रंगीली बहनों की चूत चुदाई का मज़ा -6
मेरी दोनों बहनों के चूतड़ों के उभार मस्त दिख रहे थे और चोलियाँ चूचियों तक ही थीं। चोली और लहंगे के अलावा बाकी का भाग नंगा था.. मतलब कमर.. पेट पूरा नंगा था.. मेरा तो फिर से लंड खड़ा हो गया।
बहन की चुदाई अपने सगे भाई या चचेरे भाई से, बहन अपने भाई को चुदाई के लिए पटाए, भाई अपनी बहन को चुदाने के लिए तैयार करे, भी बहना की आपस में चूत चुदाई की कहानियाँ
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Incest Sex Stories, Sex Relations between Brother and Sister
मेरी दोनों बहनों के चूतड़ों के उभार मस्त दिख रहे थे और चोलियाँ चूचियों तक ही थीं। चोली और लहंगे के अलावा बाकी का भाग नंगा था.. मतलब कमर.. पेट पूरा नंगा था.. मेरा तो फिर से लंड खड़ा हो गया।
‘डान्स पे चान्स मार ले’ गाना आ रहा था। काजल को वो गाना बहुत पसंद था.. इसलिए वो डान्स करने लगी। वो अपने मस्त चूतड़ हिला-हिला कर डान्स कर रही थी। उसको देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया था..
मैंने कहा- देख कुंवारी चूत तो सिर्फ हम दोनों में से एक को ही मिल सकती है। मेरे चोदने के बाद मैं उन्हें इतना खोल लूंगा कि तू भी आराम से दोनों को चोद पाएगा।
नेहा सोच रही थी कि इतने सारे लोगों के बीच आखिर उसकी चुदाई कैसे होगी। शिखा सोच रही थी कि नीलेश हो लाये ही क्यूँ। मधु को कोई आईडिया नहीं था कि हो क्या रहा है।
नेहा की चूत चाटने के बाद मैंने अपनी बीवी को फ़ोन करके छत पर बुलाया लेकिन आई मेरी बुआ की बेटी शिखा… वो तो मुझसे चुदवाने को आतुर हो रही थी। काफ़ी मुश्किल से उसे समझाया।
मामा के घर में मौसेरी बहन की कुंवारी रसीली चूत को चोदने का मज़ा मैंने लिया, उसे कैसे पटाया मैंने, फिर कैसे चोदा, इस कहानी में पढ़ कर बहन की चूत चुदाई का मज़ा लीजिए !
मैं मामा के घर गया, वहाँ मामी व उनकी बेटी थी। मैं अपनी बहन से बात करने लगा। मेरे मन को बहन की जवानी विचलित कर रही थी। हिम्मत करके मैंने उसे चुम्बन के लिए कह दिया।
मैंने देखा 12वीं क्लास के दो लड़के और उनकी क्लास की लड़की अन्दर आकर घास पर बैठ गए। वो लड़की दोनों लड़कों के बीच में बैठी थी और दोनों लड़के उसके दूध दबा रहे थे।
मैं अपने लंड का सुपारा उसकी चूत पर रख कर उसकी चूत पर रगड़ने लगा। तब उसने कहा- भैया इसको अन्दर म़त करना.. बहन हूँ तुम्हारी.. राखी बांधती हूँ।
काजल ने कहा- भैया मैंने बहुत कोशिश की.. लेकिन मैं डर जाती थी.. कि कहीं किसी को पता चल गया और मैं प्रेगनेंट हो गई तो क्या होगा.. ये सब सोच कर मैं डर जाती थी।
मेरी चुदाई बहुत दिनों से नहीं हुई थी.. मैं चुदास से तड़प रही थी। ऐसे में भाई की याद आई.. मैंने सोचा कि यह मेरी प्यास बुझा सकता है, मुझे उसे किसी तरह पटाना ही होगा।
हम दोनों बिल्कुल नंगे थे.. मैं पहली बार ज्योति को नंगा देख रहा था.. मुझसे रहा नहीं जा रहा था। उसकी फुद्दी पर अभी बाल हल्के हल्के आए थे.. छोटे-छोटे से भूरे भूरे थोड़े से बाल थे।
अन्तर्वासना की सेक्स स्टोरी के बारे में मेरे दोस्त मुझे बताते थे.. वो मेरे कमरे में मैं दिव्या को बताता था। मैं अपना काम पूरा करता.. तब तक वो इन्तजार करती थी.. मतलब सोती नहीं थी।
मेरी बहन अपनी ससुराल से वापस आई तो मैंने पूछा- बहना, कैसी रही तुम्हारी दूसरी सुहागरात? तुझे तो मिल गया दूसरा लण्ड… पर हमारी किस्मत में कहाँ है कोई दूसरी चूत?
जब मैं झुकी तो उसने अपना लंड मेरे मुंह में घुसा दिया और मैं उसका लण्ड चूसने लगी, उसके एक हाथ में पानी का जग था और एक हाथ से वो मेरी गांड धोने की कोशिश कर रहा था, वो गांड में उंगली डाल रहा था। मैं तो मानो सातवें आसमान पर थी।
मामा की बेटी मेरे दोस्तों की तरह है। एक बार किसी कार्यक्रम में मामा के घर गया तो हम दोनों आपस में ही बातें करते रहे, रात को एक साथ सोये और हमने आपस में खूब प्यार किया.
भाई भाभी की चुदाई की आवाजें सुन कर मेरे अन्तर्वासना जाग गई थी। दूसरे भाई की वासना भरी निगाहें मुझ पर रहती थी, आग दोनों तरफ़ लगी थी तो सर्दी की एक रात में...
मुझे मम्मी के कराहने की आवाज़ आई। मैं उठ गई। मेरे लिए जानी पहचानी आवाज़ थी। मैं समझ गई कि मम्मी की चुदाई हो रही है। मैंने हिम्मत करके हाथ से थोड़ा सा पर्दा हिलाया और देखने लगी।
मैं परीक्षा देने भोपाल गई तो मुझे अपने ममेरे भाई के पास रुकना था। भाई को देख कर मेरे मन मे कुछ कुछ होने लगा और रात को सोने के बाद मैं भाई के बदन पर हाथ फ़ेरने लगी।
मैं कुर्सी पर बैठा और काजल मेरी गोद में बैठ कर गेम खेलने लगी। अब मुझे और ज्यादा मज़ा आ रहा था क्योंकि इस बार काजल की गाण्ड और मेरे लंड के बीच सिर्फ़ काजल की ब्लैक जीन्स और मेरा हाफ पैंट था।