मामा की लड़की ने मुझे पटाकर अपनी चूत दी
यह कहानी मेरे और मेरे मामा की लड़की के बीच की है। उसने खुद पहल करके मेरे सामने अपने प्यार का इज़हार किया और मैंने मौका पाकर उसए पकड़ लिया और उसकी कुंवारी चूत चोद कर मज़ा दिया।
Sex Stories about Hot Indian Bhabhi’s kissing their boyfriends and husbands Lip Kiss, French Kiss चूमा चाटी
यह कहानी मेरे और मेरे मामा की लड़की के बीच की है। उसने खुद पहल करके मेरे सामने अपने प्यार का इज़हार किया और मैंने मौका पाकर उसए पकड़ लिया और उसकी कुंवारी चूत चोद कर मज़ा दिया।
मेरे ताऊ के बेटे की पत्नी यानि मेरी भाभी ने मुझे जगाने के लिये मेरी रजाई हटाई पर एकदम वापिस डाल लर चली गई। बाद में उन्होंने मेरे ऊपर जो प्यार बरसाया उसकी यह कहानी है।
मैं कोई एक्सपर्ट या कोई स्पेशलिस्ट नहीं हूँ। मैं यहाँ बस वो बातें शेयर कर रहा हूँ.. जो मैंने 'सेक्स कैसे करें' टॉपिक के बारे में रिसर्च करते हुए समझे और जो अपने पर्सनल एक्सपीरियेन्स से सीखे।
एक बन्जारन लड़की मेरे घर के सामने रहती थी। वो कुछ सांवली थी पर उसके मम्मे बड़े मस्त थे। वो मेरे सामने आती थी तो मेरा लण्ड खड़ा हो जाता था.. पर वो मुझे थोड़ी छोटी लगती थी। पर मुझे इससे क्या.. मुझे तो चूत चाहिए थी।
अन्तर्वासना पर मेरी कहानी पढ़ के एक लड़की ने मुझसे मिलने के लिए मेल किया. उसने बताया कि वो चुदना चाहती है लेकिन परिवार की इज्जत के कारण डरती है तो उसका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है..
मेरी लाइफ में एक लड़की आई। फिर एक दिन उसने मुझे प्रपोज़ कर दिया और मैंने भी ‘हाँ’ कर दी, हम दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे। एक दिन उसने कहा- मैं आज तुम्हारे साथ रूकना चाहती हूँ।
उसकी आँखें बंद थीं.. शायद नींद में होने का नाटक कर रही थी। मेरी हिम्मत अब बढ़ गई थी। मैंने उसका लोअर और पैंटी नीचे सरका दी और उसकी योनि का मर्दन अपनी उंगली से करने लगा।
हमारे नए किरायेदार की बीवी मस्त थी. एक बार मैं घर पर अकेला था तो वो मेरा नाश्ता बनाने आई. मैंने उसे कपड़े देने के बहाने बाथरूम में बुलाया और चड्डी में खड़ा लंड दिखाया.
मैं होश खो चुकी थी और मेरी चूत में सनसनी सी हो रही थी, कीड़ा सा रेंग रहा था, हर पल मैं और कमज़ोर पड़ रही थी, होश खो रही थी कि अचानक उसने मेरी ब्रा का हुक खोल कर मेरी ब्रा निकाल दी..
पूरा लण्ड अंदर लेकर कविता आहिस्ते से मोहित के ऊपर बैठ गई और हल्के से आगे पीछे होने लगी। कुछ ही पल में मोहित का पूरा लण्ड कविता की चूत में था और कविता उसकी जमकर सवारी कर रही थी।
उसने मुझे अपनी बाँहों में ले लिया, मैं कमज़ोर पड़ गई और मेरी बाँहें भी उसके चारों तरफ बँध गईं, मेरी चूचियाँ उसके चौड़े सीने में दब रही थीं और मेरी पैंटी में सुरसुराहट सी हो रही थी।
'यह लड़की मुझसे चुदवाएगी' तब तक मेरे जेहन में ऐसा कोई विचार नहीं था, वो सिर्फ अच्छी लगती थी। मैंने मेरी बीवी को भी इतनी शिद्दत से नहीं चाहा था।
एक सुन्दर यौवना मेरे पड़ोस में रहती थी, मैं उसे पसन्द करता था और शायद वो मुझे भी… उसे देख कर मेरा दिल मचल जाता था और वो मुस्कुरा देती थी। और एक शाम…
आरती के कहने पर मैंने वत्सला को अपनी बाहों में भर लिया और उसके कुंवारे बदन से खेल कर उसे मज़ा देने लग, उत्तेजित करने लगा। वो बेचैन हो उठी थी।
मेरे पास वाली आंटी के पति दूसरे शहर में जॉब करते थे, एक दिन उनका बेटा बीमार हुआ तो मुझे डॉक्टर बुलाने को कहा। वो अपने अकेलेपन से दुखी थी। मैंने उनसे आत्मीयता जताई तो…
मैं उसकी नाभि और कमर के हिस्से पर चुम्बन करने लगा और सच बताऊँ तो उसकी साँसें ऐसे ऊपर-नीचे हो रही थीं कि मैं उसे शब्दों में बयान नहीं कर सकता।
'आ जाओ बड़े पापा... मैं नंगी हो रही हूँ... और अपनी चूत के पट अपने हाथों से खोल के लेटती हूँ आपके स्वागत के लिए...हा हा हा!' आरती हँसते हुए बोली और फोन कट गया।
उसने मेरे बड़े-बड़े मम्मों को अपनी मजबूत चौड़ी छाती के बीच दबा कर मुझे बाँहों में जकड़ लिया और अपने होंठों को मेरे नाजुक होंठों पर कसकर.. उनका रसपान करने लगा। मैं कसमसाते हुए बोली- मैं आपकी बीवी नहीं हूँ.. एक अंजान औरत हूँ।
शाम को पिंकी की जगह सोनी खाना बनाने आई। उसने पूछ ही लिया कि हम दोनों ने सेक्स किया था। वो पार्टी मांगने लगी तो अगले दिन दोपहर की पार्टी तय हुई।
मैं एक सीनियर पोस्ट पर हूँ, मेरी ऑफिस में रिसेप्शनिस्ट बदलती रहती है। एक को छोड़ सब मेरे नीचे आ चुकी हैं। पिछली वाली की कहानी बता रहा हूँ, वो तब कुंवारी मतलब अनचुदी थी।