शबाना चुद गई ट्रेन के बाथरूम में
नैनीताल से दिल्ली ट्रेन से आते समय एक लड़की मेरे साथ बैठी. रात का समय था, सब सो रहे थे लेकिन मैं उस सेक्सी माल को देखे जा रहा था. हिम्मत करके मैंने उसकी चूची को छू दिया. फिर क्या हुआ?
Chuchi Chusai Boobs Nipple sucking चूची चुसाई
नैनीताल से दिल्ली ट्रेन से आते समय एक लड़की मेरे साथ बैठी. रात का समय था, सब सो रहे थे लेकिन मैं उस सेक्सी माल को देखे जा रहा था. हिम्मत करके मैंने उसकी चूची को छू दिया. फिर क्या हुआ?
मेरी बहन के व्टसएप ग्रुप में एक लड़की से मेरी दोस्ती हो गयी. एक दिन मैंने मजाक में उसको ‘आई लव यू..’ कह दिया तो उधर से भी ‘आई लव यू टू..’ का रिप्लाई आया. और उसके बाद तो...
मुझे उससे पहली नज़र में प्यार हो गया! वो मेरी लाइफ की पहली और अभी तक की एकमात्र गर्लफेंड है। मैंने कभी कोई गर्लफेंड बनाने की कोशिश ही नहीं की. शायद इसे ही सच्चा प्यार कहते हैं।
मेरी क्लासमेट मेरी बेस्ट फ्रेंड है, वो जबरदस्त काँटा माल है. मैंने मैथ्स में उससे मदद मांगी तो वो मुझे अपने घर बुला कर पढ़ाने लगी. उसे देख देख कर मेरा मन उसे चोदने को करता था. क्या मैं उसे चोद पाया?
मुम्बई में मेरी पहली नौकरी लगी और मैं जैसे ही आफिस में गया, मुझे मिली मेरी मैनेजर जिया! वाह... क्या बला थी वो जिया! हम दोनों के बीच क्या हुआ, पढ़ें मेरी रोमांटिक सेक्स कहानी में!
मेरा दोस्त अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने जाता तो मुझे भी साथ ले जाता. उसकी गर्लफ्रेंड भी अपनी सहेली को साथ लाती थी. उसने अपनी सहेली से मेरी दोस्ती करवा दी और कुछ ही दिन बाद उस लड़की की चुदाई मैंने कैसे की?
नीतू ने पहले कभी हिंदी ब्लू फिल्म नहीं देखी थी। नितिन भी इतना रोमान्टिक नहीं था कि उनके साथ बैठ कर पोर्न फिल्म देखे। उसकी हमेशा से ही ऐसी फ़िल्म देखने की चाहत थी और सलीम उसकी यह इच्छा भी पूरी कर रहा था।
नई नई शादी के बाद जब पति लम्बे समय के लिए दूर चला जाए तो उस नवविवाहिता के दिल और जिस्म पर क्या बीतती है, वो तो वही जानती है. ऐसा ही इस कहानी में हुआ, आप भी पढ़ें एक सीधी साड़ी देसी भाभी की कामवासना की गाथा!
मेरी चाची जवानी में विधवा हो गयी तो उदास रहने लगी. मैंने उनकी उदासी का कारण जान कर उनकी मदद की, चाची ने मुझे चुदाई करनी सिखाई. आप पढ़ कर मजा लें कि चाची की चूत के बाद मैंने किस की चूत में अपना दूसरा खाता खोला.
हम किराये के मकान में रहते थे. मकान मालिक की खूबसूरत और नाज़ुक दिखने वाली बेटी बहुत प्यारी सेक्सी थी. वो मेरे साथ सेट हो गयी थी. मेरी अन्तर्वासना की कहानी पढ़ कर देखें कि क्या हुआ!
मैं अपने जवान बेटे से अपनी कामवासना बुझाना चाहती थी. हम दोनों घूमने दुबई आ गये. मैंने अपने बेटे को अपनी वासना प्रदर्शित भी की. मेरा बेटा भी मेरी जवानी की ओर आकर्षित था लेकिन आगे नहीं बढ़ रहा था. तो माँ बेटा सेक्स कैसे संभव हुआ? पढ़ें मेरी सेक्स कहानी में!
सुबह सो कर जगी और नहाने चली गई तो मुझे लंड का मुँह में लेना और चूसना और उसका चूची दबाना याद आने लगा. वही सोच कर मैं हंसने लगी. तब मैंने शीशे में अपने आपको देखा, मेरी चूचियां अभी भी हल्की लाल थीं और सूजी लग रही थीं. मेरा मुँह थोड़ा बड़ा खुलने लगा था.
मेट्रो में जाते भीड़ में एक आंटी मेरे आगे थी, मेरा लंड उनकी गांड में घुस रहा था. पहले तो उसने मुझे हटाया फिर उसे मजा आने लगा. मैं उसके स्टेशन पर ही उतर गया और बात करके उससे दोस्ती की.
मेरे ऑफिस में मेरी बॉस उदास सी रहा करती थी. एक दिन उन्होंने मुझे अपनी परेशानी बताई और मुझसे मदद मांगी. असल में पति की कमी के कारण वो माँ नहीं बन पा रही थी. मैं उनकी चाहत पूरी की.
मेरी बीवी मदमस्त जिस्म की मालकिन है लेकिन बेबी होने में उसका वजन बढ़ गया तो मैंने एक योगा टीचर उसके लिए रख दिया. इस हिंदी एडल्ट स्टोरी में पढ़ें कि कैसे उन दोनों का टांका भिड़ा.
मेरे दोस्त की दीदी की एक क्सक्सक्स वीडियो मेरे हाथ लगी तो उसकी नंगी जवानी देख दीदी की चुदाई का मन हुआ और वो वीडियो दिखा कर उसे लंड चूसने को मना लिया.
मेरे गाँव की एक लड़की मुझे पसंद थी लेकिन जब मैं उसे प्रोपोज किया तो नखरे दिखाने लगी. मेरी देसी सेक्स स्टोरी में पढ़ें कि मैंने कैसे उस देसी लड़की के नखरे ढीले किये और चोदा.
इसी हिंदी पोर्न स्टोरी से- जिस मर्द का लौड़ा पसंद आया, वो मर्द पसंद नहीं आया और जो मर्द पसंद आया वो मेरी चूत को पसंद नहीं आया।
मेरी हिन्दी सेक्स स्टोरी मेरे पड़ोस में रहने वाली एक जवान लड़की की है, मुझसे बड़ी थी, मैं उसे दीदी कहता था. लेकिन एक दिन हम दोनों के बीच वो सब हो गया जो कोई लड़का अपनी दीदी के साथ नहीं कर सकता.
आर्थिक तंगी के कारण मुझे अपनी शानो शौकत, बड़ा घर छोड़ कर एक छोटे घर में आना पड़ा. पति ने चोदना छोड़ दिया तो अपनी वासना की पूर्ति के लिए और धन अर्जन के लिए मैंने अपने तन का सौदा करने का फैसला किया. इस भाग में मेरी पहली कमई का वर्णन पढ़ें!