जिस्मानी रिश्तों की चाह -18
'अब मुझे ये बताओ कि बाजी के जिस्म में ऐसी कौन सी चीज़ है.. जिसे देख कर तुम्हें बहुत मज़ा आता है और तुम्हारा जी चाहता है बार-बार देखने का?' आपी सवालिया नजरों से मुझे देखने लगीं।
चूत चुदवाने या चोदने की हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ
Hamesha Chut Chodane ya Chudwane Ki chudas Rahne ki Kahaniyan
Stories about always horny, lusty males and females
'अब मुझे ये बताओ कि बाजी के जिस्म में ऐसी कौन सी चीज़ है.. जिसे देख कर तुम्हें बहुत मज़ा आता है और तुम्हारा जी चाहता है बार-बार देखने का?' आपी सवालिया नजरों से मुझे देखने लगीं।
मैं एक बहुत चुदक्कड़ और लौड़े की हमेशा प्यासी रहने वाली लड़की हूँ और शादी के पहले से ही सेक्स की ज़बरदस्त खिलाड़ी रही हूँ। मेरी चूत गर्म की गर्म पड़ी रहती है।
मैं अपने दोस्त के गाँव गया तो मुझे उसकी चचेरी बहन बहुत सेक्सी लगी। हालात कुछ ऐसे बने कि हम दोनों अकेले रह गए। वो मेरे करीब आकर बोली कि आप बहुत सीधे हो!
एक विवाहिता पड़ोसन के साथ चुदाई की कहानी है यह, मैंने उसे छेड़ा तो उसने मुझे रात के समय उसके घर के पीछे वाले कमरे में आने को कहा.
आपी आधी लेटी आधी बैठी हुई सी हालत में सोफे पर पड़ी थीं और पाँव ज़मीन पर थे। उनकी टाँगें थोड़ी खुली हुई थीं.. मैंने अपना सीधा हाथ उठाया और थप्पड़ के अंदाज़ में ज़ोर से अपनी सग़ी बहन की टाँगों के दरमियान मारा और फ़ौरन भागा..
जब मैं सलोनी को पूरी नंगी देखता हूँ तो मुझे लगता है कि जैसे वह अभी तक अक्षतयौवना अनछुई कच्ची कली हो... सच में ही मेरी सलोनी कुँवारी कमसिन बाला से भी ज्यादा जवान और नाजुक नज़र आती है
सलोनी मेरी सेक्सी बीवी किसी परिचय की मोहताज़ नहीं... उसका सौन्दर्य बिना कहे ही अपनी कहानी खुद बता देता है... मेरी सलोनी है ही इतनी मस्त कि कोई उसको एक बार देख ले तो जिन्दगी भर भूल नहीं सकता।
मैं मुंबई शिफ्ट हो रहा था तो एक सहकर्मी की आंटी का घर किराए पर मिल गया. जिस दिन मैं घर में शिफ्ट हुआ, उसके दो दिन बाद आंटी दुबई जा रही थी.
मेरे पड़ोस में रहने वाली अवनी मेरी बहन की सहेली थी। वो मुझे चाहती थी। इस कहानी में पढ़ें कि कैसे उसने पहल करके मुझसे दोस्ती की फ़िर अपनी चूत और गांड चुदवाई!
आपी आज भी सिर्फ़ गाउन में थीं और हालात कल शाम वाले ही थे। मैंने आपी के मम्मों पर एक भरपूर नज़र डाली और ठंडी आह भरते हुए टेबल से उठ खड़ा हुआ।
वो आंटी थीं बड़ी सेक्सी.. गोरा रंग.. चूचे एकदम कड़क और गोल उठा हुआ पिछवाड़ा था। उसका नाम शामली था.. वो कोई रंडी नहीं थी.. पर उसे नए-नए मर्दों की चाहत रहती थी.. वो पैसे भी नहीं लेती थी।
चाची सो गई पर मेरी आँखों से नींद गायब थी। मैं तो उनको चोदने का मौका खोज रहा था। फिर मुझे एक शरारत सूझी, मैंने चाची के बायें हाथ को सहलाना शुरू कर दिया कि अगर बुरा लगेगा तो डांटेंगी।
मैंने अपने हाथ से अपने लण्ड को पकड़ा और आहिस्तगी से सहलाते हुए उठ बैठा और आपी को कहा- मैं आपके दूध बगैर कपड़ों के नंगे देखना चाहता हूँ..
फिर उसकी साड़ी उतार दी और ज्यों ही साया खोलने के लिए हाथ बढ़ाया.. उन्होंने मना कर दिया और बोलीं- ये मत खोलो.. अगर मेरी सास आ जाएगी.. तो गड़बड़ हो जाएगी।
मैं अपनी मौसी के भरे जवान और प्यासे जिस्म से बहुत आकर्षित हो गया था और उनके साथ कुछ शारीरिक सम्बन्ध बनाने का प्रयास करने लगा
आपी का अबया उनके घुटनों तक उठा.. तो मुझे हैरत का एक शदीद झटका लगा। आपी ने अबाए के अन्दर कुछ नहीं पहना हुआ था.. मतलब आपी अबाए के अन्दर बिल्कुल नंगी थीं।
उस वक्त रात के दस बज चुके थे, उसने कहा- चलो घर चलकर बात करते हैं। मैं समझ गया कि आज इसका शिकार करने का मूड है.. सो मैं उसके साथ हो लिया।
मैं ट्यूशन पढ़ने जाता था तो मैडम के मम्मों को घूरता था। उसे भी पता था कि मैं उसके मम्मे देखता हूँ एक दिन वो अकेली थी घर में तोक्या हुआ… इस कहानी में पढ़िये!
असल बात तो यह थी कि रीना तो खेली खाई लड़की थी और सब कुछ जानती थी। रीना को पता था कि उसकी चूत की सील नहीं बल्कि प्रवीण के लंड का टांका टूटा है।
हाय फ्रेन्ड्स मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। अन्तर्वासना पर कहानियां पढ़ कर मेरा मन भी मेरी सच्ची घटना को लिखने का हुआ.. जो मैं इस कहानी में लिख रहा हूँ। मेरा नाम संजय (बदला हुआ) है। मेरा रंग गोरा है और मेरा लंड भी काफी बड़ा और मोटा है। बात उस समय की है.. […]