जवानी की दहलीज पर अंजलि को चोदा-1
जब मैं एम.कॉम. में पढ़ता था, मेरी पड़ोसी लड़की के शरीर का विकास देख कर मुझे अब उसे चोदने का मन करने लगा था। उसके चूचे मुझे पागल कर देते थे, वो भी मुझे छुप-छुप कर देखा करती थी। उसे मेरा साथ अच्छा लगता था वो मेरे घर आती थी, पर मुझसे शर्माती और थोड़ी सी ही बात करके जल्दी से अपने घर चली जाती थी।