कोकशास्त्र की रचना -2
कोका पण्डित ने उस औरत संग खूब यौन पूर्व क्रीड़ा की और जब वो पूरी तरह से यौन के लिये तड़पने लगी तो उसकी योनि में लिंग प्रवेश कराया और 64 आसनों से उसे चोदा।
चूत चुदवाने या चोदने की हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ
Hamesha Chut Chodane ya Chudwane Ki chudas Rahne ki Kahaniyan
Stories about always horny, lusty males and females
कोका पण्डित ने उस औरत संग खूब यौन पूर्व क्रीड़ा की और जब वो पूरी तरह से यौन के लिये तड़पने लगी तो उसकी योनि में लिंग प्रवेश कराया और 64 आसनों से उसे चोदा।
अगली दोपहर को फ़ैजान आ गये और हम तीनों ए सी वाले बेडरूम में लेट गये। तभी मैंने देखा कि फैजान ने अपना हाथ मेरे ऊपर से होता हुआ जाहिरा की नंगी बाज़ू पर रख दिया
एक बार कामरीश राजा के राज्य भूमि में ऐसी महिला का आगमन हुआ.. जिसकी चूत में हमेशा आग लगी रहती थी। उसकी सदैव एक ही इच्छा रहती थी कि उसकी चूत में दिन-रात मोटा और तगड़ा लंड डला रहे..
मेरी मकान मालकिन विधवा थी. उसके और मेरे कमरे के बीच में दरवाजा था जो उसकी तरफ से बंद रहता था. मैंने उनसे बात करने की सोची. और फिर एज दिन वो दरवाजा खुल गया.
एक रात हम सोये हुए थे, मेरी नींद खुली, मैंने फ़ैजान का हाथ जाहिरा की चूची पर रख दिया। ऐसे ही एक रात जागते हुए मैंने फ़ैजान का हाथ जाहिरा के पेट पे रख दिया… और एक रात…
फ़ैजान की लाई हुई ब्रा मैंने उसकी बहन को दिखाई तो शर्म से लाल हो गई। फ़िर हमने बेडरूम में ए सी लगवाया तो जाहिरा को हमारे साथ हमारे डबलबेड पर सोने को कहा।
इंटरनेट पर चैट करते हुए मुझे एक भाभी मिली, बात हुई, फोन नम्बर लिया, फोन पर बातें हुई, उनसे मिलाने उनके ऑफिस गया. फिर एक दिन मैंने उन्हें अपने घर बुलाया..
फैजान उसी को देखता रहा फिर मुझसे बोला- यह तुम बाइक पर बैठे क्या शरारतें कर रही थीं।
मैं मुस्कुराई और अंजान बनते हुए बोली- कौन सी शरारत?
फैजान- वो जो मेरे लण्ड को दबा रही थी।
मैं हंस कर बोली- मैंने सोचा कि आज मैं अपनी चूचियों को तुम्हारी पीठ पर रगड़ नहीं सकती.. तो ऐसी ही थोड़ा सा तुम को मज़ा दे दूँ।
पड़ोस में दो नेपाली बहनें रहती थी, उनमें छोटी का यार छुट्टी वाले दिन उसे चोदने आता था। एक दिन कमरे की चाबी उसके पास नहीं थी, मैंने उसे पने कमरे मे बुलाया।
मैं पिन्की की चूत चूस रहा था, वो आनन्द के मारे पागल हुई जा रही थी, कह रही थी कि अब कुछ करो। मेरे ल्न्ड को पकड़ कर अपनी चूत पे रखने लगी। मैंने भी घुसा दिया।
दफ़्तर के पास की एक लड़की मेरे साथ सेट हो गई, एक बार मैं उसके घर गया, वो नहा रही थी, मैं बाथरूम में घुस गया। वो मेरे लौड़े पर कूद रही थी कि मुझे उसकी चाची दिखी, वो हमें चुदाई करते देख रही थी…
लेग्गी पहन कर जाहिरा अपने भाई के सामने आई तो फैजान की निगाहें जाहिरा की टाँगें देखने को उतावली थी. एक दिन उसे छोटा शर्ट पहना तो वो तो उसकी जांघें और चूतड़...
मैंने अपने शौहर को उनकी बहन की नंगी टाँगें घूरते देखा तो मन में उनको सताने का ख्याल आया, मैं चाह रही थी कि इनको जाहिरा के बदन की सारी गोलाइयाँ दिखा दूँ !
मेरे पड़ोस में एक डॉक्टर रहती थी, वो बहुत सेक्सी माल थी, उसके पति अपने काम मे मस्त थे, मेरी नज़र उस पे थी। एक दिन मैंने उसे अपनी चूत मे कुछ घुसाते देख लिया…
मास्टर जी की अनुपस्थिति में उनकी बीवी मुझे अपने बेडरूम में ले गई और मुझसे सेक्स की मांग करने लगी, मैंने उनकी चूत चाट कर उन्हें परम आनन्द दिलाया और उसके बाद…
किरायेदार भाभी घर बदल कर जाने लगी तो वो मुझे बता गई कि विधवा मकान मालकिन भी चुदाई की भूखी है, वो आसानी से पट सकती है तो मैं उसे अपने जाल में फ़न्साने में लग गया!
माँ को चूत चुसवा कर बहुत मज़ा आया और वो शानदार तरीके से झड़ी और थक कर सो गई.. लेकिन मेरा लौड़ा मुझे परेशान कर रहा था, मैं सोती हुई माँ की जांघों को सहलाने लगा
हमारी किरायेदार भाभी मस्त माल थी, एक बार उसने मुझे छत पर शराब पीते देखा तो अपने कमरे में बुला लिया और मुझे बर्फ नमकीन दी, फिर गर्लफ्रेंड की बात करने लगी
माँ पूरी नंगी होकर दोनों पैर फैला कर मुझसे अपनी चूत चटवाने लगी... मैं माँ की चूत चूसने लगा तो माँ को खूब मज़ा आ रहा था, वो मज़े में पागल हो गालियाँ बक रही थी.
बसंती के भागने के बाद बिन्दू को गर्भ रह गया तो मेरे लिए अब कोई नहीं थी. मैं कॉटेज जाकर दिल बहलाने लगा तो वहाँ चम्पा आ गई अपनी एक सहली निर्मला को लेकर !