हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ

चूत चुदवाने या चोदने की हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ

Hamesha Chut Chodane ya Chudwane Ki chudas Rahne ki Kahaniyan

Stories about always horny, lusty males and females

पहली मुलाकात में ही चूत चुदवा ली

एक दिन मेरे फोन पर किसी लड़की की काल आई, वो नशे में बोल रही थी, उससे गलत नम्बर मिल गया था तो मैंने रोंग नम्बर कह कर फोन बंद कर दिया.. अगले दिन उसका फोन आया और वो माफी मांगने लगी और मुझसे मिलाने के लिए कहने लगी... मुझे कोई ऐतराज नहीं था तो मैं उसके बताये समय पर उसके घर पहुँच गया ! आगे की घटना आप कहानी पढ़ कर जान लीजिये...

मेरा गुप्त जीवन- 10

कम्मो ने मुझे चुदाई करना सिखाया... लेकिन एक दिन वो गायब ही हो गई… लेकिन मम्मी ने मेरे लिये एक नई नौकरानी का इन्तजाम कर दिया… चम्पा नाम था उसका! मुझे याद आया कि इसी को मैंने अपने सामने कपड़े बदलते देखा था... मुझे चम्पा पसंद आई और उसे अपने लंड का मज़ा देने की तरकीब लड़ाने लगा... कहानी पढ़ कर मज़ा लें की कैसे मैंने उसे पहली बार चोदा ...

धोबी घाट पर माँ और मैं-4

माँ कपड़े को नदी के किनारे नहाने लगी… माँ के दांतों से उसका पेटिकोट छुट गया और सीधे सरसराते हुए नीचे गिर गया और उसका पूरा का पूरा नंगा बदन एक पल के लिये मेरी आंखों के सामने दिखने लगा।

बाद में खाना खाने के बाद माँ पूछने लगी कि उसे नंगी देख कर मुझे कैसा लगा… फ़िर उसने मेरा हाथ अपनी चूचियों पर रख लिया…

खुद कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए...

माँ बेटी को चोदने की इच्छा-44

माया मेरी पीठ सहलाते हुए मेरे माथे को चूमे जा रही थी और जहाँ कुछ देर पहले 'अह्ह्ह ह्हह... फ्छ्झ.. पुच.. पुक..' की आवाजें आ रही थीं..

माया की चूत से बूँद-बूँद करके रस टपक रहा था। वो मेरे पीठ पर हाथ फेरते हुए मुझसे बोल रही थी- तुम्हारा ये गर्म एहसास मुझे बहुत पागल कर देता है.. मेरा खुद पर कोई कंट्रोल नहीं रहता और जब तुम मुझे इतना करीब से प्यार देते हो.. तो मेरा दिल करता है कि मैं तुम्हारे ही जिस्म में समा जाऊँ।

पाँच लड़कियों ने मिलकर मुझे चोदा -1

मैं दिल्ली में भूखा प्यासा थका हारा एक घर के बाहर दीवार के पास बैठ गया और सो गया... आँख खुली तो देखा मेरे इर्द-गिर्द चार-पाँच लड़कियाँ खड़ी मुझे झकझोर रही थी।

चूत की चुदाई और मेरा जिस्म

पीजी में मेरा कमरा ऊपर था… बीच में जाल था जहां से मैं भाभी से बातें करती थी… एक शाम मैं भाभी से गप्पें मारने गई तो देखा कि नीचे भैया भाभी को छेड़ रहे थे…

मेरा गुप्त जीवन- 9

कम्मो, एक जवान विधवा, मेरी नौकरानी थी, उसने मुझे चुदाई करना सिखाया... लेकिन एक दिन वो गायब ही हो गई… मम्मी ने मेरे लिये एक नई नौकरानी का इन्तजाम कर दिया…

कुंवारी सीमा की चूत की चुदास

मेरे पड़ोस में सुन्दर दो बालाएँ रहती थीं, एक सीमा और दूसरी नेहा... उनमें सीमा बड़ी थी.. बहुत ही सेक्सी गाण्ड वाली माल थी। वह हर लड़के की तरफ बहुत ही सेक्सी नजरों से देखती थी..

मेरी नजर पहले से ही उस पर थी। मैं उसे हर हाल में चोदना चाहता था। वह देखने में तो वैसे ही सेक्सी थी लेकिन उसके उभरे हुए दूधों को देखकर मेरामन मचल जाता था..

एक दिन मैंने देखा कि उसके घर में कोई नहीं है.. तो मैं चुपके से उसके घर में जाकर छुप गया।

धोबी घाट पर माँ और मैं -2

हमारा काम धोबी का था, माँ देखने में बहुत सुंदर है, जब माँ कपड़े को नदी के किनारे धोने के लिये बैठती थी, तब वो अपनी साड़ी और पेटिकोट को घुटनों तक ऊपर उठा लेती थी... घर में भी कपड़े इस्तरी करते वक्त माँ अपना पेटिकोट ऊपर उठा कर पसीना पौंछती तो मुझे उसकी नंगी जांघों के बीच का नज़ारा देखने को मिल जाता… खुद कहानी पढ़ कर मज़ा लीजिए...

मेरा गुप्त जीवन -7

कम्मो, एक जवान विधवा, मेरी नौकरानी थी, उसने ही मुझे चुदाई करना सिखाया... कम्मो की सिखाई के बाद अब मुझको चोदना काफी हद तक आ चुका था और मेरा मुझ पर कंट्रोल भी अब पूरा हो चुका था। मेरा लंड भी 6-7 इंच का हो गया था और उसकी मोटाई भी काफी बढ़ गई थी। कहानी पढ़ कर मज़ा लें...

चाची की बुर है या आग का गोला-2

चाचा साधारण, गंभीर और पुराने ख्याल के हैं.. जबकि चाची शहर की तेज-तर्रार लड़की हैं। एक बार चाचा जी किसी काम से 10 दिनों के लिए बाहर गए.. तो मैं और चाची घर पर अकेले ही बचे। रात को मैं और चाची एक ही बेड पर सोये… बीच रात में मैंने महसूस किया कि चाची मेरा लण्ड सहला रही हैं… कहानी पढ़ कर देखिये…

चाची की बुर है या आग का गोला -1

मैं चाचा चाची के पास ही रहने लगा, चाची शहर की तेज-तर्रार लड़की हैं। एक बार चाचा काम से 10 दिन के लिए बाहर गए तो मैं और चाची घर अकेले बचे। कहानी पढ़ कर देखिये…

मौसी की मस्त फ़ुद्दी की चुदास

दिवाली से पहले मैं मौसी के घर गया तो घर की सफाई में मौसी की मदद की, मौसा जी बाहर नौकरी करते थे... रात को सोते हुए मौसी अपने बेटे की मालिश करने लगी तो मुझसे बोली- तेरी मालिश भी कर देती हूँ ! मेरा लोअर उतारने लगी तो मेरा कच्छा भी साथ उतर गया, मौसी ने मेरा लंड देख लिया... उसके बाद वो अपनी साड़ी घुटनों तक उठा कर अपनी टांगों पर तेल लगाने लगी... कहानी पढ़ कर जानिए कि आगे क्या हुआ...

मेरा गुप्त जीवन -4

सुन्दरी के जाने के बाद मैंने अपनी नई नौकरानी को पटाया और उसका नंगा बदन देखा, अपने सामने उससे चूत में ऊँगली करवा के देखा... फिर सुन्दरी का ब्याह हो गया और मोटी नौकरानी किसी के साथ भाग गई... अब मुझे मिली कम्मो.. मेरी नई नौकरानी... वो एक जवान विधवा थी... मैंने आहिस्ता से उसको पटाना शुरू कर दिया। उसके चूतड़ पर हाथ फेरा तो वह मुस्करा कर बोली- छोटे मालिक ज़रा संभल के… कोई देख न ले। कहानी पढ़ कर मज़ा लें...

बहन का लौड़ा -49

नीरज के सारे पैसे रोमा को फ़ांसने और उसकी चुदाई में खत्म हो चुके थे तो वो राधे से और पैसे मांगने गया। राधे ने उसे पाँच लाख देने का वायदा किया और जब राधे घर लौटा तो उसने देखा कि मीरा अपने बेडरूम में एकदम नंगी बिस्तर पर लेटी हुई थी.. उसके पास बीयर की बोतल आधी खाली पड़ी थी.. यानी उसने आधी बोतल गटक ली थी और उसने मम्मों और चूत पर चॉकलेट पेस्ट लगाया हुआ था।

पत्नी सेक्स को मना करती है

मेरी एक बेटी है 6 महीने की! जब से मेरे घर बेटी हुई है, उसके बाद मेरी पत्नी मुझसे सेक्स बहुत कम करती है, जब भी मैं उसे सेक्स करने को कहता हूँ तो वो मुझे माना कर देती है, कहती है कि फिर कभी करेंगे, या कहती है जब दूसरा बेबी करेंगे, तब करेंगे सेक्स! मतलब उसका ध्यान बेटी की तरफ़ ज्यादा हो गया है। मगर आप तो जानते ही हैं एक मर्द सेक्स किए बिना नहीं रह सकता...

बहन का लौड़ा -48

दोस्तो, मीरा से लेकर रोमा तक सब चुद चुकी हैं.. यह रोज का सिलसिला हो गया दिन में राधे.. ममता को.. और रात को मीरा को चोदता.. उसकी लाइफ में इन दोनों का मज़ा लिखा हुआ था।

उधर रोमा की चूत की आग दिन पर दिन बढ़ती जा रही थी। वो किसी ना किसी बहाने नीरज के पास चली जाती और अपनी चूत को ठंडा करवा के आती थी।

मेरा गुप्त जीवन-2

ढेर सारे मिले लाड़ प्यार के कारण मैं एक बहुत ही ज़िद्दी और झगड़ालू किस्म के लड़के के रूप में जाना जाता था। मैं जीवन की शुरुआत से ही औरतों की प्रति बहुत आकर्षित था।

मेरे सारे निजी काम एक युवा नौकरानी सुन्दरी करती थी… उसने मेरी मासूमियत का पूरा फायदा उठाया। अपने शरीर को मोहरा बना कर उसने सारे वह काम करने की कोशिश की जो वह कभी सोच भी नहीं सकती थी।

दिव्या की चूत ने बहुत मज़ा दिया

मेरे फ़ोन पर एक एस एम एस आया- हाऊ आर यू? मैं दिव्या हूँ.. आपकी एक दोस्त है रीना.. मैं उसकी सहेली हूँ.. मैं आपसे दोस्ती करना चाहती हूँ.. आप मुझे दोस्ती करोगे?

मुझे लगा कि चलो दोस्ती ही सही..

फिर हम लोग रोज बात करने लगे। धीरे-धीरे उसके मैसेज से लगने लगा था कि वो मुझसे प्यार करने लगी थी..

कहानी पढ़ कर देखिए कि वो कैसे चुदी!

सौतेली दीदी की चूत चुदाई -2

मैं सौतेली दीदी को याद करके मुठ मारता था और मैंने सोच रखा था कि उनको एक दिन मैं ज़रूर चोदूँगा.. उनकी शादी हो गई.. दीदी की शादी के 4 महीने बाद घर वाले एक हफ्ते के लिए बाहर गए तो मुझे घर में अकेले रह जाना था.. इसलिए दीदी घर आ गई थीं। तो कार चलाना सिखाने के बहाने कैसे मैने उनकी अन्तर्वासना जगाई… कहानी में पढ़िए..

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