माया मेम साब-2
'ओह... माया, सच में तुम्हारे होंठ और उरोज बहुत खूबसूरत हैं... पता नहीं किसके नसीब में इनका रस चूसना लिखा है।' 'जीजू तुम फिर...? मैं जाती हूँ!'
चूत चुदवाने या चोदने की हमेशा चुदास रहने की कहानियाँ
Hamesha Chut Chodane ya Chudwane Ki chudas Rahne ki Kahaniyan
Stories about always horny, lusty males and females
'ओह... माया, सच में तुम्हारे होंठ और उरोज बहुत खूबसूरत हैं... पता नहीं किसके नसीब में इनका रस चूसना लिखा है।' 'जीजू तुम फिर...? मैं जाती हूँ!'
मेरा नाम राज़ शर्मा है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ ! मैं अन्तर्वासना का नियमित पाठक हूँ। मुझे अन्तर्वासना की कहानियां बहुत पसंद हैं। मैं अन्तर्वासना पर अपनी पहली और सच्ची कहानी लिख रहा हूँ, आशा करता हूँ आपको पसंद आएगी। मैं आज से दो साल पहले दिल्ली आया था, छोटे शहर से होने […]
शराबी पति-1 शराबी पति-2 शाम चार बजे मेरे ससुर आये, हमने थाने जाकर पाँच हजार रुपये दिए और रमेश को छुड़ा कर लाये. वो बहुत शर्मिंदा था पर नहीं जानता था कि उसकी बीवी दूसरे मर्द से चुद चुकी थी. अगले दिन मेरे ससुर चले गए, रमेश की नौकरी जा चुकी थी. वो किराये का […]
उसका ब्लाऊज़ पीछे से खुला हुआ था वो बस कुछ फ़ीतियों से बंधा था, उसकी कमर पूरी नंगी दिख रही थी, उसने ऊँची ऐड़ी वाली सैंडिल पहनी थी जिससे उसके कूल्हे बाहर को निकले हुए दिख रहे थे
मेरा नाम विकी है, और मेरी उमर 23 साल। मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गाँव में हुआ जहाँ से शहर का रास्ता कम से कम 2 घंटे की दूरी पर था। यह कहानी मेरी बड़ी बहन समीरा के कारनामों की है, जिनका रंग आप आने हिसाब से तय कर सकते हैं। वो […]
बात उन दिनों की है जब इस देश में टीवी नहीं होता था! इन्टरनेट और मोबाइल तो और भी बाद में आये थे। मैं उन दिनों जवानी की दहलीज पर क़दम रख रही थी। मेरा नाम सरोजा है पर घर में मुझे सब भोली ही बुलाते हैं। मैं 19 साल की सामान्य लड़की हूँ, गेहुँवा […]
चोदन चोदन सब करें, चोद सके न कोय, कबीर जब चोदन चले लण्ड खड़ा न होय ....
'ओह बहादुर, अभी मेरी पिछली तो अभी एकदम ताजा है.' रीटा मुस्कुरा कर आँख मार कर रसीले होंट उचका कर किस मार कर पलटी और चूतड़ मटकाती, लंगडाती स्कूल की तरफ चल दी.
वो बोली- तुम भी तो अपने कपड़े उतारो ! मैं बोला- मैंने तुम्हारे उतारे हैं, तुम भी मेरे उतार दो। उसने मेरी जैकेट उतारी और मुझे पीछे को धक्का दे दिया। मैं सीधा लेट गया फिर उसने बटन खोल कर मेरी छाती को चूमना शुरु कर दिया। उसकी चूचियाँ मेरी छाती को छूती तो करन्ट […]
जानू जाओ न प्लीज ! अलग सा चेहरा बनाकर बोली। मुझे उसका चेहरा देखकर हँसी आ गई, मैं बोला- रोओ मत ! जा रहा हूँ ! मैं कहाँ रो रही हूँ? ठीक है, चलो चलते हैं ! मैंने उसे चूमा और बाय कहकर चला आया। सुबह तैयार होकर स्कूल के लिए निकला। लक्ष्मी मेरा इन्तज़ार […]
कहानी का पहला भाग : सुहागरात भी तुम्हारे साथ मनाऊँगी-1 मैं बैचेन था। शाम को मैं खेतों पर चला गया। मेरे खेतों पर एक पेड़ था, मैं वहाँ जाकर बैठ गया। मैं जब भी खेतो पर जाता था तो वो मुझ से कहती थी कि उसने मुझे देखा। यही सोचकर मैं वहाँ बैठा था कि […]
मेरा नाम सोनाली, मैं कानपुर, उत्तर प्रदेश की हूँ। मेरी कहानी सच्ची है। मैं अन्तर्वासना को करीब दो वर्ष से पढ़ रही हूँ। मुझे भी लगा कि मैं अपनी दास्तान अपने अन्तर्वासना के पाठकों तक पहुचाऊं। मैं लेखिका नेहा वर्मा को अपनी कहानी भेज रही हूँ। मेरी शादी के बाद दो बच्चे पैदा हुए। उसके […]
उसने जो बोला, सुन कर मेरे होश ही उड़ गए.. उसने मुझे बताया कि वो बचपन से ही मेरे बारे में सिर्फ अच्छा ही सुनती आ रही है और मन ही मन मुझे प्यार करती है...
छोटी उम्र में मैंने खुद पर काबू नहीं रखा, अब अपनी शरीर की ज़रुरत काबू में नहीं रख पाती, चाह कर भी मुझसे बिना चुदाई रहा नहीं जाता, चाहे वो लौड़ा किसी नौकर का हो या किसी अमीर का।
उसने मेरा कमीज़ उतरवा दिया, लाल ब्रा में कैद मेरे मम्मों को देख उनका लंड खड़ा हो चुका था जो मेरे गर्दन के करीब था, साफ़ उभरा हुआ दिख रहा था। उसने छाती से हाथ नीचे ले जाते हुए मेरा नाड़ा खोल चड्डी में हाथ घुसा दिया
वो जिस्म की आग से तप रही थी। उसने मुझे अपनी ओर खींचा जैसे कह रही हो- मेरे जिस्म में समा जाओ ! मैंने उसके जिस्म को ऐसे चाटना शुरु किया जैसे वो कोई लॉलीपॉप हो ! फिर थोड़ी देर बाद घंटी बजी और हम दोनों डर गए कि आज तो मर गए, हमें लगा […]
दोस्तो, मैं अपनी सच्ची कहानी आपको बता रहा हूँ। मेरा नाम संदीप है, करनाल का रहने वाला, 23 साल का एक कुंवारा लड़का हूँ। वैसे मैं दिल्ली में कोचिंग ले रहा हूँ पर आजकल मैं करनाल में ही हूँ। आज मैं आप लोगों को अपनी हकीकत कहानी सुनाने जा रहा हूँ, उम्मीद है कि आप […]
दोस्तो, मेरा नाम सुनील कश्यप है, मैं मुंबई में रहता हूँ। जिन लोगो ने मेरी कहानियाँ पढ़ी होगी उन्हें मेरे बारे में जानकारी होगी। मुझे आप लोगों के ढेर सारे इमेल मिले और मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई कि आपको मेरी कहानियाँ बहुत पसंद आ रही हैं। बस आपका यही प्यार और उत्साह मुझे […]
बात तब की है जब लैला दीदी 18 साल की नवयौवना हो चुकी थी। बला की खूबसूरत तो लैला दीदी थी ही, ऊपर से कुदरत ने दीदी को यौवन के कटाव और उठान भी भरपूर दिये थे, मतलब दीदी की छाती और कूल्हे अपनी हमजोलियों के मुकाबले ज्यादा ही बड़े थे। लैला दीदी उन दिनों दो ही जगह मिलती थी, या तो शीशे के सामने या घर के मेन गेट पर।
मैं शुरु से ही सेक्स का भूखा हूँ, हमेशा से मैं किसी लड़की या भाभी की तलाश में रहता था जो मेरे साथ सेक्स करे लेकिन कोई मिलती नहीं थी. तो मेरा क्या हुआ?