पड़ोस की कुंवारी लड़की चुदना चाहती थी
पड़ोस में लड़की घर में अकेली रह गई, उसने मुझसे दोस्ती की। एक दिन मैं उसके घर गया.. दरवाजा खुला था, आवाज़ लगाई तो बाथरूम में से आवाज़ आई- मैं नहा रही हूँ।
बाथरूम में चूत चुदाई की कहानी नहाते हुए, शॉवर के नीचे!
Ladki ko Bathroom me Nangi karake chut chudai
Sex In Bathroom
पड़ोस में लड़की घर में अकेली रह गई, उसने मुझसे दोस्ती की। एक दिन मैं उसके घर गया.. दरवाजा खुला था, आवाज़ लगाई तो बाथरूम में से आवाज़ आई- मैं नहा रही हूँ।
चुदाई किए काफ़ी दिन हो गए तो मेरी गर्लफ़्रेंड ने अपनी सहेली के घर में चूत चुदाई का जुगाड़ बनाया। हम उसके घर गए तो सहेली को देख कर उसकी चूत चोदने का मन करने लगा
साली की चुदास ने उसे बेशर्म बना दिया, वो जीजू से चुद गई। अब उनका रोज का काम हो गया तो साली एक ही तरीके की चुदाई से ऊब गई, उसने जीजू से कुछ नया करने को कहा।
नीता ने रोमा को समझा कर भेजा तो वह पूरे जोश में शाम को रंगीन बनाने में लग गई। नहा कर कमरा ठीक किया। कहानी पढ़ कर देखिये कि रोमा और नील की यह शाम कैसी गुजरी।
छत पर नेहा भाभी ने मुझे प्रीत की चुदाई करते देखा था। अब मैं नेहा की चूत के चक्कर में था। मुझे पता थ कि वो भी चुदना चाहती है! कहानी में पढ़ें कि वो कैसे चुदी!
भाभी की चचेरी बहन आखिर आ ही गई। कमरे में आते ही उसके कपड़े उतार दिए यह कर कि बहुत गर्मी है। उसके बाद भाभी और उनकी बहन के बीच क्या हुआ, भाभी के शब्दों में!
अब दो रातें बची, पहली रात हमने बाथरूम सेक्स का मजा लिया, पहली बार उसने मेरा वीर्य मुँह में लिया। दूसरी रात हमने सुहागरात की तरह मनाई। कहानी पढ़ कर मज़ा लें।
मैं अपने साले के घर गया तो सलहज अकेली थी. काम करते हुए उसके ऊपर पेंट का डिब्बा पलट गया और सारे शरीर, कपड़ों पर पेंट लग गया. पेंट साफ़ करने के चक्कर में क्या हुआ?
चाची के साथ कार में बैठा तो सामिप्य पाकर उनके बदन को छुआ तो शुरुआती हिचक के बाद चाची ने मेरा साथ दिया। अगले ही दिन चाची ने मुझे अपने घर बुला लिया और…
मुझ पर क्या नशा चढ़ गया था, मैंने भी कामिनी के होंठ चूसने शुरू कर दिए और अपनी उंगली उसकी चूत में घुमानी शुरू कर दी। वो मुझे खींचकर बिस्तर पर ले गई और अगले ही पल हम दोनों नंगी होकर एक दूसरी की चूत चूस रही थी।
मामी घुटनों तक की मैक्सी पहने एकदम सेक्स की देवी लग रही थीं। मामी की गोरी गोरी पिण्डलियाँ, उनके ऊपर उभरे हुए चूतड़, मैक्सी चूतड़ों की दरार में घुस कर मामी के पूरे चूतड़ों को नुमाया कर रही थी।
मैं राजीव के घर पहुँचा, कामिनी ने ही दरवाजा खोला, ऑरेंज सूट में वो परी सी लग रही थी, दरवाजा बंद करते हुए उसने मुझे धीरे से किस कर लिया, उसके होठों की गर्मी कल से भी ज्यादा थी। लगता था उसकी प्यास और बढ़ गई है।
प्रियंका- आओ जीजू.. आपने कल पूरी रात हम दोनों की खूब गान्ड मारी, अब मैं आपको रगड़ कर नहलाती हूँ.. उसने मेरे ढीले लण्ड को पकड़ते हुए मुझे शावर में घसीट लिया।
जब मैं झुकी तो उसने अपना लंड मेरे मुंह में घुसा दिया और मैं उसका लण्ड चूसने लगी, उसके एक हाथ में पानी का जग था और एक हाथ से वो मेरी गांड धोने की कोशिश कर रहा था, वो गांड में उंगली डाल रहा था। मैं तो मानो सातवें आसमान पर थी।
मेरा मकान मालिक अपने बिज़नेस में लगा रहता था और उसकी जवान बीवी के बदन की प्यास नहीं बुझती थी तो उसने मुझ पर डोरे डालने शुरू किये. मैं भी उसके रूप यौवन के जाल में फंस गया!
अब तक आपने पढ़ा.. फिर 15 मिनट आराम करके उठे.. और मैंने गद्दे को वापस कमरे में रख दिया। अब तक दोनों ने कपड़े भी नहीं पहने थे.. और कपड़े हाथ में लिए ही नीचे आने लगे। मैंने सोनी को गोद में उठाया हुआ था, मैं उसे कमरे में ले गया.. और चुम्बन करने लगा। […]
और उसने खुद ही अपने मम्मे मेरे आगे कर दिए। मैं भी उसके मम्मों को हल्के हल्के सहलाने लगा और फिर उसके गोल और छोटे कुंवारे चूतड़ों पर भी हाथ फेरने लगा।
उनका भीगा गोरा बदन और भी सेक्सी लग रहा था। फिर उन्होंने अपनी बुर के ऊपर साबुन लगाया और मसल-मसल कर साफ़ करने लगीं। बुर के ऊपर काले-काले घने बाल बहुत सेक्सी लग रहे थे..
गाँव के जीवन का जायजा लेने मैं रिश्ते में अपने एक चाचा के घर गाँव में गया. वहां चाचा चाची ही थे. चाचा को कुछ दिन के लिए जाना पड़ा. उनके पीछे क्या हुआ, इस कहानी में पढ़िए !
दीपक नहीं माना और जबरन गेट खोल कर अन्दर आ गया। उसने अपना लौड़ा निकाल कर मेरे मुँह में दे दिया.. जितना अन्दर जा सकता था उतना घुसेड़ दिया और फिर मेरे मुँह मे ही मूतने लगा।