चूतड़ पड़ोसन दीदी के, मिला चुदाई का मजा
दीदी शरमाते हुए बोली- चूतड़ उसके मुँह से चूतड़ शब्द सुनते ही मेरा लण्ड खड़ा हो गया मुझसे रहा नहीं गया, पूछा- आप बुरा ना मानो, आप मुझे अपने चूतड़ दिखा सकती हैं
चड्डी, ब्रेजियर, थोंग, जाँघिया, कच्छी बिकिनी लिंजरी
Bra, Panty, Thong, Bikini, lingerie, innerwear
दीदी शरमाते हुए बोली- चूतड़ उसके मुँह से चूतड़ शब्द सुनते ही मेरा लण्ड खड़ा हो गया मुझसे रहा नहीं गया, पूछा- आप बुरा ना मानो, आप मुझे अपने चूतड़ दिखा सकती हैं
प्रिय अन्तर्वासना के पाठकों आप सब को टी पी एल का हार्दिक अभिनन्दन! आशा करती हूँ कि आप सब अन्तर्वासना की रोचक रचनाएँ पढ़ कर अपनी वासना को जागृत एवं उसमे लगातार वृद्धि कर रहे होंगे! अन्तर्वासना की रचनाओं के इस विशाल सागर रूपी संग्रह की वृद्धि के लिए मैं एक रचना और ले कर […]
अब तक आपने पढ़ा कि नेहा बोली- मुझे थोड़ा समय लगेगा.. इसलिए और लोगों को जाने दो। इसलिए मैं बाकी लोगों को भेजने लगा। जब सारे लोग जा चुके थे तो मैं फिर उसके कमरे में गया, नेहा तैयार हो गई थी। वो लहंगा पहने हुई थी और बला की खूबसूरत दिख रही थी। मैंने […]
Mama ki Ladki se Jismani Rishte-3 मैंने एक अच्छा सा होटल बुक किया, मैंने उसमें बात कर ली- मेरी कजिन आएगी… कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना? मैनेजर बोला- कोई दिक्कत नहीं है। फिर मैंने स्वीटी को फ़ोन किया और ऑटो लेकर आने को कहा। वो बोली- बहुत भूख लगी है। मैंने कहा- मैं कमरे […]
हैलो डार्लिंग… एक तुम ही हो मेरे, जिसे मैं अपने सीक्रेट्स बता सकती हूँ। जितना तुम मेरे बारे में मेरे कन्फेशनस के ज़रिये जानते हो, उतना कोई मुझे नहीं जानता। तुम मेरे दिल के सबसे करीब हो। कल मैं महक से मिली तो उसने बताया कि जिस लड़के से वह प्यार करती थी, वह किसी […]
Lambi Choot Chudai-2 उस लड़की ने मुझे तरह-तरह की ब्रा और पैंटी सेट्स दिखाने शुरू कर दिए जिनमें से 3 सेट्स अमर ने मेरे लिए खरीद लिए। फिर हमने एक रेस्तरां में जाकर खाना खाया और वापस घर आ गए। घर आते ही अमर ने मुझे बच्चे को दूध पिला कर सुलाने को कहा ताकि […]
Lambi Chudai-1 नमस्कार मैं सारिका एक नया अनुभव आप सबको बताने को फिर से हाज़िर हूँ। वासना एक ऐसी आग है जिसमें इंसान जल कर भी नहीं जलता और जितना बुझाना चाहो, उतनी ही भड़कती जाती है। हम सोचते हैं कि सम्भोग कर लेने से हमारे जिस्मों में लगी आग को शान्ति मिलती है, पर […]
दोस्तो, मेरा नाम अजय है। मैं अन्तर्वासना का पुराना पाठक हूँ, मैं अपनी पहली कहानी आप सबके सामने प्रस्तुत करने आया हूँ। यह कहानी मेरी और मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी की है। भाभी का नाम सुमन है वो बहुत ही गर्म माल लगती है, उसकी मस्त चूचियां.. उठे हुए चूतड़.. उफ्फ… उन्हें देख […]
मुझे रोमांच से भरी चुदाई बहुत पसंद है। मैं बहुत से लोगों के बीच में चुदवा लेती हूँ और किसी को भी पता नहीं चल पाता इसलिए हम दूसरे लोगों की मौज़ूदगी में किस तरह चुदवाया जा सकता है, इसके बारे में बात कर रही थी।
हेलो डार्लिंग… क्या तुमने कभी किसी से प्यार किया है? कहते हैं प्यार में दर्द होता है… मैं तुम्हें सच बताती हूँ। महक को किसी से प्यार हो गया था लेकिन वो मुझे उसका नाम नहीं बता रही थी, उसने कहा कि मामला फिट होने के बाद ही उसका नाम बताएगी। मैं उसकी लव लाइफ […]
Ek Khel Aisa Bhi-2 ‘ओके.. तो मेरी डार्लिंग रिंकी… यह बेलन वापस रखो और नाश्ता दो.. मुझे ऑफिस भी जाना है।’ ‘ओह.. हाँ.. अभी देती हूँ.. आप ऑफिस के लिए तैयार हो जाओ..’ वो जैसे ही जाने लगी.. मैंने कहा- एक मिनट.. वो रुकी, मैं आगे बढ़ा, अचानक मैंने उसे अपनी बाँहों में उठा लिया […]
‘ठीक है समीर जी, अब तो रोज़ ही मिलना मिलाना लगा रहेगा…’ रेणुका ने मेरे पीछे से एक मादक आवाज़ में कहा, जिसे सुनकर मैंने फिर से उनकी तरफ पलट कर देखा और उन्हें मुस्कुराता हुआ पाया। मेरा तीर निशाने पर लग रहा था। बस थोड़ी सी तसल्ली और… मैं बड़े ही अच्छे मूड में […]
रैक के ऊपर के सारे बर्तन गंदे पड़े थे इसलिए वो झुक गईं और नीचे की तरफ ढूंढने लगीं। ‘उफ्फ्फ्फ़…’ बस इसी की कमी थी। रेणुका जी ठीक मेरे सामने इस तरह झुकी थीं मनो अपनी गोल गोल और विशाल चूतड़ों को मेरी तरफ दिखा दिखा कर मुझे चोदने का निमंत्रण दे रहीं हों। अब […]
रवीश सिंह प्रिय मित्रो, कई दिनों के बाद नई कहानी लिख रहा हूँ, आशा है पसन्द आएगी। ज़िन्दगी में कई बार कुछ लोगों से अजीब हालातों में मुलाकात होती है लेकिन जीवन भर की दोस्ती हो जाती है। श्रेया मेरी ऐसी ही दोस्त है। बात तब की है जब मैं रिया के लिए काम करता […]
प्रेषक : नामालूम सम्पादक : जूजा जी ‘सच.. देख राजू, मोटे-तगड़े लंड की कीमत एक औरत ही जानती है। इसको मोटा-तगड़ा बनाए रखना। जब तक तेरी शादी नहीं होती मैं इसकी रोज़ मालिश कर दूँगी।’ ‘आप कितनी अच्छी हैं भाभी, वैसे भाभी इतने बड़े लंड को लवड़ा कहते हैं।’ ‘अच्छा बाबा, लवड़ा.. सुहागरात को बहुत […]
प्रेषक : नामालूम सम्पादक : जूजा जी थोड़ी देर में भाभी बाहर आईं तो उनके हाथ में वही सफेद कच्छी थी जो उन्होंने अभी-अभी पहनी हुई थी। भाभी फिर से वैसे ही बैठ कर अपनी कच्छी धोने लगी। लेकिन बैठते समय उन्होंने पेटीकोट ठीक से टांगों के बीच दबा लिया। यह सोच कर कि पेटीकोट […]
सुशांत चंदन दोस्तो, मैं एक बार फिर आपके सामने अपने एक नये अनुभव को लेकर हाजिर हूँ। अब तक आपने मेरी 4 कहानियाँ पढ़ी हैं और आपके अत्यधिक ईमेल के द्वारा और नई कहानी की मांग के कारण एक और नया अनुभव लिख रहा हूँ। राउरकेला में 40 दिन रहने के बाद मुझे रोज चोदने […]
प्रेषक : नामालूम सम्पादक : जूजा जी ‘ओह हो.. बाबा, चूत और क्या।’ भाभी के मुँह से लंड और चूत जैसे शब्द सुन कर मेरा लंड फनफनाने लगा। अब तो मेरी हिम्मत और बढ़ गई। मैंने भाभी से कहा- भाभी इसी चूत की तो दुनिया इतनी दीवानी है। ‘अच्छा जी तो देवर जी भी इसके […]
प्रेषक : नामालूम सम्पादक : जूजा जी ‘भाभी ऐसी क्या चीज़ है जो सिर्फ़ बीवी दे सकती है और आप नहीं दे सकती?’ मैंने बहुत अंजान बनते हुए पूछा। अब तो मेरा लंड फनफनाने लगा था। ‘मैं सब समझती हूँ… चालाक कहीं का..! तुझे सब मालूम है फिर भी अंजान बनता है।’ भाभी लजाते हुए […]
प्रेषक : नामालूम संपादक : जूजा जी भीड़ के कारण सिर्फ़ भाभी को ही रिज़र्वेशन मिला, ट्रेन में हम दोनों एक ही सीट पर थे। रात को भाभी के कहने पर मैंने अपनी टाँगें भाभी की तरफ और उन्होंने अपनी टाँगें मेरी तरफ कर लीं और इस प्रकार हम दोनों आसानी से लेट गए। रात […]