बेचारा पति

जिस पति को अपनी पत्नी की गैर मर्द से चुदाई करवाने, देखने में मज़ा आता हो

मोना भाभी की चुदाई

बंटी सिंह मेरा नाम बंटी है। मेरे ताऊ जी के लड़के की बीवी का नाम मोना है जो मुझे बहुत प्यार करती है और मैं भी उसे बहुत प्यार करता हूँ। यह तब की बात है, जब मोना भाभी चाहती थीं कि उसे एक बच्चा हो जाए। मगर कुलदीप भैया उसे पूरी तरह से चोद […]

मैं एक रात में केवल एक बार ही सम्भोग कर पाता हूं

मेरी उम्र 26 साल है और अभी मार्च में शादी हुई है. शादी से पहले मैंने कभी सम्भोग नहीं किया था. वैसे तो मेरा विवाहित जीवन अच्छा चल रहा है, मैं और मेरी पत्नी दोनों एक साथ ही स्खलित होते हैं पर मैं महसूस करता हूँ कि मेरे साथ यह समस्या है कि मैं एक […]

मेरी चालू बीवी-71

अंकल लगातार ऊपर देखते हुए पैंट को सलोनी के चिकने पैरों पर चढ़ाते हुए कमर तक ले गए.. सलोनी ने एक बार उनसे पैंट लेने की कोशिश की- ..लाइए अंकल, मैं पहन लेती हूँ !

बदलते रिश्ते -4

रामलाल जब लिंग धोकर बाथरूम से लौटा तो उसके गोरे, मोटे और चिकने लिंग को देख कर अनीता की योनि लार चुआने लगी। योनि रामलाल के लिंग को गपकने के लिए बुरी तरह फड़फड़ाने लगी और अनिता ने लपक कर उसका मोटा तन-तनाया लिंग अपने मुँह में भर लिया और उतावली हो कर चूसने लगी। […]

मेरी चालू बीवी-70

अंकल खुद ही पैंट लेकर सलोनी को पहनाने लगे और सलोनी भी अपने पैर उठा पैंट को पहनने लगी ! ना जाने इन बूढ़ों को सुन्दर लड़की को कपड़े पहनाने में क्या मजा आता था...

बदलते रिश्ते -3

बहू के नितम्बों को सहलाने के बाद तो उसका भी तनकर खड़ा हो गया था, इधर अनीता के अन्दर का सैलाब भी उमड़ने लगा, उसके तन-बदन में वासना की हजारों चींटियाँ काटने लगी थीं। रामलाल का तना हुआ लिंग अनीता की जाँघों से रगड़ खा रहा था जिससे अनीता को बड़ा सुखद अनुभव हो रहा […]

बदलते रिश्ते -2

अनीता की शादी अनमोल से हुई और सुहागरात को अनमोल की मुँहबोली भाभी उन दोनों को एक साथ कमरे में करके अनीता को बता गई कि अनमोल शर्मीला तो संभोग की पहल अनीता को ही करनी होगी… हुआ भी यही… अनीता ने अनमोल को संभोग के लिए तैयार किया और उसके बाद लगभग आधे घंटे […]

वो रात सुहागरात बनी-1

रंजन मैं राजस्थान के कोटा का रहने वाला हूँ और पिछले 2-3 वर्षो से अन्तर्वासना का पाठक हूँ। काफी समय से अन्तर्वासना में अपनी कहानी लिखने की सोच रहा था और अब जो में लिखने जा रहा हूँ वो केवल कहानी नहीं बल्कि सच है। यूँ तो हर किसी के जीवन में कोई न कोई […]

मेरी चालू बीवी-69

एक मजेदार लम्बा और मजबूत लण्ड उसकी चूत से चिपका था... वो आदमी अपने हाथों से निचोड़ निचोड़ कर उसकी चूची चूस रहा था ... सलोनी लगातार अपनी कमर हिला रही थी जिससे उसकी चूत उसके लण्ड का हाल बेहाल किये थी..

तेरा साथ है कितना प्यारा-9

तुम एक नारी हो, मर्यादा में बंधी हो शायद इसीलिये खुद पर कंट्रोल कर पाई, अब तुम भी आखिर हो तो इंसान ही ना, और फिर जो भी हुआ वो तुमने आकर मुझे बता दिया।

मेरी चालू बीवी-66

वो खुद झुक गई, उसको चुदाई का अच्छा अनुभव था, ऋज़ू ने झुककर अपनी गांड को ऊपर को उठाकर अपने दोनों छेद खोल दिए कि चाहे किसी में भी डाल दो...

वह मेरे बीज से माँ बनी

अन्तर्वासना के प्रिय पाठको, आप सब को मेरा नमस्कार ! मैं भारत की राजधानी दिल्ली से सटे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के एक छोटे शहर में रहता हूँ। मैं अन्तर्वासना का एक नियमित पाठक हूँ और मुझे उस पर प्रकाशित कहानियाँ पढ़ना अच्छा लगता है। आज मैं अपने जीवन में घटने वाली एक सच्ची कहानी का […]

मेरी चालू बीवी-65

मैं जल्दी से उधर लपका और बाथरूम का दरवाजा खोल दिया और मुझे सलोनी मिल गई वो सामने कमोड पर बैठी थी... पूरी नंगी... उसने एकदम से मुझे देखा.. हम दोनों की नजरें आपस में मिली...

तेरा साथ है कितना प्यारा-6

मैं सिर्फ तौलिये में ही बाथरूम से बाहर आ गई, मैंने जानबूझ कर अपना बदन भी नहीं पोंछा। मैं शीशे में देखकर अपने बाल ठीक करने लगी, मुकुल पीछे से मेरी गोरी टांगों को मेरी पिंडलियों को मेरी जांघों को लगातार घूर रहा था।

पेट

मजदूरी करते रज्जो थकी नहीं थी क्योंकि यही उसका पेशा था। बस सड़क की सफाई करते ऊब सी गई थी। अब वह किसी बड़े काम की तलाश में थी जहाँ से ज्यादा पैसा कमा सके जिससे वह अपने निठल्ले पति का पेट भरने के साथ ही उसकी दारू का भी इंतजाम कर सके। शहर से […]

तेरा साथ है कितना प्यारा-5

आशीष लगातार मेरे स्तनों को दबा रहे थे, मेरे निप्पलों से खेल रहे थे परन्तु चूंकि मैं आशीष की टांगों के बीच में थी तो उनको बार बार मेरे स्तनों को सहलाने में परेशानी हो रही थी।

मेरी चालू बीवी-64

ऋज़ू- अरे वो नंगी रण्डी.. जिसने कच्छी नहीं पहनी थी, तेरे साथ थी? ..उसी के साथ तो था वो कमीना... चल छोड़ उसको, उसकी चूत से कहीं मजेदार है मेरी चूत.. चल आज मुझे अपना मूत पिला... उसको चुदने दे किसी और से...

सामूहिक चुदाई का आनन्द-7

जूजा जी अब तक आपने पढ़ा कि मेरी बातों को सुन कर पंकज हंस पड़ा और बोला- विभा, मैं तो तुम्हें एक चुदक्कड़ औरत समझ रहा था लेकिन तुम तो गाण्डू भी हो। चलो अब मैं तुम्हारी गाण्ड मारता हूँ। इतना कहकर पंकज ने अपना लण्ड मेरी गाण्ड में एक झटके से ठूँस दिया और […]

तेरा साथ है कितना प्यारा-1

उन्होंने मुझे खींचकर अपनी छाती से चिपका लिया और एक मीठा सा चुम्बन दिया। मैं तो शर्म से धरती में गड़ी जा रही थी पर उनकी छाती से चिपकना बहुत अच्छा लग रहा था।

चूत की कसक

कथा रूपांतरण : डॉ. दलबीर सिंह प्रेषक : करण दोस्तो नमस्कार, मैं आपका दोस्त डॉ. दलबीर आपके सामने फिर से हाजिर हूँ। मेरी कहानियाँ पढ़ कर काफ़ी दोस्त बन रहे हैं और कहानियों को भी सराह रहे हैं, उसके लिए आप सबका धन्यवाद। आपके विचारों से और सराहना और आलोचना से लेखक को आगे और […]

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