बस चूत पटाना जरूरी है
मैंने अपने पैरों को उसकी जांघ पर दोनों पैरों के बीच रख दिया और पैर की उंगलियों से हल्के-हल्के सहलाने लगा.. इससे रीता पूरी तरह गर्म हो गई और कुर्सी पर आगे की ओर सरक आई।
चूत चुदवाने या चोदने की हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ
Hamesha Chut Chodane ya Chudwane Ki chudas Rahne ki Kahaniyan
Stories about always horny, lusty males and females
मैंने अपने पैरों को उसकी जांघ पर दोनों पैरों के बीच रख दिया और पैर की उंगलियों से हल्के-हल्के सहलाने लगा.. इससे रीता पूरी तरह गर्म हो गई और कुर्सी पर आगे की ओर सरक आई।
पायल अपने भाइयों के साथ गेम के लिये चली गई लेकिन जाने से पहले उनके नौकर ने उसे जूस में कामोत्तेजक गोली पिला दी जिससे पायल की अन्तर्वासना भड़क उठी…
मैं बहुत गर्म चुदासी थी पर अभी तक चुदी नहीं थी. बस में मेरे साथ एक लड़का जाता था उससे मैं सारी बात कर लिया करती थी. एक दिन बस में उसने मुझे लंड पकड़ा दिया.
सब लड़कियों और भाभियों का तो काम हो चुका है अब रह गई सिर्फ वो दो लड़कियाँ। अभी तक तो उनकी ओर से कोई इच्छा नहीं हाज़िर हुई !
पायल अपने भाई से अपनी चूत की सील तुड़वाना चाह रही थी और उधर उसके भाई के दोस्त उसे भरी महफ़िल में नंगी करना चाह रहे हैं। कहानी पढ़ कर देखिए कि क्या होता है…
मुझे आरती नाम की लड़की बहुत पसंद थी, उसे पाने के लिए पूरे गाँव के लड़कों की नजर उसके घर पर लगी रहती है, मस्ती और वासना का रास्ता उसकी चूत से होकर जाता है।
एक रात अनुराधा जागरण में गई हुई थी। बच्चे सोए हुए थे.. तो संजय चुपके से सुनीता के कमरे में गया। उसको सोया हुआ पाकर उसके होंठों पर उंगली फेरने लगा। सुनीता ने एकदम से जागते हुए कहा- भाई साहब आप.. इस वक़्त यहाँ क्या कर रहे हो?
मम्मी मेरी ओर पीठ करके ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी थीं.. जिसके काँच में मुझे मम्मी का फ्रंट साइड दिखाई पड़ रहा था.. लेकिन मम्मी ने अपना एक हाथ दोनों मम्मों के ऊपर रखा हुआ था जिस कारण मुझे कुछ खास दिखाई नहीं पड़ रहा था।
इस भाग में पता लगेगा कि पायल की चाची को पायल के पापा ने पहली बार जबरन चोदा था। उधर पायल अपने भाई को पटाने के चक्कर में है, उसे अपने नंगे चूचे दिखा रही है।
पायल- ओह्ह.. भाई आप कैसी बातें कर रहे हो.. हम बिंदास हैं ये हमें पता है.. मगर उसको नहीं.. उस वक्त उसको पता लगता मैं आपकी बहन हूँ तो वो सोचता कैसी बहन है.. जो अपने भाई के साथ ब्रा लेने आई है.. ये मिडल क्लास लोग गलत ही सोचते हैं इसलिए मैंने दोस्त कहा..
शायद मेरे नसीब में मेरे परिवार के छेदों का ही सुख लिखा था। रिश्तों में चुदाई की कहानी आप को एक एक घटना बिल्कुल सत्य के आधार पर लिख रहा हूँ...
पुनीत पायल को किसी तरह पटा कर गेम के लिये ले जाना चाहता था तो वो हर तरह से पायल को खुश करना चाह रहा था और पायल अपने भाई से चुदने के ख्याल मन में लिये थी…
दोनों ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए और अपनी चूचियों को तेल में डुबो कर मेरे बदन पर घुमाने लगीं। मैं ये चूचियों से मसाज करना पॉर्न मूवी में देख चुका था.. लेकिन आज पहली बार मेरे साथ भी यही हो रही थी।
मैंने मामी को बताया कि मेरी पेशाब की जगह पर कुछ गर्म गर्म लग रहा है। मामी ने पूछा कि क्या मैंने पहले कभी ऐसे मजे लिए थे, और मेरे न कहने पर उसने कहा कि कोई बात नहीं!
हमारे कमर के नीचे कपड़े क्रमशः ही खुले, साए की डोर और पैंट की चेन एक साथ खुले, पैंटी और चड्डी की साथ-साथ विदाई हुई, जैसे दूल्हा और दुल्हन साथ विदा होकर जा रहे हों।
असल काम की घड़ी, वर्षों प्रतीक्षा की घड़ी, मेरी पतिव्रता बीवी के व्यभिचार की घड़ी, उसकी योनि में परपुरूष के प्रवेश की घड़ी… मैं - उसका पति - उत्साह से उसकी योनि के होंठों को फैलाकर उसके शीलभंग में मदद कर रहा था।
जब मैंने आखिरी धक्का ज़ोर से मारा और नीलू मुझ से चिपट कर छूटने लगी तो सुधा ने हल्के से ताली मारी और 'वाह वाह' करने लगी तो हमको पता चला कि कोई हमारे करतब देख रहा है।
मैं एक इज्जतदार शिक्षिका हूँ.. तो बॉयफ्रेंड नहीं बनाना चाहती क्योंकि आजकल के बॉयफ्रेंड किस्म के लोगों को तो आप जानते ही हो.. एक बार चुदवा लो.. तो सर पर बैठ जाते हैं और तो और.. बिना गाली के बात नहीं करते हैं।
मुनिया- तू चोदता भी देर तक है.. मज़ा भी खूब देता है। मुझे एक बात समझ नहीं आई.. कि मैं चुदी हुई थी.. तब भी तेरे लौड़े ने मेरी जान निकाल दी.. तो निधि तो मुझसे बहुत छोटी है और कुँवारी भी है.. वो कैसे सह गई तेरे इस मोटे लौड़े को?
मैंने अपनी दोनों बहनों को अब तक अलग-अलग चोदा था। इस घटना क्रम में मैं अपनी दोनों सगी बहनों को एक साथ चोदूँगा. एक बहन घर में ही है, दूसरी ट्रेन से आ रही है.