अब्बू के दोस्त और मेरी अम्मी की बेवफाई -5
अम्मी के साथ-साथ मेरी चूत को भी लण्ड की ज़रूरत सताने लगी थी, मैंने बेअदबी के साथ अम्मी से कह दिया- मुझे भी वही चाहिए.. जो तुम रात को अपनी चूत में डलवाती हो।
चूत चुदवाने या चोदने की हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ
Hamesha Chut Chodane ya Chudwane Ki chudas Rahne ki Kahaniyan
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अम्मी के साथ-साथ मेरी चूत को भी लण्ड की ज़रूरत सताने लगी थी, मैंने बेअदबी के साथ अम्मी से कह दिया- मुझे भी वही चाहिए.. जो तुम रात को अपनी चूत में डलवाती हो।
वो तड़प रही थी, बोल रही थी- बहुत दिनों की प्यासी हूँ, आज मेरी प्यास बुझा दो, इनको तो काम से ही फ़ुर्सत नहीं, रात को लेट आते हैं और सबेरे जल्दी चले जाते हैं।
जुबैदा मेरी भाभी लगती हैं दूर के रिश्ते में, भाईजान यानि उनके शौहर कई बार टूअर पर बाहर जाते हैं तो भाभी अक्सर मुझे मौज-मस्ती के लिये बुला लेती हैं, उनके घर में और कोई नहीं है तो कोई दिक्कत नहीं होती।
'हाँ है तो.. और ये तुम्हें लण्ड जैसे शब्द क्यों बोल रहे हो.. तुम्हें शर्म नहीं आती.. मैडम के सामने ऐसे शब्द बोल रहे हो?' अवि- सॉरी मैडम.. गलती हो गई..
यह कहानी मेरे और मेरी एक कम्प्यूटर ठीक कराने वाली ग्राहक के बारे में है, कैसे हमारी पहली मुलाकात ने हमारे बीच अन्तर्वासना जगाई और हम एक दूसरे में समाहित हो गए।
किताब न्यूज पेपर से कवर की हुई थी पर पंखे की स्पीड ज्यादा होने से कुछ पन्ने पलट गए। जब मेरी नजर उस किताब पर पड़ी.. तो उसमें लड़कियों की नंगी फोटो बनी थीं।
कण्ट्रोल तो मुझ से भी नहीं हो रहा था, मैं उठा और उसकी टाँगें चौड़ी करके बीच में बैठ कर जब मैंने मेरे लंड का लाल लाल सुपाड़ा उसकी चूत पर टिकाया तो उसने मुझे रोका।
मैंने मैडम के घर पहुँच कर का गेट खटखटाया.. थोड़ी देर बाद मैडम ने दरवाजा खोल दिया। इस वक्त मैडम एक नाइटी में थीं। मैडम के आम लटक रहे थे..
मेरे पड़ोस में एक मस्त भाभी रहती थी. एक दिन भाभी के यहाँ नई स्कूटी आई.. उन्होंने भैया से कह कर मुझे स्कूटी सिखाने के लिए बोला। मैं भाभी को एक सुनसान सड़क पर ले गया..
पापा दुबई में थे, मैं, अम्मी पापा के दोस्त के मकान में रहते थे, अंकल अक्सर हमारे घर आते थे और अम्मी उनके आने से बहुत खुश होती थी. एक दिन मैं स्कूल से आई तो..
स्कूल में मेरे दोस्त नंगी फोटो देख कर उनकी बातें करते हैं। मुझे भी फोटो देखकर कुछ-कुछ होता.. हालांकि तब मुझे पता नहीं था कि मेरा लण्ड खड़ा क्यों होता है।
सेक्स की कोई उम्र नहीं होती, हर उम्र के मर्द औरत को सेक्स की चाहत होती है। यह बात अलग है कि वो अपनी उम्र के साथ साथ अपनी इस इच्छा को दबा लेते हैं, या फिर मार लेते हैं। पर चूत और लंड की चाहत सभी को हर उम्र में होती है।
मेरे घर के बगल में शादी में एक लड़की आई थी। उसे देखते ही मेरा दिल व्याकुल हो उठा था.. मैं उस घर में घुस गया और उसे छूने की कोशिश की तो उसने मुझे छत पर जाने को कहा।
मेरी बचपन की दोस्त नेहा के साथ मुझे टैस्ट के लिये आगरा जाना पड़ा। हमने होटल में एक ही कमरा लिया. बीच रात में मुझे लगा कि नेहा का हाथ मेरे लंड पर है।
मुझे चण्डीगढ़ में कुछ काम था तो मैं अपने दोस्त के घर रुका, वहाँ उसकी कमसिन भतीजी को देख मेरी लार टपकने लगी लेकिन दिल से एक आवाज आई 'राज यह तू क्या कर रहा है, वो तेरे दोस्त की भतीजी है।'
मेरा एक दोस्त एक आंटी को फँसाए हुए था और चोदने के लिए जगह खोज रहा था। एक रात वो उसे मेरे कमरे में लाया। लेकिन आन्टी की तसल्ली नहीं हुई तो आन्टी ने मुझे फ़ांस लिया अपनी हवस मिटाने के लिये !
ममता के अभी बच्चा नहीं हुआ था तो चूत टाइट थी, कुछ देर मैं इसी तरह रुका रहा और देखा कि अब ममता चुदने को तैयार है.. तो मैंने अपनी धक्का-पेलम स्टार्ट कर दी।
एक कॉलेज गर्ल से एक इन्स्टीट्यूट में मुलाकात के बाद फ़ोन पर बातचीत हुई कि कुछ दिन बाद उसने मुझे फ़ोन करके अपने जन्मदिन की पार्टी में बुला लिया, वहाँ क्या हुआ?
मेरे घर के पास एक लड़की रहती थी उसका नाम किरण था। वो जब भी मुझे देखती.. तो हमेशा देख कर मुस्कुराती, इशारे करती, मैं बहुत खुश हो जाता कि वो मुझे पसंद करती थी।
इतने में अचानक जोर-जोर से बारिश बारिश होने लगी तो मैंने प्रीत का हाथ पकड़ कर उसके पीछे खड़ा होकर उसकी कमर पर हाथ से सहलाते हुए बोला- बेबी, आज तो बारिश भी हमारे साथ है।