बरसों की प्यास पर प्यार की बरसात – 2
पूरा लण्ड अंदर लेकर कविता आहिस्ते से मोहित के ऊपर बैठ गई और हल्के से आगे पीछे होने लगी। कुछ ही पल में मोहित का पूरा लण्ड कविता की चूत में था और कविता उसकी जमकर सवारी कर रही थी।
Sex Stories about Hot Indian Bhabhi’s kissing their boyfriends and husbands Lip Kiss, French Kiss चूमा चाटी
पूरा लण्ड अंदर लेकर कविता आहिस्ते से मोहित के ऊपर बैठ गई और हल्के से आगे पीछे होने लगी। कुछ ही पल में मोहित का पूरा लण्ड कविता की चूत में था और कविता उसकी जमकर सवारी कर रही थी।
उसने मुझे अपनी बाँहों में ले लिया, मैं कमज़ोर पड़ गई और मेरी बाँहें भी उसके चारों तरफ बँध गईं, मेरी चूचियाँ उसके चौड़े सीने में दब रही थीं और मेरी पैंटी में सुरसुराहट सी हो रही थी।
'यह लड़की मुझसे चुदवाएगी' तब तक मेरे जेहन में ऐसा कोई विचार नहीं था, वो सिर्फ अच्छी लगती थी। मैंने मेरी बीवी को भी इतनी शिद्दत से नहीं चाहा था।
एक सुन्दर यौवना मेरे पड़ोस में रहती थी, मैं उसे पसन्द करता था और शायद वो मुझे भी… उसे देख कर मेरा दिल मचल जाता था और वो मुस्कुरा देती थी। और एक शाम…
आरती के कहने पर मैंने वत्सला को अपनी बाहों में भर लिया और उसके कुंवारे बदन से खेल कर उसे मज़ा देने लग, उत्तेजित करने लगा। वो बेचैन हो उठी थी।
मेरे पास वाली आंटी के पति दूसरे शहर में जॉब करते थे, एक दिन उनका बेटा बीमार हुआ तो मुझे डॉक्टर बुलाने को कहा। वो अपने अकेलेपन से दुखी थी। मैंने उनसे आत्मीयता जताई तो…
मैं उसकी नाभि और कमर के हिस्से पर चुम्बन करने लगा और सच बताऊँ तो उसकी साँसें ऐसे ऊपर-नीचे हो रही थीं कि मैं उसे शब्दों में बयान नहीं कर सकता।
'आ जाओ बड़े पापा... मैं नंगी हो रही हूँ... और अपनी चूत के पट अपने हाथों से खोल के लेटती हूँ आपके स्वागत के लिए...हा हा हा!' आरती हँसते हुए बोली और फोन कट गया।
उसने मेरे बड़े-बड़े मम्मों को अपनी मजबूत चौड़ी छाती के बीच दबा कर मुझे बाँहों में जकड़ लिया और अपने होंठों को मेरे नाजुक होंठों पर कसकर.. उनका रसपान करने लगा। मैं कसमसाते हुए बोली- मैं आपकी बीवी नहीं हूँ.. एक अंजान औरत हूँ।
शाम को पिंकी की जगह सोनी खाना बनाने आई। उसने पूछ ही लिया कि हम दोनों ने सेक्स किया था। वो पार्टी मांगने लगी तो अगले दिन दोपहर की पार्टी तय हुई।
मैं एक सीनियर पोस्ट पर हूँ, मेरी ऑफिस में रिसेप्शनिस्ट बदलती रहती है। एक को छोड़ सब मेरे नीचे आ चुकी हैं। पिछली वाली की कहानी बता रहा हूँ, वो तब कुंवारी मतलब अनचुदी थी।
मैं अपनी क्लास की एक लड़की को चाहता था, वो भी मुझे चाहती थी. इज़हार, इकरार प्यार हुआ एक दिन हम दोनों को रात को मिलने का मौका मिला.. क्योंकि वो मेरे घर के पास ही रहती थी।
बॉलीवुड वाले जाने की तैयारी में थी कि मेरे चाचा चाची आ गए. उन्हें पता लगा कि फिल्म वाले आये हुए हैं तो मैं चाची को लेकर कॉटेज की लड़कियों से मिलवाने गया.
मैं गांडू हूँ, अन्तर्वासना पर मेरी कहानी पढ़ कर एक आदमी ने मेरी गांड मारने के लिए मुझे होटल में बुलाया तो मैं एक पव्वा पेप्सी में डाल कर पी कर उसके पास होटल में गया...
फेसबुक पर मेरी दोस्ती अपने कॉलेज की लड़की से हुई. एक दिन मैं उसे मूवी ले गया और उसकी रजामंदी से मैंने उसे चूमा. फिर एक दिन मैं उसे शहर से दूर एकांत जगह पर ले गया.
मामा के लड़के की शादी में उसके मामा की लड़की से मुलाकात हुई जो नवविवाहिता थी। वैसे तो उससे मैं पहले भी मिल चुका पर अब वो पूरे मेकअप में थी तो मेरे लौड़े को भा गई।
मेरी मामी की भतीजी को जॉब मेरे ही कॉलेज में लगी तो वो हमारे घर में रहने लगी। मेरा कोई दोस्त नहीं था तो मम्मी ने उसे मेरा ख्याल रखने को कहा। वो मेरे कमरे में रहती थी।
मेरे गाँव की एक लड़की से मेरा प्रेम शुरू हुआ.. जो एक कमसिन और नाजुक कली थी.. जवानी की दहलीज पर अभी कदम रखा ही था। एकदम दूध सी गोरी.. भूरी.. स्लिम बॉडी.. छातियाँ अभी विकास की तरफ अग्रसर थीं।
यह कहानी है दो मस्त चुदाई भाभियों की एक साथ चुदने की! एक दिन मेरी पुरानी चुदक्कड़ भाभी ने अपने ग्रुप की 6 भाभियों से मुलाकात करवाई और अगले ही दिन उनमें से एक का फ़ोन मेरे पास आ गया।
मैंने अपनी साली यानी पत्नी की बड़ी बहन राधादेवी की ताबड़तोड़ चुदाई उसी के घर... उसे विधवा हुए 3-4 साल हो चुके थे तो चूत तो उसकी भी प्यासी थी.