बेस्ट लोकप्रिय कहानियाँ

बेस्ट सेक्स स्टोरीज अन्तर्वासना के पाठकों द्वारा ज्यादा पसंद की गई कहानियाँ
Best Sex Stories, Lokpriya Kahaniyan

प्यासा सावन तड़पता यौवन उस पर मेरी बल्ले बल्ले-1

बगल वाले कमरे में एक खूबसूरत लड़की रहने आई... बाथरूम के रोशनदान से उसे नंगी देखने का मौक़ा मिला तो मेरी लालासा और बढ़ गई.

चूत की चाकरी

यह saxy story मेरे अफसर की बीवी की चूत चुदाई की है. मैडम ने मुझे तीन साल तक अपनी चूत का गुलाम बना कर रखा, उसने मुझसे सैंकड़ों बार अपनी चूत चुदवाई.

बड़े बंगले वाली रजनी जी की कामुकता-1

प्यासी आंटी अपनी अन्तर्वासना पूर्ति के लिए नौजवान लड़कों को अपनी कामुकता का शिकार कैसे बनाती हैं, मेरी इस सेक्सी कहानी में पढ़ें!

भाबी की बंद नाली खोल कर चुदाई

पड़ोसन भाबी की चुदाई का मौक़ा मुझे तब मिला जब भाबी के बाथरूम की नाली का पाइप चौक हो गया. नाली में डंडा घुसाया तो उसमें से कंडोम निकले.

मेरे पति ने मुझे उनके दोस्त से चुदते देख लिया-1

मेरे पति मेरी चुदाई पर ध्यान नहीं देते थे. उनका एक दोस्त हमारे घर आने लगा. वो मुझे घूरता था. मुझे अजीब लगता था लेकिन आखिर उसने मुझे पटा लिया.

चाचा ससुर के मोटे लंड से बहु की चुदाई की सेक्सी कहानी

यह मेरे जीवन की ससुर बहु सेक्स की सच्ची कहानी है, मेरे चाचा ससुर ने बहु की चुदाई कैसे की. वे मेरे घर रह रहे थे कि एक दिन मैंने उन्हें अपने लंड की मालिश करते देख लिया.

जब सास हो ऐसी मतवाली तो लंड का आलम क्या होगा

मेरी शादी की शॉपिंग में मदद के लिए मैं अपनी होने वाली ससुराल गया. मैं सीधे सास के कमरे में चला गया. कहानी पढ़ कर जानें कि वहां मैंने क्या देखा और क्या हुआ.

जुलाई 2015 की लोकप्रिय कहानियाँ

प्रिय अन्तर्वासना पाठको

जुलाई महीने में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियां आपके समक्ष प्रस्तुत हैं…

फरवरी 2015 की लोकप्रिय कहानियाँ

प्रिय अन्तर्वासना पाठको, फरवरी 2015 में प्रकाशित कहानियों में से पाठकों की पसंद की पांच कहानियां आपके समक्ष प्रस्तुत हैं...

मुझे रण्डी बनना है-1

मैं जबसे जवान हुई तबसे मुझे रंडियों के बारे में जानने का शौक था। मुझे कुछ दिनों के लिये रंडी बनकर जी कर देखना था, समाज का डर था और अपने शहर में तो यह मुमकिन नहीं था।

दीदी की बुर की खुजाई से चुत चुदाई तक

दीदी मुझसे पीठ खुजलाने के लिए बोला करती थी. कुछ दिनों बाद दीदी मेर हाथ अपने चुच्ची की तरफ आगे बढ़ाने लगी और बोली- यहाँ खुजलाओ! दूसरे दिन रात को दीदी बोली- आज नीचे खुजला दे! तो मैंने पूछा- कहाँ दीदी? तो दीदी ने अपनी पेंटी उतार दी और अपनी बुर की ओर इशारा करके बोली- यहाँ!

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