हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ

चूत चुदवाने या चोदने की हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ

Hamesha Chut Chodane ya Chudwane Ki chudas Rahne ki Kahaniyan

Stories about always horny, lusty males and females

लैपटॉप ने चूत चुदाई का सपना किया पूरा

मेरे मकान मालिक घर में एक जवान लड़की थी, पर उसकी फिगर में कुछ कमियाँ थी जैसे उसके चूचे बहुत छोटे छोटे थे, चूतड़ भी बहुत छोटे थे। उसे मैंने लैपटॉप सिखाने के बहाने कैसे चोदा, इस कहानी में…

मेरी काम वासना के रंगीन सपने -4

पति देव को अच्छी तरह मालूम था कि मैं कभी-कभी हस्तमैथुन मैथुन कर लेती हूँ.. कई बार मेरी सिसकियाँ सुनकर उठ जाते और गौर से मुझे देखते रहते। उनकी आँखों के सामने ही मैं अपनी योनि को ज़ोरों से घिसती और रगड़ती रहती

एक भाई की वासना -30

मैं समझ गई कि जाहिरा की चूत पहली-पहली बार पानी छोड़ रही है। मैंने उसके जिस्म को अपने जिस्म के साथ भींच लिया और थोड़ी ही देर में ही उसका जिस्म मेरी बाँहों की गिरफ्त में बिल्कुल ढीला हो गया।

मेरी काम वासना के रंगीन सपने -3

मेरे गद्दे और चादर पर अपना रस छोड़ेगा... ईएश.. कितना गंदा काम.. ऐसा कितने बार उसने रस छोड़ा होगा? मुँह में लार और पेशाब की तरह वीर्य भी काफ़ी पर्सनल चीज़ है। दूसरों के लिए अछूत सी होती है।

मेरी काम वासना के रंगीन सपने -2

नपुंसक पति के कारण मैंने मन ही मन चंदर से संभोग करने का इरादा बना लिया। मैं उठकर भान्जे के कमरे में गई और छानबीन की.. पर उसकी अलमारी से कुछ नहीं मिला.. बिस्तर के नीचे कुछ नहीं था। लेकिन गद्दे के नीचे कुछ किताबें मिलीं.. साथ में कन्डोम के कुछ पैकेट भी मिले।

अंजलि की चूत और गाँव के गबरू -1

मैंने उनमें से एक आदमी की गर्दन पकड़ी और झक्कास वाली चुम्मी कर दी.. तो उसने एक झटके में मुझे हटा दिया और बोला- सबर कर राण्ड.. आज तुझे ऐसा चोदेंगे कि तू चुदाई भूल जाएगी।

एक भाई की वासना -28

फैजान की नज़र भी सीधी-सीधी अपनी बहन की खुली ओपन क्लीवेज और चूचियों पर ही जा रही थी। मैंने महसूस किया कि फैजान नाश्ता कम कर रहा था और अपनी बहन की चूचियों को ज्यादा देख रहा था।

मेरा गुप्त जीवन -49

On 2015-09-03 Category: Group Sex Story Tags: Classmate, चुदास, सहेली

कम्मो बोली- चारों को एक एक बार चोद डालो रात में… फिर उन चारों को आपस में भिड़ा दो यानि लड़की लड़की संग संग करवा दो, इस तरह उनकी कामवासना ठंडी हो जायेगी।

मेरी काम वासना के रंगीन सपने -1

पति की नाकामयाबी मेरे साथ एक धोखा सा था.. पति को धोखा देना कोई पाप नहीं लग रहा था। अगर मेरे पति बिस्तर में कामयाब और नॉर्मल होते.. तो आज उनके साथ खुश रहती..

मेरा गुप्त जीवन -47

होटल में सबके सोने के बाद मैं निम्मी और मैरी के कमरे में चला गया। निम्मी सो रही थी, मैरी ने मुझे पकड़ लिया और चूमाचाटी के बाद मैं उसे चोदने लगा।

एक ही घर की सब औरतों की चुदाई -7

मेरी मकान मालकिन अपनी सहेली को लेकर जब मेरे कमरे में आई.. मैं उसे देखता ही रह गया, वह किसी अच्छे घर की लगती थी और बहुत खूबसूरत थी। मेरी तो लॉटरी ही लग गई जो मुझे उस जैसी हसीन-तरीन हूर को चोदने का मौका मिल रहा था

मेरा गुप्त जीवन-46

नैनीताल के सफ़र में मेरे दोनों तरफ दो लड़कियाँ बैठी. थोड़ी देर में एक ने अपनी चुन्नी मेरे ऊपर डाली और मेरा लंड ढूंढने लगी. मैं भी उसकी जांघ सहलाने लगा.

एक ही घर की सब औरतों की चुदाई -6

मकानमालिक की बीवी कभी कभी ही आती थी, वो भाहर जॉब करती थी। एक दिन उसकी ब्रा पैन्टी में मैंने अपना माल लगा दिया। उसने कुछ नहीं कहा और ब्रा-पैन्टी धोकर सुखा ली।

एक भाई की वासना -24

रात को फैजान को मैंने बीच में लिटाया और अगल बगल हम दोनों लेटी. मैंने फैजान को खूब गर्म करके बीच में छोड़ दिया तो तंग हो कर वो जाहिरा के बदन को सहलाने लगा.

कुंवारी कन्या की अन्तर्वासना

जुबैदा और अमित को लव मेकिंग यानि चूत चुदाई करते देख मैं खुद पर काबू नहीं रख पाई। ऐसा लग रहा था कि बस इस आग को कोई बुझा दे। खुद-ब-खुद मेरे हाथ मेरी उस जगह पर पहुँच गए

मामा की लड़की की चूत चुदाई

नाना की मौत पर मैं उनके घर गया तो सब लोग व्यस्त थे। मामी की बेटी मुझसे बातें करने लगी, मेरी गर्लफ़्रेन्ड के बारे में पूछा तो मैंने उसे ही गर्लफ़्रेंड बना लिया

चुदने चुदाने की लालसा

मेरे मोबाइल पर अंजाने नंबर से किसी का मैसेज आया.. तो मैंने ज़्यादा ध्यान नहीं दिया। लेकिन वो किसी लड़की का नम्बर था. धीरे धीरे बात हुई, मिले और चुदाई भी हुई

वासना की आग मचलती है

मेरी सहेली अकसर अपने यार मेरे घर लाकर उनसे चुदती थी, मैं उन्हें चुदाई करते देखती थी, मेरा भी मन होता था चुदाने का! एक दिन उसका यार मुझे फ़ोन नम्बर दे गया!

चाची की चूत चोदने की चुदास

मैं चाची के घर रहता हूं। घर के सभी लोग पार्टी में गए थे.. चाची ने मुझे उनके रूम में सोने को कहा.. चाची सो गई, मैंने डरते हुए अपना हाथ उनकी चूची पर रख दिया।

एक भाई की वासना -16

जाहिरा के जिस्म से चिपकी हुई उसकी चमड़ी के रंग की लेग्गी ऐसी ही लग रही थी.. जैसे कि उसकी चमड़ी ही हो। फैजान ने अपना हाथ आहिस्ता आहिस्ता जाहिरा की जाँघों पर फिराना शुरू कर दिया और उसकी जाँघों को सहलाने लगा।

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