मुझे रण्डी बनना है-9
जूली ने उसे उसके और अपने कपडे उतारने कहा। उसने एक एक करके जूली के कपड़े उतारे और जूली ने शरारती होकर लड़के को एकदम नंगा कर दिया.
Chuchi Chusai Boobs Nipple sucking चूची चुसाई
जूली ने उसे उसके और अपने कपडे उतारने कहा। उसने एक एक करके जूली के कपड़े उतारे और जूली ने शरारती होकर लड़के को एकदम नंगा कर दिया.
कहानी का पिछला भाग : एक कुंवारे लड़के के साथ-1 मैंने उसको पूछा- तुमने कभी चुदाई की है? उसने जवाब दिया नहीं। मैंने फिर उसको पूछा- कभी ऐसी पुस्तकें पढ़ते हुए किसी को चोदने की इच्छा नहीं हुई? तो वह बिल्कुल चुप रहा। तब मैंने उसको छेड़ते हुए कहा- मैं शर्त लगा सकती हूँ कि […]
चाचा का उपहार-1 तभी चाचा ने दरवाज़ा खटखटाया तो चाची एकदम मुझसे अलग होकर खड़ी हो गई। चाचा आकर हमारे पास बैठ गया और बोला- बेटा राज… हमारे माल पर ही हाथ साफ़ करने का इरादा है क्या…? यह मत भूलो बेटा कि यह तुम्हारी चाची है.. मैं वहाँ और देर नहीं बैठ सका। चाचा […]
सेक्सी आंटी की चुदाई का मौक़ा मुझे तब मिला जब शहर में दंगों के कारण कर्फ्यू लगा हुआ था. मैंने दिन में उन्हें नंगी नहाती हुई और रात को ब्लू फिल्म देखते हुए देखा.
जीजू ने ढेर सारी क्रीम मेरी गांड में लगाई और लंड एक झटके से घुसेड़ दिया। मैं दर्द के मारे जोर से चिल्लाई- मर गई बहनचोद ! जल्दी वापस निकाल ! ओ भाडू ! ओ जीजा ! तेरी बहन की गांड में सौ लौड़े घुसें !
मम्मी ने मुझे बाहर खेलने को कहा, फिर मम्मी बिस्तर पर लेट गई। मैं वहीं एक तरफ़ खडा हो गया, अब मेरी मम्मी ने अपनी साड़ी ऊपर करके अपने पैर फ़ैला लिए!
मेरी उम्र बीस साल की है, मैं बी.ए प्रथम वर्ष की छात्रा हूँ। वैसे तो मेरे इस वक़्त कई बॉयफ्रेंड हैं और मैं सबको एक साथ सम्भालना भी जानती हूँ। हर किसी को उसकी जगह पर रखना मुझे खूब आता है। क्या करूँ बचपन भी एक चालू से माहौल में बीता, फिर स्कूल में ही चालू लड़कियों से मेरी दोस्ती हो गई।
जब मैं उसकी चूचियों को देखता तो वो मुस्कुरा देती, इससे मेरा हौसला और बढ़ रहा था। मैंने फिर अपना पैर कम्बल के अंदर उसके पैर से धीरे से सटाया तो वो कुछ नहीं बोली और मुस्कुरा दी।
हाय मैं फरजान 39 बड़ोदा से! यह मेरे सेक्स एक्सपेरिएंस की असली कहानी है जो मैंने अपनी पड़ोसन भाभी के साथ किया था. 3 साल पहले की बात है ये. एक दिन मैं अपना बाईक ले के ऑफिस जा रहा था, घर से थोड़ा आगे चला तो देखा कि बाजू वाली भाभी रास्ते पे चल […]
प्रेषिका : गुड़िया संपादक : मारवाड़ी लड़का सबसे पहले अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा प्रेम भरा प्रणाम! मेरा नाम गुड़िया है और मैं पंजाब की रहने वाली हूँ। जिला मैं नहीं बता सकती, सिर्फ इतना जान लीजिये कि मैं “मस्त पंजाबन” हूँ। मेरे गाँव के लड़कों ने मेरा नाम ट्रैक्टर की ट्राली रख दिया […]
भैया के चौथे शादी के फैसले को बदलने हेतू सुमन भाभी बसन्ती के सहारे मुझसे चुदकर खुद गर्भवती हुई और दो भाभियों के कोख में भी औलाद का सुख प्रदान करवाया...
मेरी नादानी वश मेरी और बसन्ती की चुदाई की जानकारी सुमन भाभी को हो गई तब उन्होंने भैया की धमकी दे इस राज को गुप्त रखने हेतू अपनी चुदाई की इच्छा जताई..
उसने मेरी सलवार खोल दी, नीचे कुछ नहीं था, वो अपना हाथ मेरी पहले से ही गीली फुद्दी पर फेरने लगा, मैं और गर्म हो गई। वो मेरी ब्रा उतार पागलों जैसे मेरे मम्मे दबाने लगा, मेरे चुचूक अपने मुँह में लेकर चूसने लगा था।
थोड़ी देर बाद जेनी सो गई और मेरी अन्तर्वासना जाग गई। अजीब सा नशा या पागलपन सवार था। मुझे तो बस दिख रहा था तो जेनी का गदराया हुआ बदन और उसकी चूत की छवि जो एक बार देखी थी।
हीरल पटेल मेरा नाम हरी है, मैं अहमदाबाद में रहता हूँ। मैं आपको मैंने अपने मामा की लड़की की सील कैसे तोड़ी यह बताने जा रहा हूँ…. यह बात जो आपको बताने जा रहा हूँ, आज से करीबन चार साल पहले की है। हमने अपने गाँव में एक छोटी सी पार्टी रखी थी तो सब […]
मेरे मकान मलिक की लड़की रोज़ कॉलेज़ में मिला करती थी और मैं उसे बहुत देखा करता था। मुझे उसके सेक्सी गोल-गोल वक्ष टॉप के ऊपर से बड़े अच्छे लगते थे, और उसके चूतड़ तो क्या कहिए! मानो स्वर्ग है!
वो बोली- जानू ! मेरी चूत में से मस्त माल निकल चुका है... अब आप अपने मस्त से लौड़े से मेरी चूत का उदघाटन करोगे... मैं बोला- जानेमन, इतनी जल्दी भी क्या है... पहले पूरे मजे तो ले लो ! फिर तेरी चूत का भी उदघाटन करेंगे...
चाची की शादी को भले ही आठ साल हो गये थे पर उन आठ सालों में वो बहुत कम चुदी थी, इस वजह से उनका फिगर कुंवारी लड़की से कम नहीं था। चाची बिस्तर पर सिर्फ पैंटी में लेटी थी
मित्रो, मैं अपना परिचय दे दूँ, मेरा नाम गौरव गुप्ता है, उम्र 30 साल, कद 5′ 5″, रंग गोरा और बदन गठीला है और अभी तक मैं कुँवारा हूँ। मैं लखनऊ में एक कंप्यूटर सेन्टर चलाता हूँ, जिसमें मैं और मेरा एक हिस्सेदार है। कंप्यूटर सेन्टर हिस्सेदार के घर के एक कमरे में चलता है। […]
मेरे लौड़े की किस्मत अच्छी थी वहां जाते ही मेरा सामना एक कमसिन, अल्हड़, मदमस्त, जवान, औरत से हुआ जो पता चला वहां की टीचर है।