहते हो.. और आपका लंड तो कुछ और ही बोल रहा है।
मैंने भाभी की टांगें फैला दीं। मुझे लगा कि भाभी की चूत का जूस पीना चाहिए। मैंने चूत में मुँह लगा दिया। जब भी लड़की चोदो तो उसकी चूत जरूर चाटना.. चूत कभी जूठी नहीं होती।
मेरे घर के साथ एक डॉक्टर रहता है. उसकी बीवी खूबसूरत है. एक रात मैं जब छत पर सोने गया तो देखा कि बगल की छत पर डॉक्टर साहब की वाइफ खड़ी थीं। कहानी का मज़ा लें!
मेरी मौसेरी बहन मेरे पास सो रही थी। बीच रात में उसने मुझे छेड़ा तो मैं समझ गया। कहानी पढ़ कर देखिये कि उसने मुझे अपने घर बुला कर कैसे अपनी चूत की सील तुड़वाई।
देखते ही मुझे उससे प्यार हो गया था, उसे देख कर लगता मानो आसमान से कोई अप्सरा उतरी हो। उसकी मखमली देह.. नशीली आंखें.. किसी को भी एक नजर से ही दीवाना बना दे।
मेरी बीवी संतान की चाहत में माँ के साथ डेरे वाले बाबाजी के पास गई। इस भाग में पढ़िए कि डेरे में बाबा ने क्या कहा, वहाँ क्या क्या हुआ, मेरी बीवी के मुख से!
शहर में किराये के कमरे के पड़ोस में एक 'न्यू कपल' था। पति बिजनेस के सिलसिले में अक्सर बाहर रहते थे। मेरी दोस्ती हो गई उनसे… एक दिन भाभी और मेरे बीच क्या हुआ?
मेरी चाची चुदाई की प्यासी थी क्योंकि चाचा उनको खास चोदते नहीं थे काम में लगे रहने से… मैं चाची के पास रहा तो हम दोनों के यौन सम्बन्ध कैसे बने, कहानी पढ़ें!
मकान मालिक की बेटी के लिए एक दिन मेरे मुख से निकल गया- अच्छी लग रही हो. उसी दिन से मेरी नजर उस पर हो गई. कहानी पढ़ कर देखें कि उसकी कुंवारी चूत मुझे कैसे मिली.
पड़ोस की बंगालन भाभी मुझे परी सी लगती थी, मैं उनके बदन से खेलना चाहता था। भाभी की तारीफ़ करके उन्हें पटा कर मैंने कैसे चोदा, इस कहानी में पढ़िए।
मैंने अपने भाई का लंड देखा, वो लंड अपनी चूत में लेने की इच्छा हुई तो मैंने भाई को कैसे तैयार किया मुझे चोदने के लिए… कहानी पढ़ कर देखें भाई ने मेरी सील तोड़ी!
हम फेसबुक पर मिले, फोन पर बात करने लगे। उसने मुझे मिलने बुलाया तो मैंने बोला कि होटल चलोगी तो आऊँगा। वो तैयार थी। उसको भी बोल दिया कि मुझे चिकनी चूत पसंद है
पड़ोस में एक भाभी को देखते ही तन-बदन में आग लग जाती थी, वो माल ही ऐसी थी। एक दिन मैंने उसके सामने ही चॉकलेट करीद कर उनके दरवाजे पर रख दी।
आन्टी ने मुझे बताया कि वो भी मुझे अपने फ़्लैट से देखती है, पसन्द करती है। मैं आन्टी को चूमने लगा तो वो मुझे अपने घर ले गई। घर जाकर क्या हुआ, कहानी में पढ़ें!
मैं दवा कम्पनी में काम करता हूँ तो एक औरत ने अपने पति के लिये मुझसे दवा मंगाई, वो अपने पति से खुश नहीं थी। बात आगे बढ़ी और वो एक दिन मुझे होटल में ले गई।
अंकल मेरे नंगे मम्मों को देख चुके थे.. उससे पहले अपनी उंगलियों से उसके चूचुकों को भी सहला चुके थे.. अपनी मुठ्ठियों में भर कर उसके मज़े ले चुके थे.. तो अब क्या शरमाना..!