दो मर्दों से चुदी नीलम रानी की बहन-2
अनु रानी ने मुझे दुबारा से एक बहुत लम्बा चुम्बन दिया और बोली- राजे... अब जा थोड़ा आराम कर ले या मेरी बहन नीलम के साथ खेल ले... शाम को मेरा पति और तू मुझे एक साथ चोदोगे... अच्छा बता तू पहले चूत मारेगा या गाण्ड?'
जिस पति को अपनी पत्नी की गैर मर्द से चुदाई करवाने, देखने में मज़ा आता हो
अनु रानी ने मुझे दुबारा से एक बहुत लम्बा चुम्बन दिया और बोली- राजे... अब जा थोड़ा आराम कर ले या मेरी बहन नीलम के साथ खेल ले... शाम को मेरा पति और तू मुझे एक साथ चोदोगे... अच्छा बता तू पहले चूत मारेगा या गाण्ड?'
मैंने सलोनी की ओर देखा... वो आँखे फाड़े केवल उस कॉन्स्टेबल को देख रही थी, उसकी शर्ट पूरी अस्त-व्यस्त थी, चूची भी आधी बाहर थी और टांगें भी ऊपर तक नंगी ही दिख रही थी।
बंटी सिंह मेरा नाम बंटी है। मेरे ताऊ जी के लड़के की बीवी का नाम मोना है जो मुझे बहुत प्यार करती है और मैं भी उसे बहुत प्यार करता हूँ। यह तब की बात है, जब मोना भाभी चाहती थीं कि उसे एक बच्चा हो जाए। मगर कुलदीप भैया उसे पूरी तरह से चोद […]
मेरी उम्र 26 साल है और अभी मार्च में शादी हुई है. शादी से पहले मैंने कभी सम्भोग नहीं किया था. वैसे तो मेरा विवाहित जीवन अच्छा चल रहा है, मैं और मेरी पत्नी दोनों एक साथ ही स्खलित होते हैं पर मैं महसूस करता हूँ कि मेरे साथ यह समस्या है कि मैं एक […]
अंकल लगातार ऊपर देखते हुए पैंट को सलोनी के चिकने पैरों पर चढ़ाते हुए कमर तक ले गए.. सलोनी ने एक बार उनसे पैंट लेने की कोशिश की- ..लाइए अंकल, मैं पहन लेती हूँ !
रामलाल जब लिंग धोकर बाथरूम से लौटा तो उसके गोरे, मोटे और चिकने लिंग को देख कर अनीता की योनि लार चुआने लगी। योनि रामलाल के लिंग को गपकने के लिए बुरी तरह फड़फड़ाने लगी और अनिता ने लपक कर उसका मोटा तन-तनाया लिंग अपने मुँह में भर लिया और उतावली हो कर चूसने लगी। […]
अंकल खुद ही पैंट लेकर सलोनी को पहनाने लगे और सलोनी भी अपने पैर उठा पैंट को पहनने लगी ! ना जाने इन बूढ़ों को सुन्दर लड़की को कपड़े पहनाने में क्या मजा आता था...
बहू के नितम्बों को सहलाने के बाद तो उसका भी तनकर खड़ा हो गया था, इधर अनीता के अन्दर का सैलाब भी उमड़ने लगा, उसके तन-बदन में वासना की हजारों चींटियाँ काटने लगी थीं। रामलाल का तना हुआ लिंग अनीता की जाँघों से रगड़ खा रहा था जिससे अनीता को बड़ा सुखद अनुभव हो रहा […]
अनीता की शादी अनमोल से हुई और सुहागरात को अनमोल की मुँहबोली भाभी उन दोनों को एक साथ कमरे में करके अनीता को बता गई कि अनमोल शर्मीला तो संभोग की पहल अनीता को ही करनी होगी… हुआ भी यही… अनीता ने अनमोल को संभोग के लिए तैयार किया और उसके बाद लगभग आधे घंटे […]
रंजन मैं राजस्थान के कोटा का रहने वाला हूँ और पिछले 2-3 वर्षो से अन्तर्वासना का पाठक हूँ। काफी समय से अन्तर्वासना में अपनी कहानी लिखने की सोच रहा था और अब जो में लिखने जा रहा हूँ वो केवल कहानी नहीं बल्कि सच है। यूँ तो हर किसी के जीवन में कोई न कोई […]
एक मजेदार लम्बा और मजबूत लण्ड उसकी चूत से चिपका था... वो आदमी अपने हाथों से निचोड़ निचोड़ कर उसकी चूची चूस रहा था ... सलोनी लगातार अपनी कमर हिला रही थी जिससे उसकी चूत उसके लण्ड का हाल बेहाल किये थी..
तुम एक नारी हो, मर्यादा में बंधी हो शायद इसीलिये खुद पर कंट्रोल कर पाई, अब तुम भी आखिर हो तो इंसान ही ना, और फिर जो भी हुआ वो तुमने आकर मुझे बता दिया।
वो खुद झुक गई, उसको चुदाई का अच्छा अनुभव था, ऋज़ू ने झुककर अपनी गांड को ऊपर को उठाकर अपने दोनों छेद खोल दिए कि चाहे किसी में भी डाल दो...
अन्तर्वासना के प्रिय पाठको, आप सब को मेरा नमस्कार ! मैं भारत की राजधानी दिल्ली से सटे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के एक छोटे शहर में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ और मुझे उस पर प्रकाशित कहानियाँ पढ़ना अच्छा लगता है। आज मैं अपने जीवन में घटने वाली एक सच्ची कहानी का […]
मैं जल्दी से उधर लपका और बाथरूम का दरवाजा खोल दिया और मुझे सलोनी मिल गई वो सामने कमोड पर बैठी थी... पूरी नंगी... उसने एकदम से मुझे देखा.. हम दोनों की नजरें आपस में मिली...
मैं सिर्फ तौलिये में ही बाथरूम से बाहर आ गई, मैंने जानबूझ कर अपना बदन भी नहीं पोंछा। मैं शीशे में देखकर अपने बाल ठीक करने लगी, मुकुल पीछे से मेरी गोरी टांगों को मेरी पिंडलियों को मेरी जांघों को लगातार घूर रहा था।
मजदूरी करते रज्जो थकी नहीं थी क्योंकि यही उसका पेशा था। बस सड़क की सफाई करते ऊब सी गई थी। अब वह किसी बड़े काम की तलाश में थी जहाँ से ज्यादा पैसा कमा सके जिससे वह अपने निठल्ले पति का पेट भरने के साथ ही उसकी दारू का भी इंतजाम कर सके। शहर से […]
आशीष लगातार मेरे स्तनों को दबा रहे थे, मेरे निप्पलों से खेल रहे थे परन्तु चूंकि मैं आशीष की टांगों के बीच में थी तो उनको बार बार मेरे स्तनों को सहलाने में परेशानी हो रही थी।
ऋज़ू- अरे वो नंगी रण्डी.. जिसने कच्छी नहीं पहनी थी, तेरे साथ थी? ..उसी के साथ तो था वो कमीना... चल छोड़ उसको, उसकी चूत से कहीं मजेदार है मेरी चूत.. चल आज मुझे अपना मूत पिला... उसको चुदने दे किसी और से...
जूजा जी अब तक आपने पढ़ा कि मेरी बातों को सुन कर पंकज हंस पड़ा और बोला- विभा, मैं तो तुम्हें एक चुदक्कड़ औरत समझ रहा था लेकिन तुम तो गाण्डू भी हो। चलो अब मैं तुम्हारी गाण्ड मारता हूँ। इतना कहकर पंकज ने अपना लण्ड मेरी गाण्ड में एक झटके से ठूँस दिया और […]