जब साजन ने खोली मोरी अंगिया-6
स्वप्न वह रात चाँदनी रही सखी, साजन निद्रा में लीन रहा आँखों में मेरी पर नींद नहीं, मैंने तो देखा स्वप्न नया उस रात की बात न पूछ सखी, जब साजन ने खोली मोरी अंगिया ! . सोते साजन के बालों को, हौले-हौले सहलाय दिया माथे पर एक चुम्बन लेकर, होठों में होंठ घुसाय दिया […]