ग्रुप सेक्स का ऑनलाइन मजा-3
संभोग का असली मजा भी तो तब ही आता है, जब साथ मिलकर चरम सुख की अनुभूति हो, शिखर पे साथ चढ़ने का मजा ही अलग है.
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संभोग का असली मजा भी तो तब ही आता है, जब साथ मिलकर चरम सुख की अनुभूति हो, शिखर पे साथ चढ़ने का मजा ही अलग है.
घर में दोनों बेटे अपनी माँ को खूब चोद रहे थे और तीनों एक दूसरे को खूब सारी गन्दी-गन्दी गालियां भी दे रहे थे पर इन सबसे उनको बहुत ज्यादा आनन्द और उत्तेजना हो रही थी.
मैं शहर में किराये के कमरे में रहकर पढ़ता था. मेरे साथ वाले कमरे में एक सीनियर लड़की रहने लगी. वो पूरी माल थी. मैंने उसे कैसे पटा कर चोदा या उसने कैसे मुझे चुदाई के लिए पटाया?
मैंने सलवार का नाड़ा खोल उसे नंगी कर दिया, उसकी पैंटी भी उतार दी। पहली बार उसकी चूत के दर्शन हुए.. मैं तो पागल हो गया और उसकी हल्के बालों वाली चूत पर मुंह रख दिया.. उसने टांगें फैला दीं.
कहानी के इस भाग में पढ़ें बाप बेटी का गर्मागर्म सेक्स ... कैसे बेटी ने अपनी नंगी जवानी दिखा कर अपने पापा की कामवासना को जागृत किया और फिर खुल कर उनसे अपनी चूत की चुदाई करवायी.
मेरे होस्टल और मेरी गर्लफ्रेंड के पीजी की दूरी ज्यादा नहीं थी, हम रोज़ मिलते थे, मगर चुदाई की चुल्ल मुझे कुछ ज्यादा थी, चुदाई का कोई जुगाड़ नहीं था. मैं खतरा मोल लेकर उसे अपने होस्टल में ले आया.
मैं दिल्ली से प्रयागराज जा रहा था ट्रेन से ... ट्रेन में मुझ एक लड़की मिली, उसके पास सीट नहीं थी, मैंने उसकी मदद की, उससे दोस्ती हो गयी. उसके बाद क्या हुआ ... पढ़ें मेरी सेक्स कहानी में!
एक कली खिलकर फूल बनने को आतुर हो रही थी और मैं लगातार पिछले 15 मिनट से एक भंवरे की भांति उसके होंठों का रसपान किए जा रहा था.
मैं एक ऑफिस में किसी काम से गया. ऑफिसर कोई लेडी थी. उसने मेरे पेपर्स को ध्यान से देखा और प्यार से मुझे समझाया. मुझे अपना कार्ड भी दिया कि प्रॉब्लम हो तो फोन कर लूँ!
हम कुछ दोस्त घूमने गए थे तो ट्रेन में ही एक लड़की से मुलाक़ात हो गयी. वो अपनी मॉम के साथ वहीं जा रही थी. उसकी और मेरी सेटिंग कैसे हुई और वो कितनी चुदासी निकली, पढ़ें मेरी कहानी में!
मैंने ट्रेन में सेक्स का मजा कैसे लिया जब मैं भीड़ से ठसाठस भरी पैसेन्जर ट्रेन से सहारनपुर से गाज़ियाबाद जा रही थी. इस भीड़ का फायदा मेरे पीछे खड़े आदमी ने उठाया. उसने क्या किया मेरे साथ और कैसे किया?
मेरी भाभी चुदाई स्टोरी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपने पड़ोस की एक भाभी को चोदा. मैं शुरू से ही उन्हें बहुत चाहता था. मैं भैया को अक्सर सेक्स डीवीडी ला देता था. भाभी मुझसे खुल कर बात करने लगी थी.
उसने पहले खुद को फिर मुझे नंगा किया और शावर चला दिया, पानी थोड़ा ठंडा था, इसलिए हम जल्दी से एक दूसरे के साथ गूंथ गए, उसके शरीर को मैंने हर जगह से चूमा, उसके चूतड़ों को काट कर लाल कर दिया.
मुझे सेक्स की ललक चढ़ती जवानी में लग गई थी, नौकर ने चोदा, 15-20 लड़कों से सैकड़ों बार चुदी पर संतुष्ट नहीं हुई। शादी के बाद पति ने खूब चोदा तसल्ली कर दी. मगर ...
मकान मालकिन के पति का किसी और से चक्कर चल रहा था और वो परेशान थी. मैंने आंटी से कहा- आप कितनी हॉट हो. तब भी अंकल बाहर मुँह मारते हैं.. अगर आप मेरी बीवी होतीं, तो मैं आपको छोड़ता ही नहीं.
कोटा में मैं कोचिंग ले रहा था, एक बुक शॉप पर मुझे एक जवान भाभी मिली, वो मेरे ऊपर मोहित हो गयी, मेरा रंग रूप ही ऐसा है. भाभी से कैसे दोस्ती हुई और फिर चुदाई कैसे हुई. पढ़ें मेरी कहानी में!
मैं चूत का पुजारी हूँ। बहुत दिनों तक मुझे कोई चूत नहीं मिली तो कॉल बॉय की फर्जी आईडी नेट पर बना दी. उसके जवाब में मुझे एक लड़की ने सम्पर्क किया. वो चुदना चाहती थी.
मैं अहमदाबाद में जॉब करता हूँ. मुझे चुत चोदने का मन कर रहा था, लेकिन कोई चुत नहीं मिल रही थी. मेरे दोस्त ने मुझे एक नम्बर दिया, कहा कि रण्डी की चूत चोदनी है तो काल कर लेना!
दीदी, आप तो मेरी जिंदगी के रेगिस्तान में मरुस्थल की तरह हो. जीजा जी का लंड मैं अपनी चूत में ले चुकी हूँ, वो आपकी चूत को बहुत खुश रखेंगे.. इतना मैं जानती हूँ.
मेरे घर मेरे भाई का साला कुछ दिन के लिए आया तो मेरी कामवाली तो उस पर खुद को लुटाने को तैयार थी. मेरा दिल भी उस पर आ गया था. तो हम दोनों में से किसने पहले बाजी मारी? पढ़ें यह कहानी!