अगर खुदा न करे… -3
मुझे गर्व हुआ। यह तेज साँस छोड़ती, मेरे होंठों के नीचे उम्म उम्म करती, उड़हुल की तरह चेहरा लाल कर रही औरत मेरी है। वह जितना असहाय हो रही थी उतनी ही मुझे उत्तेजना हो रही थी।
Sex Stories about Hot Indian Bhabhi’s kissing their boyfriends and husbands Lip Kiss, French Kiss चूमा चाटी
मुझे गर्व हुआ। यह तेज साँस छोड़ती, मेरे होंठों के नीचे उम्म उम्म करती, उड़हुल की तरह चेहरा लाल कर रही औरत मेरी है। वह जितना असहाय हो रही थी उतनी ही मुझे उत्तेजना हो रही थी।
मैंने उसे फिर चूमा, इस बार दोनों हाथों से उसका चेहरा पकड़कर देर तक चुम्बन दिया। वह मेरे चुम्बन को पहचान गई और तब उसको लग गया कि साए के अंदर घुस गया हाथ दूसरे का है, उसको पाँव से ठेलने लगी।
गाँव जाने की तैयारी में निम्मो कोठी में आ गई तो उसे चुदना ही था. गाँव पहुंचे तो देखा कि बहुत रिश्तेदार आए हुए थे. उनमें एक भाभी और उसकी ननद मेरे कमरे में सोई...
मैं जयश्री की तरफ गया और उसको बाँहों में जकड़ कर बिस्तर से उठा दिया.. फिर उसको दबोच कर उसके मस्त होंठों से अपने होंठ सटा दिए। जयश्री ने कहा- राजा.. थोड़ी देर के लिए चूमना बंद कर.. तो नाइटी उतार दूँ..
मैं आरती के कमरे में जाकर पलंग पर पैर नीचे लटका कर बैठ गया, आरती भी कमरे में आ गई और पलंग के पास आकर खड़ी हो गई। मैंने उसकी कमर में हाथ डाल उसके नितम्बों को सहलाता हुआ उसे अपनी गोद में बैठा लिया। वो मेरी तरफ मुँह करके बैठी थी.. उसकी मांसल जांघें मेरी जाँघों पर चढ़ी हुई थीं।
आठ बजे मैं आरती के घर पहुँच गया। उसने गुलाबी रंग की बिना बाँहों वाली सिल्क की नाइटी पहन रखी थी जो सामने से खुलती थी। गीले से बालों का जूड़ा बांध रखा था.. लगता था कि अभी नहाई थी.. नाइटी पारदर्शी तो नहीं थी लेकिन उसमें से उसके मम्मों के साथ साथ घुंडियों का उभार साफ़ दिख रहा था.. लगता था जैसे उसने नीचे कुछ नहीं पहन रखा था।
आरती के शीलभंग की स्मृति मानसपटल पर धारण किये मैं घर पहुँचा और यथाशीघ्र आरती के घर पहुँच गया. उससे मिल कर उसे खुश देख कर जो आत्मसन्तुष्टि मुझे मिली, बता नहीं सकता!
अपनी पुरानी सहेली से पूछ कर मैंने अपनी नई सहेली का नया नाम बुल्बुल रखा और उसे लेकर एक मोटेल में गया।
एक दिन अपनी मम्मी को गैर मर्द के साथ सेक्स करते देखा तो उनको पूछा. उन्होंने बताया कि पापा उनकी इच्छा पूरी नहीं कर पाते तो मैंने मम्मी की अन्तर्वासना शांत की.
मैंने निकिता को रेस्तराँ में बुला कर बताया कि तीस किलोमीटर दूर एक झील है जहाँ मैंने मोटेल रूम बुक करवाया है, मस्त जगह है, वहाँ आराम से बैठकर बातें करेंगे। वो भी राजी हो गई !
एक हसीना दिखी मुझे एक पार्टी में, थोड़ा नज़दीक जाकर मैंने उसे गौर से निहारा, वो बेहतरीन खूबसूरती की मालकिन थी, मैं तुरंत उसकी ओर लपका.. दोस्ती करके उसको भोगा. इस कहानी में विस्तार से पढ़िए...
पड़ोसन भाभी के घर उनकी बहन आई हुई थी। उन्होंने रात को मुझे रोक लिया कि मौका देख कर चुदाई करवा लेंगी। रात को मैं खुद भाभी के पास गया और उन्हें चोदा लेकिन सुबह को…
मेरे दोस्त की बहन सोनिया सेक्सी नाभिदर्शना साड़ी बैकलेस ब्लाउज पहन कर मेरे साथ बाईक पर उसकी सहेली की बर्थडे पार्टी के लिए निकली लेकिन रास्ते में बारिश आ गई.
मेरे मामा की लड़की हमारे घर आई तो हम आपस में दोस्त बन गए। उसका बदन, चूचे मेरे से छू जाते थे तो मुझे मजा आता था। एक रात वो मेरे ही बिस्तर पर सोई तो क्या हुआ…
कहानी के इस भाग में कि कैसे भाभी से रिश्ता आगे बढ़ा, कैसे भाभी ने अपनी कुंवारी गांड मुझे चोदने दी, पहले मैंने उंगली घुसा कर गांड के छेद को खुला किया और फ़िर…
12वीं के बाद खाली समय में मैं एक जॉब करने लगा तो मेरी एक सीनियर पर मेरा दिल आ गया, उसे मैंने कैसे पटाया और फिर उसके साथ सेक्स किया उसकी चूत चाट कर चुदाई की... इस कहानी में पढ़िए !
यह कहानी मेरी और मेरी कहानी की एक प्रशंसिका की है... क्या लड़की थी वो दोस्तो… मैंने ऐसी लड़की कभी नहीं देखी थी, एकदम दूध सी गोरी, मलाई जैसे उसके होंठ!
इस कहानी में पढ़ें - गाँव की भोली भाली मुनिया को पुनीत ने अपने जाल में फंसा कर नंगी कर लिया और उसकी अनछुई कुंवारी चूत चाट कर उसे प्रथम यौन का चरम आनन्द दिया!
मम्मी पापा के ऊपर आ कर लन्ड चूत में लेकर चुद रही थी और दोनों खूब बातें कर रहे थे… मम्मी पापा के साथ मस्ती कर रही थी, कह रही थी कि वो थक गई हैं!
मैंने जाहिरा के पतले-पतले होंठों पर अपनी उंगली फेरनी शुरू की और बोली- फैजान.. देखो तुम्हारी बहन के कितने प्यारे होंठ हैं.. यह कह कर मैं झुकी और अपने होंठ जाहिरा के होंठों पर रख दिए और उसको किस करने लगी।